बिहार के क्रिकेटरों को नहीं किया गया पिछले साल का भुगतान, संघ ने BCCI से लगाई गुहार
बिहार के सीनियर से लेकर जूनियर वर्ग तक के क्रिकेटरों को पिछले एक साल से एक भी पैसा नहीं मिला है। इस मामले में संघ ने BCCI से गुहार लगाई है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ के सीनियर से लेकर अंडर-16 टूर्नामेंटों में बिहार के लिए खेलने वाले सैकड़ों क्रिकेटरों को अभी तक पिछले सत्र का यात्रा भत्ता (टीए) व मंहगाई भत्ता (डीए) और मैच फीस नहीं मिली है। आइपीएल याचिकाकर्ता आदित्य वर्मा ने इस संबंध में बीसीसीआइ के सचिव जय शाह को पत्र लिखकर बोर्ड के 11 करोड़ रुपये तक के कोष में वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाया है।
वर्मा ने कहा, "मैं बोर्ड सचिव से अनुरोध करूंगा कि बिहार के क्रिकेटरों के हालात पर गौर करें जिन्हें कोई पैसा नहीं मिला, जबकि बोर्ड ने 11 करोड़ रुपये उनके लिए दिए थे।" प्रदेश संघ के महासचिव संजय कुमार का कहना है कि वर्मा के आरोप सही हैं। कुमार ने कहा, "हम अपने सीनियर, अंडर-23, अंडर-19 और अंडर-16 क्रिकेटरों और महिला क्रिकेटरों को भुगतान नहीं कर सके हैं। हमें पिछले साल प्रशासकों की समिति से 10.80 करोड़ रुपये मिले थे, लेकिन अधिकांश पैसा पदाधिकारियों के वेतन चुकाने में खर्च हो गया।"
सीनियर टीम के एक खिलाड़ी को 750 रुपये टीए और डीए के रूप में मिलते हैं। वहीं, अंडर-23 और अंडर-19 टीम के खिलाड़ियों को 500 रुपये, जबकि अंडर-16 खिलाड़ियों को 350 रुपये प्रतिदिन मिलते हैं। महिला टीम की सदस्यों को भी लगभग इतनी ही राशि प्रतिदिन मिलती है, लेकिन पिछले एक साल से इन खिलाड़ियों को भुगतान नहीं किया गया है। यहां तक कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान भी बीसीसीआइ ने इन खिलाड़ियों की सुध नहीं ली है।