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इस ट्रिक को अपनाकर इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में सफल हो सकते हैं भारतीय बल्लेबाज

इंग्लैंड में भारतीय टीम की जीत बल्लेबाजों पर ज्यादा निर्भर करेगी।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Thu, 26 Jul 2018 09:26 PM (IST)Updated: Thu, 26 Jul 2018 09:36 PM (IST)
इस ट्रिक को अपनाकर इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में सफल हो सकते हैं भारतीय बल्लेबाज
इस ट्रिक को अपनाकर इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में सफल हो सकते हैं भारतीय बल्लेबाज

अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। इंग्लैंड के खिलाफ एक अगस्त से शुरू होने वाली पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में अगर टीम इंडिया को जीत हासिल करनी है तो उसके बल्लेबाजों को परचम लहराना होगा क्योंकि 2014 में पिछले दौरे में टीम इंडिया की हार का सबसे बड़ा कारण उसकी बल्लेबाजी ही रही थी। इंग्लैंड में इकलौते अभ्यास मैच में विराट कोहली ने अपने सभी बल्लेबाजों को परखा जिसमें उनके अलावा ओपनर मुरली विजय, दिनेश कार्तिक और केएल राहुल अर्धशतक लगाने में सफल रहे। ये बताता है कि अगर इंग्लैंड में टिककर सत्र दर सत्र खेला जाए तो वहां पर रन बनाए जा सकते हैं। भारतीय बल्लेबाजी की पिछले इंग्लिश दौरे में कई गलतियां की थीं। अगर बल्लेबाज उन गलतियों को सुधारकर अच्छी बल्लेबाजी करते हैं तो विराट की टीम इंग्लैंड में इतिहास रच सकती है।

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पूर्व भारतीय बल्लेबाज और उत्तर प्रदेश के खेल मंत्री चेतन चौहान ने दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में भारतीय टीम का आकलन किया और यह भी बताया कि वह शुरुआत में किसे बल्लेबाजी में उतारना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दौरों की अपेक्षा इस बार इंग्लैंड में गर्मी ज्यादा है जिससे बल्लेबाजी करना अपेक्षाकृत आसान होगा। बस जरूरत है मौसम और इंग्लिश गेंदबाजों को परखकर धैर्य से बल्लेबाजी करने की।

ओपनिंग में धवन और मुरली पर भरोसा

चेतन ने कहा कि पांच टेस्ट मैचों की सीरीज है, ऐसे में मैं शुरुआत में शिखर धवन और मुरली विजय को ही ओपनर के तौर पर देखना चाहूंगा। निश्चित तौर यह वनडे और टी-20 नहीं है। यहां गेंद हिलेगी और इंग्लैंड ऐसी पिच बनाएगा जिससे उसके तेज गेंदबाजों को मदद मिले। निश्चित तौर पर पिच पर मूवमेंट जरूर होगा। ओपनरों को तकनीकी तौर पर दक्ष होकर बल्लेबाजी करनी होगी। एक बार गेंद पुरानी हो जाए और गेंदबाज थक जाएं तब रन बनाने की कोशिश करें। इन दोनों के खेलने से भारत के पास बायें-दायें हाथ के बल्लेबाज का संयोजन रहेगा जो बहुत महत्वपूर्ण है।

पुजारा पर भरोसा बरकरार

चेतेश्वर पुजारा भले ही आउट ऑफ फॉर्म हैं और हाल में काउंटी क्रिकेट में भी रन नहीं बना पाए हैं लेकिन चेतन का भरोसा उन पर बरकरार है। चेतन ने कहा कि विराट को तीसरे नंबर पर पुजारा को ही खिलाना चाहिए। इसमें कोई शक नहीं कि वह अभी पूरी तरह से फॉर्म में नहीं हैं लेकिन बड़े बल्लेबाज को फॉर्म में आने के लिए सिर्फ एक पारी की दरकार होती है। जब क्रिकेट में लंबे समय तक खेलते हैं तो ऐसा होता है लेकिन बड़े खिलाड़ी जल्दी ही इससे पार पा लेते हैं। पुजारा ने इंग्लैंड में पहले भी रन बनाए हें।

रोहित होते तो अच्छा होता

चेतन ने कहा कि मैं चाहता था कि रोहित शर्मा टीम में रहें। वह बहुत बड़े खिलाड़ी हैं लेकिन चयनकर्ताओं ने कुछ सोचकर ही फैसला लिया होगा। अगर वर्तमान चुनी हुई टीम की बात की जाए तो चौथे नंबर अजिंक्य रहाणे को उतरना चाहिए। मैं चाहथा कि वह बड़े प्लेयर हैं। ऐसा माना जाता है कि हरी पिच पर भारतीय बल्लेबाज नहीं खेल पाते लेकिन रहाणे की तकनीक ऐसी है कि वह उस पर भी आराम से खेल लेते हैं। दक्षिण अफ्रीकी दौरे पर जोहानिसबर्ग में आखिरी टेस्ट मैच में भी उन्होंने अच्छी पारी खेली थी। सबसे अच्छी बात है कि रहाणे में गजब का धैर्य जिसकी इंग्लैंड की पिचों पर सबसे ज्यादा जरूरत होगी।

विराट ने किया काफी सुधार

पांचवें नंबर पर कप्तान विराट कोहली को खुद उतरना चाहिए। इसमें कोई शक नहीं कि 2014 में पिछले दौरे में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था लेकिन तब से अब तक उन्होंने अपनी तकनीक में बहुत सुधार किया है। पहले वह ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंदों पर चूक जाते थे लेकिन अब वह लंबा पैर निकालकर खेलना सीख गए हैं। वह अब आसानी से बॉल तक पहुंच जाते हैं। इसका लाभ उन्हें मिलेगा। यह बड़े खिलाड़ी की निशानी है। उन्होंने अपने फुटवर्क में गजब का सुधार किया है। निश्चित तौर पर जेम्स एंडरसन और स्टुअर्ट ब्रॉड के खिलाफ उन्हें खेलते देखना रोमांचक होगा।

दिनेश कार्तिक तो खेलेंगे ही

पूर्व भारतीय खिलाड़ी चौहान ने कहा कि दिनेश को रिद्धिमान साहा की जगह शामिल किया गया है। उन्होंने अभ्यास मैच में भी अच्छा प्रदर्शन किया। वह विकेटकीपर बल्लेबाज हैं और वह तो खेलेंगे ही। उन्होंने अपने खेल में बहुत सुधार लाया है। वह इंग्लैंड के 2014 में नहीं थे लेकिन उन्होंने 2007 दौरे पर इंग्लैंड में बल्लेबाजी की थी। वह वर्तमान टीम में 2007 दौरे पर जाने वाले इकलौते बल्लेबाज हैं। उन्होंने 2007 में ओपनर के तौर पर 263 रन बनाए थे। हालांकि इस दौरे में उन्हें छठे स्थान पर ही उतरना होगा।

राहुल दूसरा ओपनिंग विकल्प

चेतन ने कहा कि केएल राहुल फॉर्म में हैं और उन्होंने अभ्यास मैच में अर्धशतक भी लगाया लेकिन मैं उन्हें तीसरे ओपनर के तौर पर देख रहा हूं। अगर एक-दो टेस्ट में धवन या विजय नहीं चलते हैं तब राहुल को आजमाना चाहिए। वर्तमान भारतीय टीम की अच्छी बात यही है कि इसमें काफी विकल्प मौजूद हैं। ओपनिंग से लेकर गेंदबाजी तक विकल्प की भरमार है। अभ्यास मैच की हरी पिच पर इंग्लिश स्विंग गेंदबाजों के सामने एक ओर जहां शिखर और पुजारा टिक नहीं सके तो दूसरी ओर छठे नंबर पर राहुल ने 92 गेंदों में 11 चौकों की मदद से 58 रनों की पारी खेली। राहुल ऐसे बल्लेबाज हैं, जो ओपनिंग और मध्यक्रम पर भी उतर सकते हैं। हालांकि यह सब टीम प्रबंधन और पिच पर निर्भर करेगा।

इंग्लैंड में ये काम न करें बल्लेबाज

चेतन ने कहा कि इस बार भारत का बल्लेबाजी लाइन अप बहुत अच्छा है। हमारी टीम में आक्रामक बल्लेबाज ज्यादा है। इंग्लैंड में हर गेंद में कुछ न कुछ होता रहता है। तेज गेंदबाजों की गेंद मूव करती है। उसमें धैर्य की आवश्यकता होती है। ऑस्ट्रेलिया में नई बॉल पर संभलकर खेलना होता है क्योंकि वहां शुरुआत में गलती पर बल्लेबाज आउट हो जाता है लेकिन धीरे-धीरे हालात ठीक हो जाते हैं। इंग्लैंड में पूरा दिन कुछ न कुछ घटित होता है। वहां आपको लूज बॉल का इंतजार करके रन बनाने होंगे। हमारे बल्लेबाजों को खुद को एडजस्ट करना होगा। इंग्लैंड में गेंद हवा में और गिरने के बाद भी स्विंग होती है। यहां पर पूरे दिन एक जैसा मौसम और परिस्थितियां नहीं रहतीं। कभी धूप तो कभी ओवर कास्ट रहता है। ऐसे में भारतीय बल्लेबाजों को इंतजार करना होगा और अपने मुफीद परिस्थितियां मिलने पर शॉट लगाने होंगे।

ऐसे खेलें तो बेहतर होगा

2014 में इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों ने टीम इंडिया को स्विंग के आगे घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया था। इस बार भी स्विंग से पार पाना टीम इंडिया के लिए आसान साबित नहीं होने वाला है। चेतन ने कहा कि वर्तमान भारतीय टीम में काफी आक्रामक खिलाड़ी हैं जो चेस्ट खोलकर खेलते हैं। उन्हें इंग्लैंड में इससे बचना चाहिए। वह साइड बॉक्सिंग की तरह खेलें। मुक्केबाजी में कभी-कभी ऐसे ही खेला जाता है। भारतीय बल्लेबाजों को यह कला अपनानी होगी। जब वह बल्लेबाजी करें तो इंग्लिश गेंदबाज को उनका एक कंधा दिखाई देना चाहिए। ऐसे में उन्हें फंसाना मुश्किल होगा। खराब गेंद पर ही शॉट मारें। जहां वह ओपन चेस्ट से खेलेंगे वहीं फंसेंगे।

ओवरऑल टेस्ट में प्रदर्शन

खिलाड़ी, मैच, पारी, रन, सर्वाधिक स्कोर, औसत, 50, 100, 0

विराट, 66, 112, 5554, 243, 53.40, 16, 21, 6

शिखर, 30, 50, 2153, 190, 30.46, 5, 7, 4

मुरली विजय, 57, 97, 3907, 167, 15, 12, 5

पुजारा, 58, 97, 4531, 206*, 17, 14, 4

रहाणे, 45, 76, 2893, 188, 43.17, 12, 9, 5

राहुल, 24, 38, 1512, 199, 40.86, 11, 4, 3

कार्तिक, 24, 38, 1004, 129, 27.13, 7, 1, 2

2014 दौरे में इंग्लैंड में प्रदर्शन

बल्लेबाज, मैच, पारी, रन, सर्वाधिक स्कोर, औसत, 50, 100, 0

विराट, 05, 10, 134, 39, 13.40, 00, 00, 02

धवन, 03, 06, 122, 37, 20.33, 00, 00, 00, 00

विजय, 05, 10, 402, 146, 40.20, 02, 01, 01

पुजारा, 05, 10, 222, 55, 22.20, 01, 00, 01

रहाणे, 05, 10, 299, 103, 33.22, 02, 01, 01


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