दक्षिण अफ्रीका में हो सकता है आइपीएल-7
बेंगलूर। इंडियन प्रीमियर लीग [आइपीएल] का सातवां चरण लोकसभा चुनावों की वजह से दक्षिण अफ्रीका में आयोजित किया जा सकता है। चुनावों की तारीखें टूर्नामेंट के साथ पड़ रही हैं। आइपीएल अधिकारियों की अगले सप्ताह गृह मंत्रालय में बैठक होगी। आयोजन स्थल और टूर्नमेंट के कार्यक्रम पर अंतिम फैसला आगामी 10 दिन में ले लिया जाएगा। आम च
बेंगलूर। इंडियन प्रीमियर लीग [आइपीएल] का सातवां चरण लोकसभा चुनावों की वजह से दक्षिण अफ्रीका में आयोजित किया जा सकता है। चुनावों की तारीखें टूर्नामेंट के साथ पड़ रही हैं। आइपीएल अधिकारियों की अगले सप्ताह गृह मंत्रालय में बैठक होगी। आयोजन स्थल और टूर्नमेंट के कार्यक्रम पर अंतिम फैसला आगामी 10 दिन में ले लिया जाएगा। आम चुनाव इस साल अप्रैल-मई में होने की संभावना हैं।
आइपीएल अध्यक्ष रंजीब बिस्वाल ने कहा कि हम कई विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। हम गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के साथ बैठक करेंगे ताकि हम भारत में आइपीएल कराने की संभावित तारीख जान सकें। हम भारत में मैच आयोजित कराने के इच्छुक हैं। अगर ऐसा नहीं होगा, तो दक्षिण अफ्रीका को तरजीह दी जाएगी लेकिन दूसरे और तीसरे विकल्प भी खुले हैं। उन्होंने हालांकि दूसरे और तीसरे विकल्पों के नाम नहीं लिए, लेकिन अटकलों के अनुसार ये बांग्लादेश और संयुक्त अरब अमीरात हो सकते हैं। बिस्वाल ने कहा कि हम यही पूछ रहे हैं कि हमारे पास 9 अप्रैल से 3 जून तक की विंडो है। हम भारत में ज्यादा से ज्यादा मैच कराना चाहते हैं और अगर हमें हरी झंडी मिल गई तो शायद हम सभी मैच भारत में करा सकते हैं। 2009 में भी लोकसभा चुनाव और सुरक्षा व्यवस्था के कारण आइपीएल दक्षिण अफ्रीका में शिफ्ट किया गया था। ललित मोदी तब आइपीएल आयुक्त थे। बिस्वाल ने कहा कि हम फ्रेंचाइजियों से भी लगातार संपर्क में हैं। हमने पिछले दो दिनों में उन्हें भरोसे में लिया और उनके साथ कई बैठकें की हैं। हमने अपना पक्ष स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने हमारी चिंताओं को देखते हुए इस मामले में सहयोग दिया है। हम गृह मंत्रालय के अधिकारियों से मिलने के बाद संचालन परिषद की बैठक करेंगे, जिसमें हम स्थल और तारीखों पर फैसला करेंगे।
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खिलाड़ियों की नीलामी को लेकर बिस्वाल से अनकैप्ड खिलाड़ियों को पूल में लाने के फैसले के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हम कैप्ड और अनकैप्ड खिलाड़ियों में फर्क नहीं करना चाहते थे। अधिकांश अनकैप्ड खिलाड़ियों को अच्छे दाम मिले हैं और कुछ तो करोड़ में बिके हैं। युवाओं के लिए यह अच्छी शुरुआत है। मेरा मानना है कि आइपीएल संचालन परिषद की यह अच्छी पहल है। कार्यसमिति ने इसे मंजूरी दी। घरेलू सत्र में अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों को अच्छे दाम मिले। युवराज सिंह की खरीद को लेकर रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूर के मालिक विजय माल्या की शिकायत पर उन्होंने कहा कि नीलामीकर्ता का फैसला अंतिम है। माल्या ने शिकायत की थी कि हथौड़ा नीचे जाने के बाद कोलकाता नाइट राइडर्स के बोली लगाने से उन्हें युवराज पर चार करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च करने पड़े। बिस्वाल ने कहा कि बुधवार को संचालन परिषद की बैठक हुई थी। नीलामीकर्ता का फैसला अंतिम होता है और संचालन परिषद भी यही मानती है।