भारतीय बल्लेबाज का दावा, कहा- बाहरी शोर से फर्क नहीं पड़ता, टीम मैनेजमेंट उनके साथ है
भारतीय टीम के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा खराब फार्म से गुजर रहे हैं लेकिन उनका कहना है कि वे बाहरी शोर पर ज्यादा ध्यान नहीं देते। टीम मैनेजमेंट उनका समर्थन करता है। उन्होंने जोहानिसबर्ग में अच्छी पारी खेली थी।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने बड़े स्तर पर उनके उदासीन प्रदर्शन के बीच पर्याप्त समर्थन देने के लिए राष्ट्रीय टीम प्रबंधन का आभार व्यक्त किया है। दाएं हाथ के बल्लेबाज ने कहा कि उन्होंने 'बाहरी शोर' पर ध्यान नहीं दिया है, जो पिछले 12 महीनों से जारी है। पुजारा लंबे समय से जल्दी आउट होते चले आ रहे थे। ऐसे में क्रिकेट पंडितों ने कहा था कि उनको प्लेइंग इलेवन से बाहर कर देनाचाहिए।
चेतेश्वर पुजारा ही नहीं, बल्कि पूर्व उपकप्तान अजिंक्य रहाणे भी आलोचकों के निशाने पर थे। हालांकि, दोनों बल्लेबाज ने बुधवार को साउथ अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच की दूसरी पारी में अर्धशतक जड़कर कुछ हद तक अपने आलोचकों को जवाब देने का प्रयास किया है। इसके बाद जब चेतेश्वर पुजारा प्रेस कान्फ्रेंस के लिए आए तो उन्होंने कहा कि उन्हें बाहरी शोर की चिंता नहीं है। टीम मैनेजमेंट उनका समर्थन करता है।
बुधवार को प्रेस कान्फ्रेंस में चेतेश्वर पुजारा ने अपनी फार्म को लेकर कहा, "टीम प्रबंधन हमेशा सहायक रहा है, इसलिए मैं कहूंगा कि यह सिर्फ बाहर का शोर है। सभी खिलाड़ियों के पीछे कोचिंग स्टाफ, कप्तान, सबका हाथ है। हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं। ऐसा समय आता है जब आपको बहुत अधिक रन नहीं मिलते हैं, लेकिन एक क्रिकेटर के रूप में महत्वपूर्ण बात यह है कि सही दिनचर्या का पालन करना, अच्छी कार्य नैतिकता रखना और अपने खेल पर काम करना आपको जारी रखना है।"
पुजारा ने दक्षिण अफ्रीका में अपने अभियान की शानदार शुरुआत नहीं की। उन्होंने सेंचुरियन में शुरुआती टेस्ट की पहली पारी में गोल्डन डक के साथ शुरुआत की और इसके बाद 16 रन की पारी खेली। पुजारा ने जोहानिसबर्ग टेस्ट की पहली पारी में 33 गेंदों में तीन रनों की खराब पारी खेली। हालांकि, दूसरी पारी में पुजारा ने 86 गेंदों पर 10 चौकों की मदद से 53 रन बनाकर अपनी ताकत दिखाई और भारत को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया।