Women t20 world cup: मिताली राज मामले पर सख्त हुआ सीओए, मांगी उनकी फिटनेस रिपोर्ट
मिताली राज को इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में खेलने का मौका नहीं दिया गया था।
नई दिल्ली, जेएनएन। महिला टी 20 विश्व कप 2018 के सेमीफाइनल मैच में इंग्लैंड के खिलाफ भारतीय महिला टीम की सीनियर बल्लेबाज मिताली राज को अंतिम ग्यारह में जगह नहीं दी गई थी। अब ये मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इसे लेकर बीसीसीआइ की प्रशासकों की समिति (सीओए) ने इस टूर्नामेंट के दौरान उनकी फिटनेस रिपोर्ट मांगी है। इसके अलावा सीओए ये भी जानना चाहता है कि सेमीफाइनल से पहले टीम की चयन के लिए जो मीटिंग हुई थी वो मीडिया में लीक कैसे हुई। सीओए ने इसके लिए बीसीसीआइ के दो सीनियर अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई है जिसमें राहुल जौहरी के अलावा बोर्ड के चीफ एक्जक्यूटिव ऑफिसर भी शामिल हैं।
अब भारतीय महिला टीम के कोच रमेश पोवार और मैनेजर तृप्ति भट्टाचार्य के साथ राहुल जौहरी सोमवार को सीओए से मिलेंगे जिसमें वो अपनी रिपोर्ट उन्हें सौपेंगे। इस रिपोर्ट में टी 20 विश्व कप में भारतीय महिला टीम के प्रदर्शन के बारे में पूरी जानकारी होगी। इंग्लैंड के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में भारतीय महिला टीम की सबसे सीनियर बल्लेबाज मिताली राज को ड्रॉप कर दिया गया था और इस मैच में भारत को आठ विकेट से हार मिली थी। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम का स्कोर एक वक्त में 89 रन पर दो विकेट था लेकिन इसके बाद पूरी टीम 112 रन पर ऑल आउट हो गई थी। इस हार के बाद मिताली के टीम में नहीं होने पर कई सवाल खड़े हो गए। इससे पहले मिताली ने घुटने में चोट के बावजूद दो अर्धशतकीय पारी खेली थी।
हालांकि सेमीफाइनल मैच से पहले मिताली राज को फिट घोषित कर दिया गया था लेकिन टीम मैनेजमेंट ने ये फैसला किया कि विनिंग कांबिनेशन के साथ छेड़छाड़ ना की जाए और मिताली को अंतिम ग्यारह में शामिल नहीं किया जाए। मिताली को टीम से ड्रॉप करने का फैसला मैच शुरू होने के कुछ घंटे पहले हुई मीटिंग में ली गई थी। इस मीटिंग में महिला टीम की नेशनल सेलेक्टर सुधा शाह और टीम मैनेजर भट्टाचार्य भी शामिल थे।