EXCLUSIVE: वीवीएस लक्ष्मण ने एनसीए प्रमुख बनने से किया इन्कार, BCCI ने किया था संपर्क
VVS Laxman refuses to become NCA chief लक्ष्मण से बीसीसीआइ ने एनसीए प्रमुख बनने के लिए संपर्क किया था लेकिन ऐसा पता चला है कि उन्होंने इसमें कोई रुचि नहीं दिखाई है। फिलहाल यह पद राहुल द्रविड़ संभाल रहे हैं।
अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। पूर्व दिग्गज भारतीय बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) का प्रमुख बनने से इन्कार कर दिया है, जबकि बीसीसीआइ ने पूर्व भारतीय कप्तान राहुल द्रविड़ के टीम इंडिया का मुख्य कोच बनने पर सहमति जताने के बाद औपचारिकता पूरी करने के लिए रविवार को इस पद के अलावा तीन सहयोगी स्टाफ के लिए आवेदन करने के लिए विज्ञापन जारी किया है।
अपने दौर के दायें हाथ के स्टाइलिश बल्लेबाज लक्ष्मण से बीसीसीआइ ने एनसीए प्रमुख बनने के लिए संपर्क किया था, लेकिन ऐसा पता चला है कि उन्होंने इसमें कोई रुचि नहीं दिखाई है। फिलहाल यह पद राहुल द्रविड़ संभाल रहे हैं, लेकिन द्रविड़ को टीम इंडिया का मुख्य कोच बनने के लिए एनसीए प्रमुख का पद छोड़ना होगा। द्रविड़ और लक्ष्मण दोनों ने ही 100 से ज्यादा टेस्ट मैच खेले हैं। दोनों एक ही दौर के दिग्गज बल्लेबाज थे। द्रविड़ को टीम इंडिया की दीवार कहा जाता था तो लक्ष्मण भी किसी मायने में उनसे कम नहीं थे।
दोनों ने कई बेहतरीन साझेदारियां निभाई हैं और साल 2001 के उस ऐतिहासिक कोलकाता टेस्ट मैच में भी दोनों ने 376 रन की साझेदारी निभाई थी, जिसे भारत ने आस्ट्रेलिया से फालोआन मिलने के बाद जीता था। दोनों बल्लेबाजों के बीच तालमेल भी अच्छा है। चूंकि, टीम इंडिया के कोच को एनसीए प्रमुख के साथ मिलकर उन खिलाड़ियों के कौशल को निखारने के लिए योजना भी तैयार करनी होगी, जो राष्ट्रीय टीम का हिस्सा नहीं हैं। ऐसे में बीसीसीआइ चाहता था कि लक्ष्मण एनसीए में द्रविड़ की जगह लें, लेकिन फिलहाल लक्ष्मण ने यह जिम्मेदारी लेने से इन्कार कर दिया है। ऐसे में फिलहाल बीसीसीआइ को कुछ और विकल्प तलाशने होंगे।
वहीं, द्रविड को मुख्य कोच बनने के लिए मनाने के बाद बीसीसीआइ ने लोढ़ा समिति की सिफारिश वाले संविधान के अनुसार रविवार को इस पद के अलावा तीन सहयोगी स्टाफ के लिए आवेदन करने के लिए विज्ञापन जारी किया। हालांकि, बीसीसीआइ को क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) बनाने की जरूरत है और अगर संविधान के अनुसार चला जाए तो उन्हें बीसीसीआइ शीर्ष परिषद को औपचारिक सिफारिश करनी होगी। सभी पदों के लिए आवेदन की अंतिम तारीख 26 अक्टूबर है। यही कारण है कि बीसीसीआइ ने 2023 वनडे विश्व कप तक दो साल के कार्यकाल के लिए मुख्य कोच के पद के साथ बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण कोचों के लिए अभी विज्ञापन जारी किया है।
मौजूदा मुख्य कोच रवि शास्त्री के साथ गेंदबाजी कोच भरत अरुण और क्षेत्ररक्षण कोच आर श्रीधर का कार्यकाल इस महीने भारत के टी-20 विश्व कप अभियान समाप्त होने पर खत्म हो जाएगा। साथ ही मौजूदा बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर अगर आवेदन भरते हैं तो उनके कार्यकाल के बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि उनके पास 2019 से अब तक के अपने दो साल के कार्यकाल के दौरान दिखाने के लिए कोई प्रदर्शन नहीं है। गेंदबाजी कोच के पद के लिए भारत-ए और अंडर-19 कोच पारस महांब्रे को लाए जाने की उम्मीद है, जो द्रविड़ के भरोसेमंद हैं।
मुख्य कोच व सहयोगियों की जिम्मेदारियां : मुख्य कोच के पद के लिए आवेदन करने वाले को 30 टेस्ट या 50 वनडे खेलने के साथ राष्ट्रीय टीम को दो साल की कोचिंग देने या फिर आइपीएल की टीम को तीन साल की कोचिंग देने का अनुभव होना जरूरी है। वह 14 से 16 लोगों के सहयोगी स्टाफ की टीम का नेतृत्व करेंगे। विज्ञापन के अनुसार, 'सफल उम्मीदवार पर एक विश्व स्तरीय भारतीय क्रिकेट टीम तैयार करने की जिम्मेदारी होगी, जो सभी परिस्थितियों और प्रारूपों में लगातार सफलता हासिल करेगी और मौजूदा और भविष्य की पीढ़ी के क्रिकेटरों और हितधारकों को अपने खेल के प्रति दृष्टिकोण से प्रेरित करेगी।'
मुख्य कोच भारतीय पुरुष टीम की समीक्षा और अनुशासनात्मक संहिता लागू और बरकरार रखने के जिम्मेदार होगा। साथ ही वह एनसीए प्रमुख के साथ मिलकर संभव होने पर उन खिलाड़ियों के कौशल को निखारने की योजना भी तैयार करेगा, जो राष्ट्रीय टीम का हिस्सा नहीं हैं। अन्य सहयोगी स्टाफ के लिए 10 टेस्ट या 25 वनडे या आइपीएल या ए टीमों के साथ तीन साल तक काम करने का अनुभव जरूरी होगा। बीसीसीआइ हाल में आशीष कौशिक के हटने के बाद एनसीए में स्पोर्ट साइंस एवं मेडिसिन के प्रमुख पद के लिए भी उम्मीदवार तलाश रहा है।