ICC ने युसुफ को किया 7 साल के लिए बैन, T20 वर्ल्ड कप क्वालीफायर में की थी 'फिक्सिंग'
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी ICC ने आइसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2020 के लिए क्वालीफाई कर चुकी एक टीम के खिलाड़ी को 7 साल के लिए बैन कर दिया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी ICC ने ओमान टीम के एक खिलाड़ी को 7 साल के लिए क्रिकेट की हर गतिविधि से बैन कर दिया है। आइसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2020 के लिए क्वालीफाई कर चुकी ओमान टीम के खिलाड़ी युसुफ अब्दुलरहीम अल बलुशी (Yousuf Abdulrahim Al Balushi) को आइसीसी ने बैन किया है, क्योंकि उन्होंने क्रिकेट को शर्मसार करने का काम किया है।
आइसीसी ने Oman के खिलाड़ी Yousuf Abdulrahim Al Balushi को इसलिए सात साल के क्रिकेट से बैन किया है, क्योंकि उन्होंने आइसीसी एंटी-करप्शन कोड के चार नियमों को तोड़ा है। खुद, युसुफ अब्दुल रहीम ने चारों आरोप कबूल कर लिए हैं। दुबई में आयोजित हुए आइसीसी मेंस टी20 वर्ल्ड कप क्वालीफायर 2019 टूर्नामेंट के दौरान उन्होंने एक तरह से फिक्सिंग की थी। इसका खुलासा आइसीसी ने किया है।
युसुफ पर लगे 4 आरोप, ICC ने की कड़ी कार्रवाई
आइसीसी की आचार संहिता के आर्टिकल 2.1.1, 2.1.4, 2.4.4 और 2.4.7 को युसुफ अब्दुलरहीम अल बलुशी तोड़ा है। इन्हीं चार आरोपों का दोषी उनको पाया गया है और आइसीसी ने जेंटलमैन गेम को बदनाम करने के लिए उन पर कड़ी कार्रवाई की है। ICC के Code of Conduct का आर्टिकल 2.1.1 में कहा गया है कि अगर कोई खिलाड़ी किसी भी प्रकार से मैच के नतीजे, उसके प्रगति को फिक्स करने की कोशिश करता है तो फिर वो इसका दोषी होगा।
इसके अलावा Article 2.1.4 के तहत उनको अपनी विपक्षी टीम के खिलाड़ियों को लुभाने और मनाने का दोषी पाया गया है। वहीं, अगले अनुच्छेद 2.4.4 के तहत युसुफ बलुशी को मैच के परिणाम को किन्हीं तीन अलग-अलग व्यक्तियों द्वारा फिक्स कराए जाने का दोषी पाया गया है। वहीं, 2.4.7 के तहत उन्होंने एंटी करप्शन यूनिट के काम में बाधा डालने के लिए भी उनको आइसीसी ने सजा दी है, जिसको युसुफ ने कबूल किया है।
इस बात को लेकर आइसीसी के जनरल मैनेजर (इंटेग्रिटी) एलेक्स मार्शल ने अपने बयान में कहा है, "ये बहुत की गंभीर अपराथ है, जिसे एक खिलाड़ी ने किया, लेकिन उनकी टीम के एक भी साथी इसमें साथ नहीं दिया है जो अच्छी बात है। बलुशी ने अपनी सजा कबूल कर ली है और कहा है कि वो युवा खिलाड़ियों को अपनी गलती के बारे में बताएंगे और उन्हें सीख देंगे कि वे ऐसा कभी न करें। अगर बलुशी जांच में सहयोग नहीं देते तो फिर उनको बड़ी सजा मिलती।"