टीम इंडिया के बैटिंग कोच की रेस में शामिल है ये दिग्गज, लेकिन रवि शास्त्री नहीं चाहते...
टीम इंडिया के मुख्य कोच का ऐलान होने के बाद अब विराट कोहली एंड कंपनी के लिए बैटिंग कोच और बाकी सपोर्ट स्टाफ की रेस दिलचस्प हो गई है।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय टीम के मुख्य कोच के पद के लिए नजरअंदाज किए गए लालचंद राजपूत अब बल्लेबाजी कोच बनने की रेस में शामिल हो गए हैं जिसके लिए उन्होंने सोमवार को अन्य दावेदारों के साथ साक्षात्कार दिया। एमएसके प्रसाद की अगुआई वाली चयन समिति टीम के सहयोगी सदस्यों का चुनाव करेगी। बल्लेबाजी कोच के लिए 57 साल के राजपूत के दावेदारी पेश करने से मुकाबला दिलचस्प हो गया है।
पूर्व टेस्ट बल्लेबाज विक्रम राठौर को पहले से ही संजय बांगर की जगह लेने के लिए मजबूत दावेदार माना जा रहा था। एक बार फिर से टीम के मुख्य कोच चुने गए रवि शास्त्री ने मौजूदा सहयोगी सदस्यों को बरकरार रखने की ओर इशारा किया, जिससे यह माना जा रहा कि गेंदबाजी कोच भरत अरण और क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर का दावा काफी मजबूत रहेगा।
हालांकि, मौजूदा बल्लेबाजी कोच बांगर को कड़ी चुनौती मिलेगी, क्योंकि सबसे ज्यादा आवेदन इस पद के लिए आए हैं। संजय बांगर 2014 से टीम से जुड़े हुए हैं जिनके बल्लेबाजी कोच रहते हुए भारतीय टीम ने 50 टेस्ट और 119 वन-डे खेले हैं। सहयोगी सदस्यों के चयन की पूरी प्रक्रिया के हालांकि गुरवार तक चलने की संभावना है। इस दौरान बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण कोच के साक्षात्कार लिए जाएंगे।
बीसीसीआई ने संजय बांगर, भरत अरण, आर श्रीधर और टीम के प्रशासनिक प्रबंधक सुनील सुब्रमण्यम का करार वेस्टइंडीज दौरे तक बढ़ा दिया था, जो अब खत्म हो रहा है। बल्लेबाजी कोच के लिए प्रवीण आमरे, मुंबई के दिग्गज अमोल मजूमदार और सौराष्ट्र के सितांशु कोटक ने भी दावेदारी पेश की है। यह पता चला है कि भारत के पूर्व बल्लेबाज ऋषिकेश कानितकर और दिल्ली के पूर्व बल्लेबाज मिथुन मिन्हास भी पांच सदस्यीय पैनल के समक्ष साक्षात्कार के लिए उपस्थित हुए। साक्षात्कार देने वाले एक उम्मीदवार ने कहा कि यहां प्रस्तुति देना जरूरी नहीं था।
गेंदबाजी कोच के लिए पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद, पारस महाम्ब्रे और अमित भंडारी साक्षात्कार के लिए उपस्थित हुए। पिछले सप्ताह कपिल देव की अगुआई वाली क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) ने 2021 टी-20 विश्व कप तक के लिए रवि शास्त्री को फिर से भारतीय टीम का मुख्य कोच चुना था। तीन सदस्यीय सीएसी में कपिल के अलावा पूर्व भारतीय कोच अंशुमन गायकवाड और पूर्व महिला कप्तान शांता रंगास्वामी शामिल थे।
मुख्य कोच के चयन के बाद सीएसी ने कहा कि टीम के सहयोगी सदस्यों के चयन में भी इस समिति की भूमिका होनी चाहिए, लेकिन बीसीसीआई का संविधान इसकी अनुमति नहीं देता है। मापदंड के अनुसार बल्लेबाजी, गेंदबाजी, और क्षेत्ररक्षण कोच के लिए दावेदारी करने वाले के पास कम से कम 10 टेस्ट या 25 वन-डे मैच का अनुभव होना चाहिए और उसकी उम्र 60 साल से कम होनी चाहिए। सहयोगी सदस्यों का चयन का क्रम मंगलवार को भी जारी रहेगा।