फरवरी में कराए जा सकते हैं रणजी ट्राफी के मुकाबले, BCCI की इसे दो चरणों में कराने की योजना
बीसीसीआइ की योजना 27 मार्च से आइपीएल का आयोजन करने की है और ऐसे में एक चरण में रणजी ट्राफी का आयोजन संभव नहीं लगता है लेकिन कई राज्य इकाइयों के आग्रह के बाद बोर्ड ने इसको लेकर बैठक में चर्चा की।
जागरण न्यूज नेटवर्क, नई दिल्ली। बीसीसीआइ कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने गुरुवार को कहा कि बोर्ड रणजी ट्राफी को दो चरणों में आयोजित करने की योजना बना रहा है। देश में कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण बोर्ड को यह प्रथम श्रेणी प्रतियोगिता स्थगित करनी पड़ी थी। रणजी ट्राफी में 38 टीम भाग लेती हैं। उसका आयोजन 13 जनवरी से किया जाना था, लेकिन कोविड-19 की तीसरी लहर के कारण उसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया।
बीसीसीआइ की योजना 27 मार्च से आइपीएल का आयोजन करने की है और ऐसे में एक चरण में रणजी ट्राफी का आयोजन संभव नहीं लगता है, लेकिन कई राज्य इकाइयों के आग्रह के बाद बोर्ड ने इसको लेकर बैठक में चर्चा की।धूमल ने बैठक के बाद कहा, 'हम रणजी ट्राफी के आयोजन की संभावना तलाश रहे हैं। जब इसे स्थगित किया गया तब मामले बढ़ रहे थे। अब लगता है कि मामले कम हो रहे हैं। संचालन टीम इस पर काम कर रही है कि क्या हम अगले महीने लीग चरण का आयोजन कर सकते हैं और बाकी टूर्नामेंट बाद में (आइपीएल) पूरा कर सकते हैं।'
बैठक में बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह ने भी हिस्सा लिया। अभी की योजना के अनुसार लीग चरण का आयोजन फरवरी से मार्च तक एक महीने में करने का है, जबकि अगला चरण जून-जुलाई में आयोजित किया जाएगा, जबकि देश के कुछ क्षेत्रों में मानसून शुरू हो जाता है जबकि कुछ हिस्सों में गर्मी अपने चरम पर होती है। दैनिक जागरण ने 18 जनवरी को प्रकाशित खबर में पहले ही बता दिया था कि फरवरी में रणजी ट्राफी से फिर से घरेलू क्रिकेट शुरू हो सकता है।
धूमल ने कहा, 'संचालन टीम मौसम के अलावा स्थलों की उपलब्धता और खिलाडि़यों की उपलब्धता पर भी काम करेगी। हम टूर्नामेंट के आयोजन के इच्छुक हैं और इसलिए हम खिलाडि़यों की सुरक्षा से समझौता किए बिना इसके आयोजन के लिए संभावनाएं तलाश रहे हैं।' महामारी के कारण पिछले सत्र में भी रणजी ट्राफी का आयोजन नहीं हो पाया था।