Dhoni बिफर गए थे इस अंपायर पर जब उसने प्रवीण कुमार को डेब्यू टेस्ट में ही कर दिया था बैन
इस अंपायर ने बताया कि जब मैंने प्रवीण कुमार पर बैन लगाया तो MS Dhoni मुझ पर बिफर गए थे।
नई दिल्ली, जेएनएन। क्रिकेट के मैदान पर अंपायर का काम आसान नहीं होता। मॉडर्न-डे क्रिकेट में तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है और इसकी वजह से अंपायर के फैसले भी बदल जाते हैं और मैच पलट जाता है। कई क्रिकेटर्स या टीमों के साथ अंपायर को लेकर कोई याद रखने वाली बात शायद ही होती है, लेकिन स्टीव बकनर ऐसे अंपायर थे जिनका टीम इंडिया के साथ अच्छा अनुभव नहीं रहा था और उनके फैसलों ने भारत के कई मैचों को प्रभावित किया था। इनके अलावा ऑस्ट्रेलियाई अंपायर डेरिल हार्पर ने भी टीम इंडिया को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी।
डेरिल हार्पर ने सचिन को जो विवादास्पद आउट दिया था उसे शायद ही कोई भूल सकता है। मैक्ग्रा की गेंद पर सचिन खुद को बचाने के लिए विकेट के नीचे झुक गए थे और हार्पर ने उन्हें LBW आउट दिया था। हार्पर ने कुछ ऐसा भी फैसला दिया था जब मैदान पर अपने विचार नहीं रखने वाले MS Dhoni भी उनसे खिलाफ बोल उठे थे। दरअसल ये वाकया उस टेस्ट मैच के दौरान हुआ था जब प्रवीण कुमार ने भारत के लिए डेब्यू किया था। इस मैच में प्रवीण कुमार को पिच पर दौड़ने की वजह से हार्पर ने पूरे मैच में गेंदबाजी करने से बैन कर दिया था।
हार्पर ने खुद इस वाकये का जिक्र किया और कहा कि मुझे धौनी ने कहा था कि उन्हें टेस्ट में डेब्यू करने वाले प्रवीण कुमार के प्रति थोड़ा उदार होना चाहिए था, लेकिन उससे पहले प्रवीण कुमार 52 वनडे मैच खेल चुके थे और उन्हें नियम के बारे में पता था। मुझे बहुत अच्छी तरह से याद है जब मैंने धौनी को बताया कि प्रवीण को बैन किया जाता है और अब वो इस मैच में गेंदबाजी नहीं कर पाएंगे। तब मुझे धौनी ने कहा था कि 'हमें आपसे पहले भी परेशानी हो चुकी है।' मैं मन ही मन में हंसता रहा क्योंकि मेरी बात की मुझे सम्मानजनक प्रतिक्रिया नहीं मिली थी। हार्पर साल 2000 में इशांत को भी इसी तरह से बैन कर चुके थे और धौनी ने इसी साल टीम इंडिया के लिए डेब्यू किया था।
जब ये घटना घटी थी तब वो हार्पर का आखिरी इंटरनेशनल सीरीज था। उस मैच को भारत ने 63 रन से जीता था। यही नहीं धौनी ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि अगर मैच में सही फैसले किए जाते तो ये काफी पहले खत्म हो जाता और मैं अब तक होटल में होता। हालांकि इसके बाद हार्पर ने बाकी के दो मैचों में अंपायरिंग नहीं की थी।