BCCI ने स्वीकार किया राहुल जौहरी का इस्तीफा, बोर्ड की खबरें लीक करने का था शक
राहुल जौहरी का बीसीसीआइ का कार्यकाल विवादों में घिरा रहा है। पिछले ही वर्ष उन पर एक महिला ने शोषण का आरोप लगाया था।
अभिषेक त्रिपाठी, नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के पहले मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) राहुल जौहरी का इस्तीफा बीसीसीआइ ने स्वीकार कर लिया है। वह 2016 में इस पद पर बैठने वाले पहले व्यक्ति थे और उनका कार्यकाल फरवरी 2021 तक था। राहुल जौहरी ने फरवरी में ही इस्तीफा दे दिया था, लेकिन तब बीसीसीआइ ने उसको स्वीकार नहीं किया था।
सूत्रों की मानें तो शीर्ष परिषद की 17 जुलाई में होने वाली बैठक में आधिकारिक तौर पर मान्य अधिकारियों के ही शामिल होने का कैग अधिकारी का ईमेल मीडिया तक पहुंचाने के शक में यह कार्रवाई की गई है। बीसीसीआइ से जुड़े एक सूत्र ने कहा कि जौहरी का तब इस्तीफा स्वीकार नहीं किया गया था, लेकिन उसके बाद एक टेंडर के निकलने से पहले ही उसकी खबर अखबारों में आ गई। उनके ऊपर मीटू मूवमेंट के दौरान भी आरोप लगे थे। इसके अलावा भी कई चीजें थीं जिसके कारण वर्तमान बीसीसीआइ अध्यक्ष सौरव गांगुली और सचिव जय शाह ने उनका इस्तीफा स्वीकार करना ही उचित समझा।
राहुल जौहरी का बीसीसीआइ का कार्यकाल विवादों में घिरा रहा है। पिछले ही वर्ष उन पर एक महिला ने शोषण का आरोप लगाया था। तब यह मामला काफी बड़ा हो गया था, क्योंकि उस वक्त पूरी दुनिया की महिलाओं ने मीटू का अभियान छेड़ रखा था। हालांकि इसके बाद तत्कालीन प्रशासकों की समिति के प्रमुख विनोद राय ने एक समिति बनाई थी जिसमें जौहरी बच गए थे।
राहुल जौहरी की नियुक्ति 2016 में शशांक मनोहर के अध्यक्ष रहते हुई थी। उस वक्त अनुराग ठाकुर सचिव थे। जौहरी इससे पहले डिस्कवरी नेटवर्क एशिया पैसेफिक के कार्यकारी उपाध्यक्ष और साउथ एशिया के महाप्रबंधक के रूप में कार्य कर चुके हैं।