स्नूपगेट मामला: बीसीसीआइ ने श्रीनि के वफादारों पर नकेल कसना शुरू की
शशांक मनोहर की अध्यक्षता वाले बीसीसीआइ ने स्नूपगेट मामले में पूर्व प्रमुख एन. श्रीनिवासन के वफादार प्रशासकों पर नकेल कसना शुरू कर दी। बीसीसीआइ ने पूर्व सचिव संजय पटेल को आपात बैठक के लिए तलब किया।
मुंबई। शशांक मनोहर की अध्यक्षता वाले बीसीसीआइ ने स्नूपगेट मामले में पूर्व प्रमुख एन. श्रीनिवासन के वफादार प्रशासकों पर नकेल कसना शुरू कर दी। बीसीसीआइ ने पूर्व सचिव संजय पटेल को आपात बैठक के लिए तलब किया।
बीसीसीआइ की इस आपात बैठक में संजय पटेल और कोषाध्यक्ष अनिरूद्ध चौधरी को तलब कर ग्रेट ब्रिटेन स्थित पेज प्रोटेक्टिव सर्विसेज (पीपीएस) को 9 लाख डॉलर (करीब 6 करोड़ रुपए) का पेमेंट करने के मामले में पूछताछ की। इनसे यह भुगतान करने का कारण पूछा गया।
खबरों के मुताबिक पेज प्रोटेक्टिव सर्विसेज (पीपीएस) के चेयरमैन स्टुअर्ट पेज ने इस बात की पुष्टि की कि बीसीसीआइ ने पीपीएस की सेवाएं ली थी। उन्होंने कहा कि क्लाइंट के साथ गोपनीयता बनाए रखने के लिए वे इससे ज्यादा कोई कमेंट नहीं कर सकते हैं।
सूत्रों ने बताया कि इस कंपनी को बीसीसीआइ में उस वक्त श्रीनि के विरोधी खेमे के कुछ प्रमुख व्यक्तियों पर हर समय निगरानी रखने के लिए इस कंपनी को इतना बड़ा भुगतान किया गया था। इस मामले को 'स्नूपगेट मामले' के नाम से जाना गया। इन व्यक्तियों पर निगरानी रखे जाने का कारण अभी तक उजागर नहीं किया गया है। आअपीएल स्पॉट फिक्सिंग एवं सट्टेबाजी प्रकरण में जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त जस्टिस लोढ़ा समिति के समक्ष यह मामला उजागर हुआ था।
उस वक्त संजय पटेल ने बीसीसीआइ सचिव की हैसियत से वर्क ऑर्डर पर हस्ताक्षर किए थे। चौधरी ने कोषाध्यक्ष होने की हैसियत से वर्क ऑर्डर आने पर पेमेंट रिलीज किया था। बीसीसीआइ प्रमुख शशांक मनोहर ने महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन के प्रमुख अजय शिर्के और दक्षिण क्षेत्र के गोकाराजू गंगाराजू की दो सदस्यीय समिति इस भुगतान की जांच के लिए गठित की है।