भारत के अंडर19 क्रिकेट टीम का पूर्व खिलाड़ी बना अमेरिका क्रिकेट टीम का कप्तान
पहले खेलते थे भारतीय अंडर 19 टीम में और अब अमेरिका क्रिकेट टीम के कप्तान बने।
नई दिल्ली, जेएनएन। ऐसा कई बार देखा गया है कि किसी खिलाड़ी का जन्म कहीं और हुआ है और बाद में वो किसी और देश के लिए खेला हो। भारतीय अंडर 19 क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी सौरव नरेश नेत्रावालकर के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है और वो अब यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका क्रिकेट टीम के कप्तान बन गए हैं। 27 वर्ष के सौरव ने वर्ष 2010 में अंडर 19 क्रिकेट विश्व कप में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया था। उस टूर्नामेंट में वो भारतीय टीम की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। बाएं हाथ के इस तेज गेंदबाज का जन्म मुंबई में हुआ था और वो उस अंडर 19 क्रिकेट टीम में शामिल थे जहां से भारत को लोकेश राहुल, मयंक अग्रवाल, मंदीप सिंह और जयंत यादव जैसे खिलाड़ी मिले।
जिस टीम के लिए सौरव ने भारत की तरफ से विश्व कप खेला था उसके कप्तान अशोक मनेरिया थे जो वर्ष 2010 में 2008 की सफलता को नहीं दोहरा पाए थे। 2008 में विराट की कप्तानी में भारतीय अंडर 19 टीम ने विश्व कप जीता था। सौरव इस टूर्नामेंट में अपने चरम पर थे और शानदार प्रदर्शन किया था हालांकि इसके अलावा उन्होंने ज्यादा खास प्रदर्शन नहीं किया था। एसोसिएट देश के ज्यादातर क्रिकेटर खेलने के आलावा कुछ अन्य काम भी करते हैं और सौरव भी दूसरा काम करते हैं। वो इस वक्त यूएसए में सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। कॉरनेल विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रैजुएशन करने के बाद वो इंडीनियर बन गए।
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज सौरव ने मुंबई टीम के लिए रणजी ट्रॉफी मैच भी खेले। हाल ही में वो कैरेबियन प्रीमयर लीग में गुयाना वारियर्स टीम का हिस्सा थे। हालांकि उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला। यूएसए में पिछले दिनों आयोजित क्षेत्रिय 50 ओवर के एक टूर्नामेंट में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया और सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने थे। इस वक्त वो वर्ल्ड क्रिकेट लीग डिविजन 3 में यूए क्रिकेट टीम की कप्तानी कर रहे हैं। क्रिकेट के प्रति उनका गहरा लगाव रहा है ये इससे पता चलता है कि वो खेलने के लिए छह घंटे की यात्रा करते थे। अब यूएसए के इस सॉफ्टवेयर इंजिनियर को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने का मौका मिला है जो भारत की तरफ से अंडर 19 क्रिकेट टीम के लिए खेल चुके हैं।