हाथापाई करने वाले DDCA के संयुक्त सचिव बर्खास्त, लोकपाल ने बताया कब तक रहेंगे बर्खास्त
हाथापाई करने वाले DDCA के संयुक्त सचिव को बर्खास्त कर दिया गया है और लोकपाल ने कहा है कि उनको तब तक बर्खास्त रहना पड़ेगा जब तक बोर्ड के सदस्य उनको माफ नहीं कर देते।
नई दिल्ली, अभिषेक त्रिपाठी। दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) की दिसंबर में हुई वार्षिक आम सभा (एजीएम) में हाथापाई करने वाले डीडीसीए के संयुक्त सचिव राजन मनचंदा को लोकपाल दीपक वर्मा ने तुरंत प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है।
डीडीसीए के लोकपाल दीपक वर्मा ने गुरुवार को सुनवाई के दौरान कहा कि मनचंदा को वीडियो में साफ तौर पर हाथापाई करते देखा जा सकता है। यह क्रिकेट के हितों के खिलाफ है। इनके जैसा कोई शख्स क्रिकेट से नहीं जुड़ा होना चाहिए। भले ही उनका कार्यकाल अभी डेढ़ वर्ष बचा है, लेकिन इन्हें पद से तुरंत बर्खास्त किय जाता है।
लोकपाल ने कहा कि यहां कुछ ऐसे लोग हैं जो चुनाव जीतकर आ जाते हैं और गलत हरकत करते हैं। मनचंदा को तब तक बर्खास्त किया जाता है, जब तक डीडीसीए के 4300 सदस्य उन्हें माफ नहीं कर दें। दरअसल, 29 दिसंबर 2019 को हुई एजीएम के दौरान मनचंदा, सचिव विनोद तिहारा से माइक छीनते दिखे थे। साथ ही एक अन्य डीडीसीए सदस्य मकसूद करीम से उनकी हाथापाई भी हो गई थी। इसके बाद लोकपाल ने मामले की जांच के आदेश दिए थे।
वहीं मनचंदा ने लोकपाल को डीडीसीए की एक आम इमेल आइडी से भी मेल भेजी थी। अब लोकपाल ने आइटी मैनेजर सर्वप्रीत सिंह को इस मामले की भी जांच के आदेश दिए हैं। वहीं मैनेजर नीरज शर्मा भी लगातार लोकपाल को मेल भेजकर यह कहते दिखे कि उनके पास वित्तीय जांच करने की पॉवर नहीं है। अगर एचआर और लीगल विभाग के मुखिया पीके बनर्जी मेल करते हैं तो उनकी बात सुनी जाएगी।
नीरज आगे भी अपने अधिकार क्षेत्र से बाहर जाकर काम करते हैं तो वह दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायधीश को पत्र लिखकर उनकी गिरफ्तारी के लिए कहेंगे। लोकपाल डीडीसीए में क्लब और लाउंज निर्माण में लगे वित्तीय घोटाले के आरोपों पर अगली सुनवाई 20 मई को करेंगे।