टेस्ट में सबसे तेज शतक लगाने के बाद भी 'शर्मिंदा' हुए ब्रैंडन मैकुलम
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में न्यूजीलैंड टीम के कप्तान मैकुलम ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने का विश्व रिकॉर्ड कायम किया। उन्होंने अपने आर्दश विवियन रिचर्ड्स और पाकिस्तान के मिस्बाह उल हक का रिकॉर्ड तोड़ दिया। लेकिन कमाल की बात ये रही कि इस
क्राइस्टचर्च। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में न्यूजीलैंड टीम के कप्तान मैकुलम ने टेस्ट क्रिकेट में सबसे तेज शतक लगाने का विश्व रिकॉर्ड कायम किया। उन्होंने अपने आर्दश विवियन रिचर्ड्स और पाकिस्तान के मिस्बाह उल हक का रिकॉर्ड तोड़ दिया। लेकिन कमाल की बात ये रही कि इस रिकॉर्ड को तोड़ने के बाद उन्हें जरा भी खुशी नहीं हुई और वो शर्मिंदा हो गए।
मैकुलम ने खुद कहा कि उन्हें इस बात का अंदाजा नहीं था कि वो ये रिकॉर्ड बनाने जा रहे हैं। मैकुलम के मुताबिक मैं हर गेंद पर चौका या छक्का मारने का प्रयास कर रहा था। विव रिचर्ड्स बचपन से मेरे आदर्श रहे हैं और मैंने उनका ये रिकॉर्ड तोड़ दिया। वो महान क्रिकेटर हैं। सच कहूं तो उनका रिकॉर्ड तोड़ने के बाद मुझे थोड़ी शर्मिंदगी महसूस हुई।
34 वर्ष के मैकुलम अपने करियर का विदाई टेस्ट (101वां) मैच खेल रहे हैं। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पहली पारी में उन्होंने महज 54 गेंदों पर अपना टेस्ट शतक पूरा किया। ये टेस्ट इतिहास का सबसे तेज शतक था साथ ही ये उनके करियर का 12वां टेस्ट शतक भी था। इससे पहले ये रिकॉर्ड विवियन रिचर्ड्स और मिस्बाह उल हक के नाम पर था। इन दोनों ने टेस्ट में महज 56 गेंदों में शतक जड़ा था।