आशीष नेहरा की तेज गेंदबाजों को चेतावनी, कहा- अच्छा नहीं है इतना लंबा ब्रेक और दिए फिटनेस टिप्स
आशीष नेहरा ने तेज गेंदबाजों को फिटनेस टिप्स दिए जिससे कि वो इस लंबे ब्रेक में खुद को फिट रख सकें।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज आशीष नेहरा को ऐसा लगता है कि तेज गेंदबाज आगर तीन महीने से ज्यादा समय तक अगर नहीं दौड़ते हैं तो ये उनकी फिटनेस के लिए घातक साबित हो सकता है। उन्होंने कहा कि बल्लेबाज की बात अलग होती है और वो खुद को फिट बनाए रखने के लिए योग और ट्रेनिंग कर सकते हैं, लेकिन तेज गेंदबाजों का काम सिर्फ इतने से नहीं चलेगा और उन्हें जल्द ही दौड़ना शुरू करना होगा।
कोरोना महामारी की वजह से देश में खेल की सारी गतिविधियां बंद हैं और इसकी वजह से भारतीय क्रिकेट टीम के शीर्ष खिलाड़ी भी अपने-अपने घरों में ही हैं। हालांकि वो खिलाड़ी अपने स्तर पर खुद को फिट रखने की कोशिश कर रहे हैं। नेहरा ने कहा कि देश में चल रहा लॉकडाउन 15 अप्रैल को खत्म हो जाएगा, लेकिन सामान्य जन-जीवन बहाल होेने में काफी वक्त लगेगा। मुझे नहीं लगता कि जुलाई से पहले किसी भी तरह की गतिविधि क्रिकेट में शुरू हो पाएगी। ये साफ तौर पर काफी लंबा ब्रेक होगा और तेज गेंदबाजों के लिए फिट रहना सबसे बड़ी चुनौती होगी।
भारतीय टीम के पूर्व फिजियो जॉन ग्लोस्टर की तरह नेहरा को भी लगता है कि ज्यादातर क्रिकेटरों के लिये जगह की कमी समस्या है और तेज गेंदबाजों के साथ यह ज्यादा परेशानी भरा है। आइपीएल फ्रेंचाइजी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के गेंदबाजी कोच रह चुके नेहरा ने कहा कि तेज गेंदबाजों के लिये दौड़ने के लिये जगह की कमी होती है। लेकिन इन हालातों से बचा नहीं जा सकता। इसलिये जिसके पास भी 15 मीटर से 20 मीटर तक का बगीचा है, उन्हें एक हफ्ते में तीन बार इस पर दौड़ना चाहिए जब तक वे मैदान पर ट्रेनिंग के लिये वापसी नहीं कर लेते।
भारत के लिये 164 इंटरनेशनल मैच खेलने वाले नेहरा ने कहा कि आप योग या फ्री वेट कर सकते हो, तेज गेंदबाजों के लिए भागने से बेहतर कुछ नहीं है। इसमें उनका अभ्यास बल्लेबाजों से काफी अलग होता है। तेज गेंदबाजों को साइकिलिंग या तैराकी की तुलना में दौड़ने की जरूरत क्यों होती है तो इस पर उन्होंने कहा यह सिर्फ दिल की गति की बात नहीं है बल्कि आपको गेंदबाजी में काम आने वाली मासंपेशियों जैसे हैमस्ट्रिंग, ग्लूट्स, ग्रोइन और काफ को सक्रिय रखना जरूरी होती है। तैराकी, साइकिलिंग और दौड़ने में से विकल्प में से मैं क्रिकेटर होने के नाते दौड़ना चुनूंगा।
उन्होंने छत पर दौड़ने वालों को सलाह देते हुए कहा कि अगर आप सूर्य नमस्कार कर रहे हो तो ठीक है लेकिन अगर आप भागना या ‘शटल रन’ शुरू करोगे तो आप अपने घुटने और टखनों को नुकसान पहुंचाओगे। इसलिये पेशेवर खिलाड़ियों को पांच सितारा होटल में हार्ड कोर्ट पर टेनिस खेलने से बचना चाहिए। ये सीमेंट के कोर्ट होते हैं। उन्हें भरोसा जताया कि बीसीसीआइ या आइसीसी खिलाड़ियों को तैयारी के लिये कम से कम एक महीने का समय देंगे क्योंकि कोई भी अचानक से खेलना शुरू नहीं कर सकता।