क्रिकेटरों के 'टैटू' का किस्मत कनेक्शन
शरीर पर गोदना गुदवाने या टैटू बनवाने की करीब 6000 हजार वर्ष पुरानी परंपरा ने आज फैशन का रूप ले लिया है। फुटबॉलर इसके शौकीन माने जाते रहे हैं और अब यह प्रचलन क्रिकेटरों में भी दिखने लगा है। लेकिन ज्यादातर क्रिकेटर इसका इस्तेमाल अपने व्यक्तित्व को निखारने और किस्मत का
नई दिल्ली, [रूपेश रंजन सिंह]। शरीर पर गोदना गुदवाने या टैटू बनवाने की करीब 6000 हजार वर्ष पुरानी परंपरा ने आज फैशन का रूप ले लिया है। फुटबॉलर इसके शौकीन माने जाते रहे हैं और अब यह प्रचलन क्रिकेटरों में भी दिखने लगा है।
लेकिन ज्यादातर क्रिकेटर इसका इस्तेमाल अपने व्यक्तित्व को निखारने और किस्मत का साथ पाने के लिए करते हैं। क्रिकेट में टैटू को लेकर सबसे पहले जेहन में नाम ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज मिशेल जॉनसन का आता है, जिन्हें देखकर तो लगता है कि उन्हें टैटू बनवाने की सनक सी है। उन्होंने अपने पूरे दायें हाथ पर 'गुड लक' के लिए जापान की मशहूर 'कोई' मछली का टैटू बनवा रखा है। कोई के टैटू को आमतौर पर 'आगे बढऩे की ख्वाहिश' के प्रतीक के रूप में देखा जाता है।
अपनी गेंदबाजी से बल्लेबाजों के मन में खौफ पैदा करने वाले दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज डेल स्टेन अंतर्मुखी हैं, लेकिन फैशन से दूर नहीं। उन्होंने अपने शरीर पर देश भक्ति के प्रतीक के रूप में राष्ट्रीय झंडे में मौजूद तीन रंगों में तीन प्रोटियाज गुदवा रखे हैं, जोकि दक्षिण अफ्रीका का राष्ट्रीय फूल है।
जब भारतीय खिलाडिय़ों की आती है तो वे भी यहां पीछे नजर नहीं आते। स्टार बल्लेबाज और उपकप्तान विराट कोहली ने अपने बायें हाथ के ऊपरी हिस्से में साहस और ताकत के प्रतीक जापानी समुराई (योद्धा) का टैटू बनवा रखा है। एक समुराई की ही तरह वह भी मैदान पर अकेले ही विपक्षी टीम पर भारी पड़ते नजर आते हैं। टैटू को लेकर स्टाइलिश सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का प्यार किसी से छिपा नहीं है। 15 साल की उम्र में पहला टैटू बनवाने वाले धवन के शरीर पर चार टैटू हैं, इसमें उनके बायें कंधे पर बना 'कार्प डिम' टैटू भी शामिल है। यह टैटू खुशी और अनंत ताकत का प्रतीक है। इस टैटू को बनवाने वाले लोगों के बारे में यह धारणा होती है कि ये लोग बेहद ही निडर स्वभाव के होते हैं और बड़े फैसले लेने से कभी नहीं घबराते। धवन का व्यक्तित्व इस धारणा को और भी मजबूती देता नजर आता है।
कुछ क्रिकेटर टैटू के रूप में अपनी उपलब्धि छपवा लेते हैं। श्रीलंकाई गेंदबाज लसिथ मलिंगा ने '1-7-2004' का टैटू बनवाया है। यह वह तारीख है, जिस दिन उन्होंने टेस्ट में पदार्पण किया था। न्यूजीलैंड के धाकड़ बल्लेबाज ब्रेंडन मैकुलम ने अपने हाथों पर रोमन में कुछ अंक टैटू करवाए हैं। ये अंक दरअसल न्यूजीलैंड की तरफ से टेस्ट, वनडे और टी-20 खिलाड़ी बनने का उनका क्रम है।