क्रिकेट जगत में खलबली, अब ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने लिया ये गंभीर फैसला
कंगारू खिलाड़ियों ने ऐसा फैसला ले लिया है जिससे पूरी दुनिया का ध्यान उनकी तरफ चला गया है।
नई दिल्ली, [स्पेशल डेस्क]। खिलाड़ियों के वेतन को लेकर क्रिकेट जगत में पहले भी कई बार हंगामा देखने को मिला है, लेकिन फिलहाल जो ऑस्ट्रेलिया में हो रहा है उसने काफी गंभीर स्थिति पैदा कर दी है। बोर्ड (क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया) के साथ अनुबंध, राजस्व के ढांचे और वेतन को लेकर चल रही तनातनी में अब खिलाड़ियों ने ऐसा फैसला ले लिया है, जिससे पूरी दुनिया का ध्यान उनकी तरफ चला गया है।
- खिलाड़ियों का अहम फैसला
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया-ए टीम ने फैसला लिया है कि वो प्रस्तावित दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए नहीं जाएंगे। इस टीम में उस्मान ख्वाजा, ट्रेविस हेड और ग्लेन मैक्सवेल जैसे तमाम दिग्गज कंगारू खिलाड़ियों के नाम भी शामिल हैं। गौरतलब है कि 1 जुलाई को खिलाड़ियों का करार खत्म होने के साथ ही सभी खिलाड़ी अब बेरोजगार हो चुके हैं। तकरीबन 230 ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों (महिला व पुरुष) ने नए अनुबंध को तब तक स्वीकार करने से मना कर दिया है, जब तक राजस्व के समान बंटवारे को लेकर समझौता ज्ञापन (MoU) नहीं होता। इसके लिए क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) और ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर्स एसोसिएशन (एसीए) के बीच बातचीत से हल निकलने की उम्मीद लगाई गई थी लेकिन जब ऐसा कुछ होता नहीं दिखा तो पहले दी गई चेतावनी के मुताबिक खिलाड़ियों ने अपने अंदाज में बोर्ड को जवाब दे दिया है।
- भारत दौरा और एशेज सीरीज खतरे में
उधर, क्रिकेट बोर्ड अपने किसी भी फैसले को बदलने या उसमें कोई बड़ा संशोधन करने के मूड में नहीं दिख रहा है। बोर्ड ने साफ कर दिया है कि जो भी पैसा (तकरीबन 2 लाख 50 हजार डॉलर) दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए निर्धारित किया गया था, अब मौजूदा स्थिति में इस पूरी रकम को ऑस्ट्रेलिया में युवा क्रिकेटरों को तैयार करने व उनको सुविधाएं देने में लगा दिया जाएगा। मतलब साफ है कि बोर्ड पीछे हटने का नाम नहीं ले रहा है। सीनियर खिलाड़ियों ने पहले ही साफ कर दिया है कि वे प्रस्तावित बांग्लादेश दौरे के लिए तब तक रवाना नहीं होंगे जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जातीं। अब इस वजह से सितंबर-अक्टूबर में होने वाले भारत दौरे और नवंबर में शुरू होने वाली प्रतिष्ठित एशेज सीरीज भी खतरे में पड़ती नजर आने लगी है।
- सरकार के हस्तक्षेप तक पहुंच गया है विवाद
ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट में ताजा विवाद अब इतना गंभीर रूप लेता जा रहा है कि आने वाले समय में ऑस्ट्रेलिया की सरकार भी इसमें हस्तक्षेप करती नजर आ सकती है। गौरतलब है कि ऑस्ट्रेलिया के खेल मंत्री ग्रेग हंट ने कहा था कि अगर इस विवाद का जरा सा भी असर एशेज सीरीज पर पड़ता नजर आया तो खुद सरकार सीधे तौर पर इस मामले में हस्तक्षेप करेगी। जाहिर है कि एशेज सीरीज हमेशा से इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के लिए प्रतिष्ठा का सवाल रही है। इस बार इंग्लैंड के खिलाफ एशेज सीरीज का आयोजन ऑस्ट्रेलिया में ही होना है और बोर्ड व सरकार को इससे अच्छी कमाई होने की उम्मीद है।
- ये हो क्या रहा है, पहले श्रीलंका, फिर विंडीज, अब ऑस्ट्रेलिया
क्रिकेट में पिछले कुछ सालों में वेतन व अनुबंध को लेकर बोर्ड के साथ तनातनी आम होती जा रही है। कुछ सालों पहले श्रीलंका में भी खिलाड़ियों की बकाया राशि न चुकाने को लेकर काफी विवाद हुआ था हालांकि बोर्ड को दबाव में आकर झुकना पड़ा और वो मामला सुलझ गया..लेकिन उधर, वेस्टइंडीज में इस विवाद ने पिछले दो-तीन सालों में इतना गंभीर मोड़ ले लिया कि इस समय दिग्गज खिलाड़ियों की एक पूरी टीम बाहर बैठी नजर आ रही है। हमने अपनी पिछली खबर (एक पूरी टीम है बाहर) में आपको बताने का प्रयास भी किया था कि भारत के खिलाफ चल रही मौजूदा वनडे सीरीज में वेस्टइंडीज के कितने अहम खिलाड़ी नदारद हैं। क्रिकेट एक्सपर्ट सुशील शर्मा कहते हैं, 'क्रिकेट में ताजा स्थिति चिंताजनक है और अगर आइसीसी ने लगातार इससे दूरी बनाने का फैसला लिया तो ये और गंभीर हो सकता है। गिनती के देश क्रिकेट के शीर्ष स्तर पर मौजूद हैं और उनके दिग्गज भी बाहर रहे तो लोकप्रियता को खतरा है।' अब ऑस्ट्रेलिया में भी यही हंगामा शुरू हो चुका है और इन विवादों का असर विश्व क्रिकेट पर भी पड़ता रहा है। देखना दिलचस्प होगा कि अब तक इन मामलों में बैकफुट पर रहने वाला अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) क्या कोई कदम उठाता है या नहीं।