भारतीय टीम में एक स्पिनर या फिर दो, सिडनी टेस्ट में फंस गया पेंच
सिडनी टेस्ट में भारतीय टीम दो स्पिनर या फिर एक स्पिनर के साथ मैदान पर उतरेगी इस पर सबकी नजरें टिकी हैं।
अभिषेक त्रिपाठी, सिडनी। नए साल के पहले दिन सिडनी की सुबह कुछ ठहरी-ठहरी सी थी। सिडनी हार्बर ब्रिज में रात में लाखों की भीड़ ने आतिशबाजी का मजा लिया था और अल सुबह तक जगने के बाद सबके सब बिस्तरों पर धड़ाम हो चुके थे। सड़कों पर सन्नाटा और अलसाया हुआ माहौल था, लेकिन आठ लोग ऐसे भी थे जो इन सबसे दूर अपनी ही धुन में जुटे थे। इनमे से एक भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन थे तो सात ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाड़ी। जहां अश्विन किसी भी कीमत पर फिट होकर गुरुवार से शुरू होने वाले नए साल के पहले और चार टेस्ट मैचों की सीरीज के आखिरी मुकाबले में खेलने के लिए अभ्यास कर रहे थे तो वहीं 71 साल बाद भारत से पहली टेस्ट सीरीज हारने की कगार पर पहुंची ऑस्ट्रेलियाई टीम के सात खिलाड़ी सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (एससीजी) पर अभ्यास करके नए साल में अपनी टीम का भाग्य बदलने की कोशिश में जुटे थे।
दो स्पिनरों में से कौन : 2018 में एडिलेड से शुरू हुआ टेस्ट सीरीज का सफर 2019 में सिडनी पहुंच चुका है। एससीजी की पिच हमेशा से स्पिनरों के मुफीद मानी जाती है। अब भारतीय टीम के सामने एक अहम समस्या यह है कि सिडनी में गुरुवार से शुरू होने वाले सीरीज के आखिरी मुकाबले में दो स्पिनरों को मौका दिया जाए या अश्विन और जडेजा में से किसी एक को खिलाया जाए। एडिलेड में पहले मैच के दौरान अश्विन को खिंचाव हुआ था जिसके कारण वह पर्थ में दूसरे और मेलबर्न में हुए तीसरे टेस्ट में नहीं खेल पाए थे। पर्थ में भारतीय टीम चार तेज गेंदबाजों के साथ उतरी, जिसमें उसे 146 रनों से पराजय का स्वाद चखना पड़ा, लेकिन मेलबर्न में स्पिनर रवींद्र जडेजा को मौका दिया और उन्होंने अच्छा प्रदर्शन भी किया। यह मैच भारत ने 137 रनों से जीता।
अश्विन ने अकेले किया अभ्यास : चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-1 से आगे चल रही टीम इंडिया के सदस्य सोमवार को मेलबर्न से सिडनी पहुंचे और मंगलवार को अश्विन के अलावा किसी ने अभ्यास नहीं किया। सिडनी के इंडोर अभ्यास सेंटर में अश्विन के साथ फिजियो पैट्रिक फरहार्ट और बाकी सहयोगी स्टाफ था। 31 वर्षीय अश्विन ने एडिलेड में दोनों पारियों में तीन-तीन विकेट लिए थे। अब देखना है कि भारतीय टीम प्रबंधन क्या फैसला करता है, प्रबंधन सिडनी में दो स्पिनरों के साथ उतरता है या अपने मुख्य स्पिनर अश्विन को अंतिम एकादश में मौका देता है या पिछले मैच में अच्छा प्रदर्शन करने वाले जडेजा को ही सिडनी में उतारा जाता है।
फिर भी पिछले 11 में से एक टेस्ट जीता भारत : ऑस्ट्रेलिया में स्पिनरों के मुफीद अगर कोई मैदान है तो एससीजी है, लेकिन इसके बावजूद यह आश्चर्यजनक बात है कि यहां पर खेले पिछले 11 टेस्ट में भारतीय टीम सिर्फ एक जीत पाई है। हालांकि, स्टीव स्मिथ और डेविड वार्नर के बिना यह ऑस्ट्रेलियाई टीम बेहद कमजोर है और परेशान नजर आ रही है। 1-2 की हार ने उसे मानसिक रूप से भी पछाड़ दिया है और अब टीम इंडिया के पास सिडनी ही नहीं, ऑस्ट्रेलिया में भी टेस्ट सीरीज जीतने का इतिहास रचना है। हालांकि, ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन यहां की स्पिन पिच को लेकर निराशा जता चुके हैं। उन्होंने कहा था कि मेहमानों को यहां भारतीय माहौल की पिचें मिल रही हैं। जब ऑस्ट्रेलियाई टीम भारत में होती है तो उसे हरी पिच नहीं मिलती हैं। निश्चित तौर पर पेन 2004 की नागपुर पिच और 2017 की धर्मशाला पिच को भूल गए होंगे जिस पर तेज गेंदबाजों ने बल्लेबाजों को नाको चने चबवा दिए थे।
अगर पेन का आकलन सही है तो भारतीय टीम अपने नवजात बच्चे को देखने के लिए मुंबई गए रोहित शर्मा की जगह अश्विन को खिला सकती है। जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा और मुहम्मद शमी के रूप में टीम के पास तीन तेज गेंदबाज हैं, जबकि जडेजा और अश्विन के तौर पर उनके पास दो स्पिनर हो जाएंगे। इससे तेज गेंदबाजों का बोझ भी कुछ कम हो जाएगा। जडेजा और अश्विन अच्छी बल्लेबाजी भी कर लेते हैं। हालांकि, अभी कप्तान विराट कोहली और मुख्य कोच रवि शास्त्री ने पिच नहीं देखी है। अंतिम फैसला भारतीय टीम प्रबंधन बुधवार को पिच देखने के बाद ही करेगा। बुधवार को दोनों टीमें एससीजी में अभ्यास भी करेंगी।
सिडनी में भारत-ऑस्ट्रेलिया-
टेस्ट का पहला दिन, परिणाम
12 दिसंबर 1947 , मैच ड्रॉ
26 जनवरी 1968, ऑस्ट्रेलिया 144 रन से जीता
07 जनवरी 1978, भारत पारी और दो रन से जीता
02 जनवरी 1981, ऑस्ट्रेलिया पारी और चार रन से जीता
02 जनवरी 1986, मैच ड्रॉ
02 जनवरी 1992, मैच ड्रॉ
02 जनवरी 2000, ऑस्ट्रेलिया पारी और 141 रन से जीता
02 जनवरी 2004, मैच ड्रॉ
02 जनवरी 2008, ऑस्ट्रेलिया 122 रन से जीता
03 जनवरी 2012, ऑस्ट्रेलिया पारी और 68 रन से जीता
06 जनवरी 2015, मैच ड्रॉ