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MS Dhoni की जैसे हुई थी इंटरनेशनल क्रिकेट में शुरुआत, वैसे ही हुआ अंत

Happy Birthday MS Dhoni हर एक खिलाड़ी चाहता है कि उसका आगाज खेल में कैसे भी प्रदर्शन से हुआ हो या कैसी भी परिस्थिति में हुआ हो लेकिन अंजाम अच्छा होना चाहिए। हालांकि एमएस धौनी के साथ ऐसा नहीं हुआ।

By Vikash GaurEdited By: Published: Wed, 07 Jul 2021 09:23 AM (IST)Updated: Wed, 07 Jul 2021 09:23 AM (IST)
MS Dhoni की जैसे हुई थी इंटरनेशनल क्रिकेट में शुरुआत, वैसे ही हुआ अंत
MS Dhoni आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। 7 जुलाई 2021 को अपना 40वां जन्मदिन मना रहे भारत के महान कप्तान और दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धौनी ने जिस तरह की शुरुआत अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में की थी, वो खुद भी याद नहीं रखना चाहेंगे। वहीं, अगर उनके साथ हुए एक अजीब संयोग की बात करें तो जिस तरह से उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट में कदम रखा था। ठीक उसी तरह उनके करियर का आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच भी रहा।

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दरअसल, एमएस धौनी ने साल 2004 में जब पहला वनडे इंटरनेशनल मैच खेला था तो वे रन आउट का शिकार हुए थे। उस मैच में उन्होंने पहली गेंद खेली थी और रन लेने दौड़ पड़े थे, लेकिन साथी बल्लेबाज ने रन लेने से मना कर दिया था, क्योंकि वहां रन नहीं था। ऐसे में धौनी को क्रीज में लौटना पड़ा, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। धौनी को आउट करने के लिए तापश बैस्य ने गेंद फेंकी थी और विकेटकीपर खलीद मशूद ने उन्हें आउट किया था।

इतना ही नहीं, जब उन्होंने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला तो वे उस मैच में भी रन आउट हुए। हालांकि, इस बार उनके रनों की संख्या में इजाफा था और वे 50 रन बनाकर न्यूजीलैंड के खिलाफ 2019 के वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल मैच में मार्टिन गप्टिल के थ्रो के चलते रन आउट हुए। 2004 में धौनी की शुरुआत भले ही रन आउट और शून्य के साथ हुई थी, लेकिन भारत ने जीत हासिल की थी और आखिरी मैच में उन्होंने फिफ्टी जड़ी, लेकिन भारत हार गया था।

इस तरह कह सकते हैं कि जिस तरह धौनी के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की शुरुआत हुई, ठीक इसी तरह उनके करियर का अंत हुआ। हालांकि, उनके पास खेलने का मौका आगे भी था, लेकिन वे उपलब्ध नहीं हुए और फिर 15 अगस्त 2020 को उन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। धौनी ने देश को तीन आइसीसी ट्रॉफी जिताई हैं और वे भारत के सबसे सफल कप्तान माने जाते हैं, क्योंकि कोई भी खिलाड़ी इतनी ट्रॉफी नहीं जीत सका है।


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