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India vs New Zealand: तेज गेंदबाजों की मददगार पिच पर कौन मारेगा बाजी भारत या न्यूजीलैंड

Ind vs NZ टेस्ट सीरीज को बराबर करने का भारत के पास शानदार मौका पर क्या न्यूजीलैंड ऐसा होने देगा।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Fri, 28 Feb 2020 08:45 PM (IST)Updated: Fri, 28 Feb 2020 08:59 PM (IST)
India vs New Zealand: तेज गेंदबाजों की मददगार पिच पर कौन मारेगा बाजी भारत या न्यूजीलैंड
India vs New Zealand: तेज गेंदबाजों की मददगार पिच पर कौन मारेगा बाजी भारत या न्यूजीलैंड

क्राइस्टचर्च, प्रेट्र। India vs New Zealand 2nd test match: हेगले ओवल की पिच वेलिंगटन से ज्यादा हरी है। अगर दूर से देखो तो मैदान और पिच में अंतर भी नजर नहीं आ रहा है। ऐसे में दो टेस्ट मैचों की सीरीज के आखिरी मुकाबले में भी शनिवार से तेज गेंदबाज उधम मचाएंगे। ऐसे में बल्लेबाजों को खुद को बचा-बचाकर रन बनाने होंगे। भारत के लिए अच्छी बात यह है कि पृथ्वी शॉ फिट हैं और बुरी बात है कि इशांत शर्मा चोटिल होने के कारण दूसरे टेस्ट में नहीं खेल पाएंगे। उनकी जगह उमेश यादव खेलेंगे।

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भारत के बल्लेबाजी क्रम को खासतौर पर कड़ी अग्निपरीक्षा से गुजरना होगा। कीवी तेज गेंदबाज शॉर्ट पिच गेंदों के अपने मारक अस्त्र का खुलेआम इस्तेमाल करने के लिए तैयार नजर आ रहे हैं। वेलिंगटन में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के तहत खेली जा रही सीरीज के पहले टेस्ट मैच में भारतीय बल्लेबाज नहीं चल पाए थे और टीम को 10 विकेट से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी।

शास्त्री बोले, झटका मिलना सही : विपरीत परिस्थितियों में सम्मान को ठेस पहुंचने और तकनीकी खामियों के खुलकर सामने आने के बाद भारतीय बल्लेबाजी को इस प्रदर्शन ने हिलाकर रख दिया और कोच रवि शास्त्री भी इससे सहमत हैं। शास्त्री ने दूसरे मैच की पूर्व संध्या पर कहा कि इस तरह का झटका मिलना भी सही है क्योंकि इससे आपका दिमाग खुल जाता है। जब आप हमेशा खुले रास्ते पर चल रहे होते हैं और हार का स्वाद नहीं चखते तो इससे आप का दिमाग कुंद पड़ सकता है।

बल्लेबाजों की कड़ी परीक्षा : हेगले ओवल की घसियाली पिच पर शनिवार को विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा और अंजिक्य रहाणे जैसे बल्लेबाजों को और कड़ी परीक्षा से गुजरना होगा। इस मैदान पर न्यूजीलैंड ने एक मैच को छोड़कर अब तक सभी मैच जीते हैं। शॉर्ट पिच गेंदों के धुरंधर नील वैगनर की इस मैच में वापसी हुई है और वह टिम साउथी, ट्रेंट बोल्ट और काइली जेमिसन के साथ मिलकर राउंड द विकेट गेंदबाजी करके पसली को निशाना बना सकते हैं।

अंतिम-11 में बदलाव संभव : भारत के लिए अच्छी खबर यह है कि पृथ्वी शॉ ने नेट्स पर अभ्यास किया तथा कोच की निगरानी में उन्होंने लंबे समय तक बल्लेबाजी की। इस बीच कप्तान कोहली ने भी उन्हें कुछ टिप्स दिए। भारतीय टीम चाहेगी कि रहाणे, हनुमा विहारी और चेतेश्वर पुजारा में से कोई सकारात्मक अंदाज में बल्लेबाजी करे। इनकी रक्षात्मक बल्लेबाजी से कोहली पर दबाव पड़ता है। अंतिम-11 में ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन की जगह रवींद्र जडेजा को शामिल किया जा सकता है।

जेमिसन या पटेल में से एक खेलेगा : जहां तक न्यूजीलैंड की बात है तो वह तेज गेंदबाजी आक्रमण के साथ उतर सकता है क्योंकि बायें हाथ के स्पिनर एजाज पटेल का बेसिन रिजर्व में खास उपयोग नहीं किया गया था। वैगनर की वापसी के बाद टीम प्रबंधन के लिए जेमिसन को बाहर करना मुश्किल होगा जिन्होंने पदार्पण पर ही शानदार प्रदर्शन किया। जेमिसन और पटेल में से किसी एक को अंतिम-11 में रखने के बारे में बोल्ट ने कहा कि यह केन विलियमसन के लिए अच्छा सिरदर्द है। विकेट पर काफी घास है और क्यूरेटर के अनुसार उसमें पर्याप्त उछाल है। बोल्ट इसी तरह की पिच चाहते हैं। उन्होंने कहा कि गेंदबाजों के लिहाज से देखें तो यह उत्साहवर्धक है। उम्मीद है कि विकेट ऐसा ही रहेगा। बादल छाये रहने और इस तरह के विकेट पर सीम और स्विंग मिलेगी।

गेंदबाजी भी भारतीय टीम की चिंता : भारतीयों के लिए बल्लेबाजी ही चिंता नहीं है क्योंकि जसप्रीत बुमराह और मुहम्मद शमी का पहले मैच में खराब प्रदर्शन भी चिंता का विषय है। उनकी लेंथ सही नहीं थी और वे पुछल्ले बल्लेबाजों को जल्दी समेटने में नाकाम रहे थे।

टीम इस प्रकार हैं :

भारत : विराट कोहली (कप्तान), मयंक अग्रवाल, पृथ्वी शॉ, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, हनुमा विहारी, रिषभ पंत (विकेटकीपर), इशांत शर्मा, रवींद्र जडेजा, जसप्रीत बुमराह, मुहम्मद शमी और शुभमन गिल।

न्यूजीलैंड : केन विलियमसन (कप्तान), टॉम ब्लंडेल, टॉम लाथम, हेनरी निकोल्स, रॉस टेलर, कोलिन डिग्रैंडहोम, बीजे वॉटलिंग (विकेटकीपर), काइली जेमिसन, टिम साउथी, ट्रेंट बोल्ट, नील वैगनर, एजाज पटेल।

नंबर गेम :

-2015-16 में टिम साउथी और ट्रेंट बोल्ट के एक साथ खेलते हुए न्यूजीलैंड को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घर में दो टेस्ट में हार मिली थी। इसके अलावा जब भी बोल्ट और साउथी एक साथ खेले कीवियों को घर में हार नहीं मिली। यह बिल्कुल अश्विन और जडेजा की तरह है, जिनके भारत में एक साथ खेलने पर टीम इंडिया सिर्फ एकमात्र टेस्ट ऑस्ट्रेलिया से हारी। 

-32 का औसत है क्राइस्टचर्च के इस मैदान पर बल्लेबाजों का। यह न्यूजीलैंड के दो अन्य शहरों के मैदान हैमिल्टन और वेलिंगटन से कम है। इन दोनों जगहों पर बल्लेबाज 35 के औसत से रन बनाते हैं। 


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