रॉयल्स और सुपरकिंग्स को राहत, आइपीएल में दो नई टीमें होंगी शामिल
बीसीसीआइ की अहम वर्किंग कमेटी की बैठक में आज दो अहम फैसले लिए गए। दो सालों के लिए निलंबित आइपीएल टीमें चेन्नई सुपरकिंग्स और राजस्थान रॉयल्स को बर्खास्त नहीं किया जाएगा और आइपीएल में दो नई टीमें शामिल की जाएंगी, यानी दो सालों के बाद आइपीएल 10 टीमों का टूर्नामेंट
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। विवादों से घिरी रहने वाली इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) को साफ-सुथरा बनाने की ओर पहला कदम बढ़ाते हुए बीसीसीआइ ने रविवार को चेन्नई सुपरकिंग्स (सीएसए) और राजस्थान रॉयल्स (आरआर) फ्रेंचाइजी को अगले दो साल तक इस लीग से दूर रखने का फैसला किया है।
सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित लोढ़ा समिति ने भ्रष्टाचार में लिप्त सीएसके और आरआर को दो वर्ष के लिए निलंबित करने की सिफारिश की थी, जिसके बाद से इन टीमों पर बर्खास्तगी की तलवार लटकी हुई थी, लेकिन बीसीसीआइ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष शशांक मनोहर की अगुआई में कार्यसमूह समिति की मुंबई में हुई बैठक में केवल लोढ़ा समिति की सिफारिश पर अमल करते हुए एक तरीके से इन टीमों को राहत दे दी।
समिति ने इसके अलावा फैसला लिया कि इन निलंबित टीमों की जगह अगले दो सत्रों (2016-2017) में नई दो टीमों को आइपीएल में शामिल किया जाएगा, जिसके लिए नए सिरे से निविदाएं जारी की जाएंगी।
बीसीसीआइ ने हालांकि यह नहीं साफ किया कि सीएसके और आरआर का निलंबन समय समाप्त होने के बाद 2018 में आइपीएल में आठ टीमें ही खेलेंगी या फिर नई दो टीमों को बरकरार रखते हुए इसे दस टीमों का टूर्नामेंट बना दिया जाएगा।
बैठक के बाद आइपीएल चेयरमैन राजीव शुक्ला ने कहा, 'आइपीएल कार्यसमूह ने चार अनुशंसा की थीं, जिसमें से हमें किसी एक को मंजूर करना था। सीएसके और आरआर को हटाए जाने के बाद खाली हुईं दो जगहों को दो साल के लिए नीलाम किया जाएगा। उसके बाद हम इस पर फैसला लेंगे कि इन दो नई टीमों को बरकरार रखना है या फिर आइपीएल को आठ टीमों तक ही सीमित रखना है।' नई टीमों के चेन्नई और जयपुर से होने के सवाल पर शुक्ला ने कहा, 'यहां शहर को प्राथमिकता नहीं मिलेगी, ज्यादा बड़ी बोली वाले को ही चुना जाएगा।'