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Exclusive: टीम में अच्छे स्पिनर होने से तेज गेंदबाजों पर कम हो जाता है दबाव: खलील अहमद

23 मार्च से भारत पर आइपीएल का बुखार चढ़ेगा और इसके लिए आठों टीमों ने अपनी कमर कस ली है। सभी टीमें कैंप में ट्रेनिंग के जरिये खुद को चमकाने में जुटी हैं।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Sun, 17 Mar 2019 06:16 PM (IST)Updated: Mon, 18 Mar 2019 07:10 AM (IST)
Exclusive: टीम में अच्छे स्पिनर होने से तेज गेंदबाजों पर कम हो जाता है दबाव: खलील अहमद
Exclusive: टीम में अच्छे स्पिनर होने से तेज गेंदबाजों पर कम हो जाता है दबाव: खलील अहमद

नई दिल्ली, एजेंसी। 23 मार्च से भारत पर आइपीएल का बुखार चढ़ेगा और इसके लिए आठों टीमों ने अपनी कमर कस ली है। सभी टीमें कैंप में ट्रेनिंग के जरिये खुद को चमकाने में जुटी हैं। पिछले सत्र में फाइनल में पहुंची सनराइजर्स हैदराबाद एक बार फिर खिताबी मुकाबले का सफर तय करने के लिए तैयार है। भारत के लिए आठ वनडे और नौ टी-20 खेलने वाले बायें हाथ के तेज गेंदबाज खलील अहमद को पिछले सत्र में सनराइजर्स हैदराबाद से सिर्फ एक मैच खेलने को मिला, लेकिन एक साल में उन्होंने भारतीय टीम में जगह बनाई जिससे अब आइपीएल में भी उनसे उम्मीदें जग गई हैं। खलील भी इसके लिए पूरी तरह तैयार हैं। आइपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के प्रदर्शन को लेकर अभिषेक त्रिपाठी ने खलील अहमद से विशेष बातचीत की।

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पेश हैं मुख्य अंश-

पिछली बार की उपविजेता टीम इस सत्र में किस उम्मीद और नजरिये के साथ उतरेगी?

एक बार फिर मैं सनराइजर्स हैदराबाद में वापस आ गया हूं। इस टीम के साथ जुड़कर अच्छा लग रहा है। यह टीम और उसके खिलाड़ी काफी अच्छे हैं। निश्चित तौर पर हम इसका खूब लुत्फ उठाएंगे। जहां तक तैयारियों की बात है तो हमारा कैंप शुरू हो गया है और हम अपनी कमजोरियों पर काम कर रहे हैं।

सनराइजर्स हैदराबाद को मजबूत गेंदबाजी के लिए जाना जाता है। इस संयोजन को कैसे देख रहे हैं? इसमें अपनी भूमिका के बारे में भी बताएं?

ये सभी को पता है कि हमारी टीम में अच्छे तेज गेंदबाज हैं। हमारा गेंदबाजी ग्रुप काफी बेहतर है। अनुभवी भुवनेश्वर कुमार भाई हमारे साथ हैं। वह सीमित ओवरों के क्रिकेट खासतौर पर आइपीएल में काफी खतरनाक हो जाते हैं। उनका पिछला प्रदर्शन इस बात का गवाह है। इसके अलावा टीम में अन्य गेंदबाज भी हैं जिन्होंने आइपीएल में टीम के लिए अच्छा किया है। भुवी भाई के साथ टीम का गेंदबाजी संयोजन काफी अच्छा हो जाता है। जहां तक मेरी और उनकी जोड़ी की बात है तो मैं टीम इंडिया में उनके साथ गेंदबाजी कर चुका हूं। अब हम आइपीएल में भी एक साथ खेलेंगे। हम एक-दूसरे को जानते हैं, तो इससे एक-दूसरे को समझने में मुश्किल नहीं होगी। भुवी भाई भी अपना अनुभव बांटेंगे। यहां सभी लोग खेल सकते हैं। सभी बराबर हैं। हमारी टीम में कोई ज्यादा या कम नहीं है। इसके अलावा टीम में बिली स्टेनलेक, शाकिब अल हसन, राशिद खान, संदीप शर्मा और शहबाज नदीम भी हैं। कुल मिलाकर हमारा गेंदबाजी ग्रुप बेहतर है।

टी-20 में चार ओवर फेंकने होते हैं। इसमें बल्लेबाज काफी आक्रामक रुख अख्तियार करते हैं। क्या तेज गेदबाज को वनडे और टी-20 प्रारूप में अलग-अलग फोकस के साथ उतरना होता है?

बिलकुल ये दो अलग प्रारूप हैं और इसमें आपको अलग-अलग रणनीति के साथ उतरना होता है। आइपीएल बल्लेबाजों का खेल है। भारतीय सरजमीं पर आइपीएल होता है और यहां पर विकेट सपाट होती हैं। बाउंड्री भी छोटी होती हैं। निश्चित तौर पर टी-20 में गेंदबाजों के लिए मुश्किल होता है। यहां पर सफल होने के लिए आपकी गेंदबाजी में विविधता होनी चाहिए। आपको एक योजना के साथ चलना होता है। ये प्लान फेल नहीं होना चाहिए, नहीं तो आप महंगे साबित हो सकते हैं।

स्पिनरों का एक अच्छा ग्रुप भी आपकी टीम में है। पिछले सत्र में हैदराबाद ने स्पिनरों की वजह से कई छोटे स्कोर के मैच भी बचाए। स्पिनरों से तेज गेंदबाजों को क्या अपेक्षा होती है?

निश्चित तौर पर हमारे स्पिनर क्लासी हैं, लेकिन हम लोग एक ही हैं। हम अलग-अलग नहीं हैं। इसीलिए हमारी टीम अच्छी है। हमारी टीम में राशिद, शाकिब, नदीम जैसे अच्छे स्पिनर हैं। इनके होने के कारण एक तेज गेंदबाज के तौर पर आपके ऊपर दबाव नहीं होता है। आप जानते हैं कि टीम में विकेट लेने वाले स्पिनर हैं जो रन रोक सकते हैं। इससे तेज गेंदबाजों के ऊपर से दबाव चला जाता है। दोनों तरह के गेंदबाजों का अच्छा मिश्रण है हमारे पास। इससे टीम को फायदा होता है।

आपके कप्तान केन विलियमसन चोटिल हैं, कैसे देख रहे हैं? कौन कप्तानी करेगा?

अभी इसको लेकर हम लोगों की कोई बात नहीं हुई है। हमें उम्मीद है कि वह जल्दी ठीक हो जाएंगे और टीम के साथ जुड़ जाएंगे। फिलहाल हम अच्छी तैयारियों पर ध्यान दे रहे हैं।

पिछले वर्ष खिताब जीतते-जीतते रह गए थे। कुछ मलाल है? कैसे उस सपने को पूरा करेंगे?

अगर आप टूर्नामेंट जीतते हो तो अच्छा लगता है, मजा आता है। पिछले वर्ष हम अच्छा खेले थे। ऐसा नहीं है कि हमने छोटे स्कोर ही किए। हमने बड़े स्कोर भी किए थे। कभी-कभी अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद मैच हाथ से निकल जाता है। पिछले सत्र में सभी ने अच्छा किया था। इस बार यही कोशिश है कि गलतियों से सीखकर आगे बढ़ें और जो पिछली बार नहीं कर सके, उसे इस बार पूरा करेंगे।


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