विराट कोहली हैं महान क्रिकेटर, अपने स्वार्थ को छोड़ टीम के हित में किया ये बड़ा फैसला !
India vs South Africa पुणे टेस्ट मैच की पहली पारी में विराट कोहली ने एक ऐसा फैसला किया जिसने क्रिकेट फैंस को उनका और ज्यादा मुरीद बना दिया।
नई दिल्ली, जेएनएन। India vs South Africa test series 2019: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) मौजूदा दौर के महान क्रिकेटरों में से एक हैं और इसमें शायद ही किसी को कोई शक होगा। क्रिकेट की बुक्स में विराट के रिकॉर्ड्स जिस तेजी से दर्ज होते जा रहे हैं वो साफ बयां करता है कि इस खिलाड़ी की प्रतिभा क्या है और आगे ये और क्या-क्या कर सकते हैं। टेस्ट क्रिकेट हो या फिर वनडे क्रिकेट ये खिलाड़ी अपने खेल के दम पर उन तमाम आंकड़ो को पीछे छोड़ता जा रहा है जो दुनिया के महान बल्लेबाजों ने बनाए हैं। विराट इस वक्त जिस तरह से खेल रहे हैं अगर वो इसी तरह से आने वाले कुछ सालों तक खेलते रहे तो वो क्रिकेट की दुनिया में कुछ अलग ही मुकाम पा लेंगे।
विराट कोहली को अपने रिकॉर्ड्स की ज्यादा परवाह है या फिर टीम की, पुणे टेस्ट मैच में इसका बड़ा उदाहरण देखने को मिला। पुणे टेस्ट मैच की पहली पारी में वो 254 रन पर नाबाद बल्लेबाजी कर रहे थे और वो जिस तरह की लय में थे ऐसा संभव था कि वो अपने टेस्ट करियर का पहला तीसरा शतक बना देंगे। वहीं उनके साथ दूसरी तरफ जडेजा बल्लेबाजी कर रहे थे और ऐसा लग रहा था कि वो अपना शतक पूरा कर लेंगे, पर वो 91 रन पर आउट हो गए। जडेजा जैसे ही आउट हो गए विराट ने पारी की घोषणा कर दी।
यहां देखने वाली बात ये थी कि विराट अगर चाहते तो कुछ देर और बल्लेबाजी करके अपना तिहरा शतक शायद पूरा भी कर सकते थे। विराट के पास ये शानदार मौका भी था और अगर ऐसा हो भी जाता तो शायद कुछ बिगड़ने वाला नहीं था, लेकिन कप्तान के दिमाग में अपने रिकॉर्ड से ज्यादा टीम को जीत दिलाने की चिंता थी। उनका ये सोचना था कि अगर मैच के दूसरे दिन का खेल खत्म होने से कुछ देर पहले अगर वो पारी की घोषणा करके विरोधी टीम को बल्लेबाजी देते हैं तो कुछ विकेट टीम के हिस्से में आ सकता है और ये टीम की जीत का आधार बन सकता है। विराट ने अपनी इस सोच के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया और 601 रन पर पारी की घोषणा कर दी। इसके बाद प्रोटियाज बल्लेबाजी के लिए आए और दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक दक्षिण अफ्रीका की टीम ने 15 ओवर में 3 विकेट गंवा दिए और सिर्फ 36 रन ही बना पाए। पहली पारी के आधार पर दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक मेहमान टीम अब भी भारत से 565 रन पीछे है।
यहां पर सबसे अहम बात ये है कि टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका के तीन बेहतरीन शुरुआती बल्लेबाजों को सस्ते में आउट कर दिया है और ये टीम की जीत के लिए आगे बहुत ही मदद करने वाला है। सबसे अहम बात ये है कि विराट ने पुणे टेस्ट की पहली पारी में अपने रिकॉर्ड को दरकिनार करते हुए टीम के हित में सोचा और यही बात उन्हें एक महान खिलाड़ी बनाती नजर आती है। पुणे टेस्ट मैच की पहली पारी के दौरान विराट ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे तेज 21,000 रन बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम किया। वहीं वो भारत की तरफ से सबसे तेज 7000 रन पूरा करने वाले पहले टेस्ट कप्तान बने। विराट टेस्ट कप्तान के तौर पर भारत की तरफ से सबसे बेस्ट पारी खेलने वाले पहले बल्लेबाज भी बने। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में वो कप्तान के तौर पर पहला दोहरा शतक लगाने वाले खिलाड़ी बने।