पाकिस्तानी क्रिकेटर पर लगा 10 साल का बैन बरकरार, स्पॉट फिक्सिंग में था शामिल
जमशेद को अगस्त में पीसीबी के एंटी करप्शन ट्रिब्यूनल ने आचार संहिता की सात धाराओं के उल्लंघन का दोषी पाया था।
कराची, जेएनएन। पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) 2016-17 में स्पॉट फिक्सिंग में लिप्तता के चलते पाकिस्तानी क्रिकेटर नासिर जमशेद पर लगाए गए 10 साल के प्रतिबंध को सोमवार को एक स्वतंत्र न्यायाधीश ने बरकरार रखा।
जस्टिस (रिटायर्ड) मियां हामिद फारूख ने आदेश दिया कि नासिर जमशेद पर लगे 10 साल के प्रतिबंध को बरकरार रखा जाएगा। उन्होंने जमशेद पर लगाई गई कई अन्य पाबंदियों को हटाने का आदेश दिया। ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि पीसीबी के एंटी करप्शन यूनिट के कोड की धारा 6.2 के तहत एसोसिएशन को इस तरह की पाबंदियां लगाने का अधिकार नहीं था। इसके तहत क्रिकेटरों और अधिकारियों द्वारा नासिर को नजरअंदाज करना और उन्हें क्रिकेट प्रबंधन में कोई महत्वपूर्ण रोल प्रदान नहीं करने जैसी बातें शामिल थी।
जमशेद को अगस्त में पीसीबी के एंटी करप्शन ट्रिब्यूनल ने आचार संहिता की सात धाराओं के उल्लंघन का दोषी पाया था। ट्रिब्यूनल ने यह फैसला भी किया था कि एंटी करप्शन मामले में उल्लंघन करने वाले क्रिकेटर को बैन करने के साथ ही उसके पाकिस्तान क्रिकेट में आजीवन किसी भी प्रकार के प्रशासनिक दायित्व संभालने पर प्रतिबंध लगाया जाए।