टेस्ट मैच खेलने को बेताब भारतीय क्रिकेटर ने कहा, 'टेस्ट टीम में जगह ही दे दो,यही बहुत है'
भारतीय क्रिकेटर ने कहा कि वो उन्हें एक टेस्ट खेलने का मौका मिल जाए या फिर टेस्ट दल में शामिल ही कर लिया जाए इसमें ही वो खुश हो जाएंगे।
नई दिल्ली, जेएनएन। टेस्ट क्रिकेट खेलना किसी खिलाड़ी के लिए कितनी अहमियत रखता है ये युजवेंद्र चहल की बातों से पता लगता है जो टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए बेताब हैं। चहल ने 11 जून 2020 को इंटरनेशनल क्रिकेट में अपने चार साल पूरे कर लिए। अपने प्रदर्शन के दम पर उन्होंने सिमित प्रारूप में अपना नाम पक्का कर लिया है। उन्होंने साल 2016 में जिम्बाब्वे टूर के दौरान भारत के लिए डेब्यू किया था। अब वो विराट कोहली की टीम के एक अहम स्पिनर हैं।
चहल ने सिमित ओवर के पारूप में चाइनामैन कुलदीप यादव के साथ अपनी सफल जोड़ी बनाई है और ये दोनों गेंदबाज मिलकर मध्य के ओवर्स में अपनी टीम के लिए खूब विकेट निकालते हैं। एक तरफ जहां कुलदीप यादव काफी वक्त से टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं तो वहीं चहल टेस्ट टीम में अपनी एंट्री का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हालांकि इन दिनों यही कहा जा रहा है कि कोई भी क्रिकेटर एक या दो फॉर्मेट के लिए ही सही होता है, लेकिन इन बातों के बीच चहल का ये बड़ा सपना है कि वो लाल गेंद के क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व करें।
ईएसपीएन क्रिकइन्फो के शो वन ऑन वन के दौरान चहल ने कहा कि अगर मुझे भारत के लिए कम से कम एक टेस्ट मैच में भी खेलने का मौका मिल जाए या सिर्फ मेरा नाम ही टेस्ट टीम में आ जाए तब भी मुझे बहुत खुशी होगी। चहल ने भारत के लिए 52 वनडे और 42 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं और दोनों को मिलाकर 146 विकेट हासिल किए हैं। हालांकि ये देखना दिलचस्प होगा कि टेस्ट टीम में पहले ही कुलदीप, आर अश्विन व रवींद्र जडेजा मौजूद हैं तो उनके रहते क्या युजवेंद्रा चहल को मौका मिलता है। हालांकि लंबे प्रारूप में पिछले चार साल में उन्हें अब तक मौका क्यों नहीं मिला ये भी एक बड़ा सवाल है।