World Cup 2019: वो मैच...जब 17 रन पर गिर गए थे 5 विकेट, फिर ऐसे भारत बना विश्व विजेता!
साल 1983 जब भारत पहली बार क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतकर विश्व विजेता बना था। (Courtesy ESPNCricInfo)
नई दिल्ली, जेएनएन। ICC World Cup 2019: साल 1983, जब भारत पहली बार क्रिकेट वर्ल्ड कप जीतकर विश्व विजेता बना था। उस वक्त भारत का वर्ल्ड कप जीतना काफी चौंकाने वाला था। उस वक्त फाइनल में भारतीय टीम वेस्टइंडीज की एक ऐसी टीम के सामने थी, जो उस समय की सबसे बेहतरीन टीम मानी जाती थी और भारत ने उसी टीम को मात देकर इतिहास रचा था। हालांकि कहा जाता है कि 1983 में भारत के विश्व विजेता बनने में उस सेमीफाइनल मैच का अहम रोल है, जब भारत ने 17 रन पर पांच विकेट गवां दिए थे और वो मैच जीत लिया गया था। यह मैच भारत बनाम जिम्बाब्वे के बीच खेला गया था और भारत यह मैच जीतकर फाइनल में पहुंचा, जिससे भारत का विश्व विजेता बनने का सपना साकार हुआ। जानते हैं इस मैच में क्या क्या हुआ और वो कौनसा बल्लेबाज था, जिसने यह मैच जीतवाया था...
जब संकटमोचक बना ये खिलाड़ी
ये साल 1983 वर्ल्ड कप का 20वां मैच था। इस मैच में भारतीय टीम पहले बल्लेबाजी की करने उतरी और सलामी बल्लेबाज लिटिल मास्टर सुनील गावस्कर और श्रीकांत मैदान में उतरे। दोनों खिलाड़ी बिना खाता खोले ही पवैलियन लौट गए और इसके बाद आए मोहिंदर अमरनाथ और संदीप पाटिल का भी यही हाल रहा। धीरे-धीरे विकेट गिरते गए और 17 रन पर भारत के 5 विकेट गिर गए। उस वक्त कपिल देव थोड़ी देर पहले ही मैदान में उतरे थे और वो ही उस मैच के वो खिलाड़ी साबित हुए, जिन्होंने इस मैच को जिम्बाब्वे के हाथ से वापस ले लिया। उन्होंने 138 गेंदों पर 175 रन बना दिए और भारत का स्कोर बढ़ाने में मदद कर पाए और भारतीय टीम के लिए संकटमोचक साबित हुए।
एक तरह कपिल देव तो काफी अच्छा खेल रहे थे, हालांकि दूसरी ओर विकेट गिरने का सिलसिला जारी था। फिर भी कपिल देव ने गिरती हुई पारी को संभाला और भारत को वो सपना टूटने से बचाया, जिसका भारत लंबे समय से इंतजार कर रहा था। उस वक्त वनडे मैच 60 रन का हुआ करता था और भारत ने जिंबाब्वे के सामने 267 रन का टारगेट रखा और जिंबाब्वे यह मैच 31 रन से हार गया। इस जीत ने भारत के फाइनल में जाने के रास्ते खोल दिए और बाद में भारत विश्व विजेता बना। खास बात ये है कि कपिल देव के करियर में वो मैच ऐसा है जब कपिल देव ने शतक लगाया। कपिल देव ने अपने करियर में एक ही शतक लगाया है और वो भी 1983 के इस मैच में।
ऐसा था फाइनल मैच
इंग्लैंड के प्रतिष्ठित मैदान लॉर्ड्स पर हुए फाइनल मैच में वेस्टइंडीज ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करने का फैसला किया था। पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम से एक बड़े स्कोर की उम्मीद थी, लेकिन 54.4 ओवर में पूरी टीम 183 के स्कोर पर ही सिमट गई। वेस्टइंडीज के दिग्गज गेंदबाज एंडी रॉबर्ट्स ने 3 विकेट, माइकल होल्डिंग, मार्शल और गोम्स ने 2-2 और जोल गार्नर ने एक विकेट लेकर पूरे भारतीय बल्लेबाजी क्रम को ढेर कर दिया था। ओपनर क्रिस श्रीकांत ने सर्वाधिक 38 रन बनाए थे। उसके बाद जवाब में उतरी दिग्गज कैरेबियाई टीम से उनके फैंस को उम्मीद थी कि वे आसानी से इस मैच को जीत लेंगे लेकिन भारतीय गेंदबाजों के हौसलों के आगे ये मुमकिन नहीं हो सका। भारतीय टीम ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए पूरे दिग्गज कैरेबियाई बल्लेबाजी क्रम को 52 ओवर में 140 के स्कोर पर ही समेट दिया।
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