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मिताली से विवाद रमेश पोवार पर पड़ा भारी, अब नहीं बन पाएंगे महिला टीम के कोच !

रमेश पोवार को मिताली राज के बीच के मतभेद खुलकर सामने आ गए थे।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Fri, 30 Nov 2018 07:42 PM (IST)Updated: Sat, 01 Dec 2018 11:31 AM (IST)
मिताली से विवाद रमेश पोवार पर पड़ा भारी, अब नहीं बन पाएंगे महिला टीम के कोच !
मिताली से विवाद रमेश पोवार पर पड़ा भारी, अब नहीं बन पाएंगे महिला टीम के कोच !

नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत महिला क्रिकेट टीम की सीनियर खिलाड़ी मिताली राज और रमेश पोवार के बीच विवाद प्रशासकों के दखल के बिना शुक्रवार को कोच का तीन महीने का कार्यकाल समाप्त होने के साथ खत्म हो जाएगा।पोवार का कार्यकाल पूरा होने के बाद बीसीसीआइ नए कोच के लिए ताजा आवेदन मंगवाएगा और ऐसी संभावना है कि आवेदन करने पर भी अब पोवार के नाम पर बोर्ड विचार नहीं करेगा। बीसीसीआइ के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि उनका करार शुक्रवार को खत्म हो गया और उनकी वापसी की संभावना बहुत कम है।

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हाल ही में वेस्टइंडीज में खत्म हुए आइसीसी महिला टी-20 विश्व कप के सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ मिताली को बाहर रखने की वजह से विवाद पैदा हुआ था जहां भारत को आठ विकेट से शिकस्त मिली थी। मिताली ने आरोप लगाया कि पोवार उन्हें बर्बाद करना चाहते हैं। वहीं, कोच पोवार ने कहा था कि मिताली ने पारी की शुरुआत नहीं करने देने की स्थिति में उन्हें संन्यास लेने की धमकी दी थी।

तुषार अरोठे द्वारा सीनियर खिलाडि़यों के साथ मतभेद की वजह से महिला टीम के कोच का पद छोड़ने के बाद पोवार की नियुक्ति अगस्त में हुई थी। पोवार की विदाई के बाद यह देखना दिलचस्प होगा कि टी-20 कप्तान हरमनप्रीत कौर और वनडे कप्तान मिताली अपने आपसी मतभेद को कैसे दूर करती हैं। 35 वर्षीय मिताली के लिए अपने अतीत को भुलाने की बहुत बड़ी मानसिक चुनौती होगी। भारत को अब जनवरी में न्यूजीलैंड का दौरा करना है जहां नए कोच के साथ टीम विवादों से दूर रहने की उम्मीद करेगी। बीसीसीआइ के एक अन्य अधिकारी ने कहा कि यह देखना होगा कि वेस्टइंडीज में जो कुछ भी हुआ उसके बाद हरमनप्रीत और मिताली कैसे आपसी सामंजस्य बिठाती हैं। टीम की भलाई के लिए यह अच्छा रहेगा कि वे आपसी सामंजस्य बिठाकर रहें, वरना ड्रेसिंग रूम में और भी मसले होंगे।

हरमनप्रीत ने अभी तक मिताली और पोवार विवाद पर कोई भी बयान नहीं दिया है, लेकिन सेमीफाइनल में मिताली को बाहर रखने के टीम प्रबंधन के फैसले का समर्थन किया था। मिताली पहले ही कह चुकी है कि वह हरमनप्रीत के साथ मतभेद दूर करना चाहती हैं। मिताली ने बीसीसीआइ को पत्र में लिखा था कि हम दोनों सीनियर खिलाड़ी हैं और अगर मसले होंगे भी तो मिल बैठकर सुलझा लेंगे। वह हमारी सर्वश्रेष्ठ खिलाडि़यों में से हैं और मैं हमेशा चाहूंगी कि हम दोनों भारत के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें।
 

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