Ind vs Eng: विराट कोहली की टीम इंडिया 'स्पिन बीमारी' से जूझ रहे अंग्रेजों पर करेगी आखिरी वार
भारत चार मैचों की सीरीज में 2-1 से आगे चल रही है और अगर वह अंतिम टेस्ट ड्रॉ भी करा लेती है तो जून में लॉर्ड्स में होने वाले विश्व चैंपियनशिप फाइनल में न्यूजीलैंड से भिड़ेगी। भारतीय टीम सिर्फ ड्रॉ से संतोष नहीं करेगी और आक्रामक तरीके से खेलेगी।
अभिषेक त्रिपाठी, अहमदाबाद। Ind vs Eng: ऐसा लग रहा है कि क्रिकेट जगत में स्पिन ट्रैक के अलावा चर्चा की कोई चीज ही नहीं बची है। न कोई बल्लेबाज के डिफेंस की बात कर रहा है, न कोई इंग्लिश टीम के खराब प्रदर्शन की। कुछ हद तक भारतीय कप्तान विराट कोहली, उप कप्तान अजिंक्य रहाणे और रविचंद्रन अश्विन के तर्क ठीक साबित हो रहे हैं कि जब भारतीय टीम को विदेश में गीली और घसियाली विकेट मिलती है तब कोई कुछ नहीं कहता। तब सब भारतीय टीम की कमजोरियों पर बात करते हैं तो इस बार सारा फोकस नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच पर क्यों जा टिका है, जबकि इस बीच जिंबाब्वे ने भी अबूधाबी में खेले गए पहले टेस्ट मैच में अफगानिस्तान को दो दिन के भीतर 10 विकेट से मात दी।
भारतीय टीम चार मैचों की सीरीज में 2-1 से आगे चल रही है और अगर वह अंतिम टेस्ट ड्रॉ भी करा लेती है तो जून में लॉर्ड्स में होने वाले विश्व चैंपियनशिप फाइनल में न्यूजीलैंड से भिड़ेगी। हालांकि यह भी तय है कि भारतीय टीम सिर्फ ड्रॉ से संतोष नहीं करेगी और आक्रामक तरीके से जीत की ओर जाएगी जैसा उसने ऑस्ट्रेलिया में किया था। हालांकि इंग्लैंड की टीम ने बुधवार को बहुत तगड़ा अभ्यास किया और वे आखिरी मैच में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती है।
लाल गेंद से राहत : भारत ने इसी स्टेडियम में पिछले मुकाबले में गुलाबी गेंद से दूसरे दिन ही 10 विकेट से मैच जीत लिया था, लेकिन उस बात को अब छह दिन बीत चुके हैं। यही नहीं, अब गुलाबी गेंद की जगह लाल गेंद ने ले ली है जिससे बल्लेबाजों को कुछ आसानी होगी। गुलाबी गेंद की तुलना में लाल गेंद पिच पर गिरने के बाद उतनी अधिक तेजी से नहीं आती है। ऐसे में यहां अगर बल्लेबाज बेहतर डिफेंस के साथ खेलेंगे तो रन बना सकते हैं।
भारतीय बल्लेबाजों को कुछ बेहतर करना होगा : टीम इंडिया भले ही इस सीरीज में आगे चल रही हो, लेकिन उसके बल्लेबाजों को कुछ बेहतर करना होगा। विराट और चेतेश्वर पुजारा 2019 के बाद से शतक नहीं लगा पाए हैं। इस सीरीज में रोहित शर्मा ने सबसे ज्यादा 296 तो अश्विन ने उनके बाद 176 रन बनाए हैं। अश्विन ने चेपक में शतक भी जड़ा था। कोहली ने दो अर्धशतक लगाए हैं तो रहाणे, पुजारा और शुभमन गिल एक-आध अच्छी पारी ही खेल पाए हैं।
टीम इंडिया में बदलाव : शादी के कारण जसप्रीत बुमराह टीम से बाहर हो गए हैं। उनकी जगह इस मैच में उमेश यादव की वापसी हो सकती है। इसके अलावा वाशिंगटन सुंदर की जगह कुलदीप यादव को खिलाने का विकल्प भी खुला है। बाकी किसी बदलाव की उम्मीद कम ही है।
'लो' फील कर रहे हैं इंग्लिश खिलाड़ी : भारत के खिलाफ तीसरा टेस्ट सिर्फ पांच सत्र और कुछ मिनटों में हारने वाली इंग्लिश टीम बीमारी से जूझ रही है। कई खिलाड़ी 'लो' महसूस कर रहे हैं। इंग्लैंड के कप्तान जो रूट भी कह रहे हैं कि हमारे आस-पास बहुत कुछ हो रहा है, लेकिन हम इन सब चीजों को निगरानी कर रहे हैं। मुझे नहीं पता है कि कौन सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है, लेकिन इस स्तर पर सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण यह है कि हम सभी को चयन का बेहतर मौका दें। मंगलवार को अभ्यास के बाद टीम कुछ सामान्य हुई है। इंग्लैंड की टीम के प्रवक्ता का कहना है कि सहायक कोच पॉल कोलिंगवुड पर हार का काफी असर पड़ा है, लेकिन अब वह ट्रेनिंग दे रहे हैं। अगर हम सीरीज 2-2 से भी बराबर करा लेते हैं तो यह बड़ी उपलब्धि होगी।
सीधी गेंदों से बचना होगा : इंग्लिश बल्लेबाजों की सबसे बड़ी परेशानी रही है कि वह यह सोचकर मैच में उतरते हैं कि गेंद स्पिन होगी और सीधी गेंद पर बोल्ड या पगबाधा होकर चले आते हैं। बायें हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल ने उन्हें ऐसे ही परेशान किया है। इंग्लैंड अगर 2-2 से यह सीरीज बराबर करने में कामयाब रहता है तो पांच टी-20 और तीन वनडे मैचों की सीरीज के लिए आत्मविश्वास हासिल कर लेगा। अक्षर और रविचंद्रन अश्विन इस सीरीज में अब तक 42 विकेट चटका चुके हैं और निश्चित तौर पर वह चौथे टेस्ट की पिच देखकर मुस्कुरा रहे होंगे। भारतीय स्पिनरों ने तीन टेस्ट में इंग्लैंड के 60 में से 49 विकेट चटकाए हैं।
कप्तान जो रूट (333 रन) का बल्ला पहले टेस्ट में दोहरा शतक जड़ने के बाद मौन है। इसके अलावा कोई बल्लेबाज टिककर खेलने की जिजीविषा नहीं दिखा सका है। पिछले मैच में रूट ने दो की जगह सिर्फ एक विशेषज्ञ स्पिनर खिलाया था। वह इस मैच में दो स्पिनरों जैक लीच और डोमनिक बेस के साथ उतर सकते हैं। ऐसे में तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के बाहर बैठने की संभावना है। रूट ने खुद पिछले मैच की दूसरी पारी में आठ रन देकर पांच विकेट चटकाए थे। वह खुद भी गेंदबाजी कर सकते हैं।
टीम :
भारत : विराट कोहली (कप्तान), रोहित शर्मा, शुभमन गिल, चेतेश्वर पुजारा, अजिंक्य रहाणे, रिषभ पंत, वाशिंगटन सुंदर, रविचंद्रन अश्विन, अक्षर पटेल, इशांत शर्मा, उमेश यादव, मुहम्मद सिराज, रिद्धिमान साहा, मयंक अग्रवाल, हार्दिक पांड्या, कुलदीप यादव और लोकेश राहुल।
इंग्लैंड : जो रूट (कप्तान), जेम्स एंडरसन, जोफ्रा आर्चर, जॉनी बेयरस्टो, डॉम बेस, स्टुअर्ट ब्रॉड, रोरी बर्न्स, जैक क्रॉले, बेन फोक्स, डैन लॉरेंस, जैक लीच, ओली पोप, डॉम सिब्ले, बेन स्टोक्स, ओली स्टोन, क्रिस वोक्स और मार्क वुड।