कुंबले की जगह गांगुली की नियुक्ति को लेकर बीसीसीआइ पर बरसा ये पूर्व क्रिकेटर
पूर्व भारतीय स्पिन दिग्गज बिशनसिंह बेदी ने अनिल कुंबले की जगह सौरव गांगुली को तकनीकी समिति का प्रमुख नियुक्त करने पर बीसीसीआइ की आलोचना की। बेदी ने हितों के टकराव मामले के चलते बीसीसीआइ द्वारा कुंबले को बोर्ड की तकनीकी समिति के प्रमुख पद से हटाने पर निराशा जताई है।
हरित एन जोशी, मुंबई। पूर्व भारतीय स्पिन दिग्गज बिशनसिंह बेदी ने अनिल कुंबले की जगह सौरव गांगुली को तकनीकी समिति का प्रमुख नियुक्त करने पर बीसीसीआइ की आलोचना की।
बेदी ने हितों के टकराव मामले के चलते बीसीसीआइ द्वारा कुंबले को बोर्ड की तकनीकी समिति के प्रमुख पद से हटाने पर निराशा जताई है। कुंबले को आइपीएल में मुंबई फ्रेंचाइजी के मुख्य मेंटर होने की वजह से इस पद से हटाया गया। इस मामले में बीसीसीआइ सचिव अनुराग ठाकुर ने कहा कि मुंबई फ्रेंचाइजी से जुड़े होने की वजह से कुंबले को हटाया गया है।
कुंबले ने जब 1990 में इंग्लैंड में पदार्पण किया था तब बेदी भारतीय टीम के मैनेजर थे। बेदी ने कहा- यह उलझन पैदा करने वाली बात है। कुंबले आईसीसी की क्रिकेट कमेटी के प्रमुख बने रह सकते हैं, लेकिन बीसीसीआइ में नहीं। ऐसा कैसे हो सकता है। यह खेल का राजनीतिकरण है। इसके जरिए बीसीसीआई मक्खन लगा रहा है। इसी के चलते हर कमेटी में घुम फिरकर वही व्यक्ति वापस शामिल किए जाते हैं।
इस बीच गांगुली ने इस नियुक्ति पर खुशी जताई। उन्होंने कहा- मैं पहले भी यह पद संभाल चुका हूं, इसलिए यह रोमांचक रहेगा। गांगुली को आइपीएल शासी निकाय में भी बनाए रखा गया है। इस कमेटी को 13 सदस्यों से घटाकर पांच का कर दिया गया।
यह पूछे जाने पर कि क्या गांगुली से पूछा गया था कि वे बीसीसीआइ पद या कमेंट्री में से किसे चुनेंगे, बीसीसीआइ अध्यक्ष शशांक मनोहर ने कहा- 'गांगुली अभी कमेंट्री नहीं कर रहे हैं, लेकिन वे किसी भी प्रोफेशन को अपना सकते हैं। यदि उनका बोर्ड में कोई वित्तीय लाभ रहा तो हितों के टकराव का मामला उठेगा। हम उन्हें किसी भी प्रोफेशन को अपनाने से नहीं रोक सकते हैं।
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