IPL 2020 के लिए बाप-बेटे समेत 7 भारतीय कमेंटेटर हुए फाइनल, मिन्नतें करता रह गया ये दिग्गज
IPL 2020 के लिए BCCI ने अपने कमेंट्री पैनल को फाइनल कर लिया है जिसमें भारतीय टीम के एक पूर्व दिग्गज खिलाड़ी और क्रिकेट एक्सपर्ट को शामिल नहीं किया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ ने इंडियन प्रीमियर लीग यानी आइपीएल के लिए 7 भारतीय कमेंटेटरों के नाम फाइनल कर लिए हैं, जबकि इस टीम में उस शख्स को शामिल नहीं किया गया है, जो काफी समय से बीसीसीआइ से कमेंट्री पैनल में शामिल किए जाने की गुहार लगा रहा था। ये दिग्गज कोई और नहीं, बल्कि भारतीय टीम के पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर हैं, जिनको बीसीसीआइ ने अपने कमेंट्री पैनल से निकाल दिया है।
IPL की वर्ल्ड फीड ब्रॉडकास्ट के लिए बीसीसीआइ ने सुनील गावस्कर, लक्ष्मण शिवरामकृष्णन, मुरली कार्तिक, दीप दासगुप्ता, रोहन गावस्कर, हर्षा भोगले और अंजुम चोपड़ा का नाम फाइनल किया है। इस कमेंट्री पैनल में महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर के साथ उनके बेटे रोहन गावस्कर भी बैठेंगे। इस टीम के दो सदस्य दीप दासगुप्ता और मुरली कार्तिक को सिर्फ अबू धाबी के मैचों के लिए चुना गया है, जबकि बाकी के कमेंटेटर दुबई और शारजाह के मैचों में कमेंट्री करेंगे।
एक वेबसाइट के मुताबिक, दुबई और अबू धाबी में IPL 2020 के सीजन के 21-21 मैच खेले जाएंगे, जबकि शारजाह क्रिकेट स्टेडियम में कुल 14 मुकाबले खेले जाएंगे। प्लेऑफ के मुकाबलों के लिए अभी वेन्यू तय नहीं किए गए हैं, लेकिन माना जा रहा है कि ये फाइनल समेत आखिरी के 4 मुकाबले दुबई और शारजाह में आयोजित होंगे, क्योंकि दुबई से अबू धाबी जाने में कोरोना वायरस के नियमों की वजह से परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
कमेंट्री टीम को तीन पैनलों में बांटा गया है, जो दो अलग-अलग बायो-सिक्योर बबल दुबई और अबू धाबी में होंगे। दीप दासगुप्ता और मुरली कार्तिक आज यानी शुक्रवार 4 सितंबर को अबू धाबी के लिए रवाना होंगे, जबकि दुबई के बायो-सिक्योर बबल में रहने वाले कमेंट्री पैनल के सदस्य 10 सितंबर को रवाना होंगे। सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि कई विदेशी कमेंटेटर भी आइपीएल में कमेंट्री करते नजर आएंगे।
वहीं, अगर संजय मांजरेकर की बात करें तो उनके पास दमदार क्रिकेटिंग ब्रेन है, साथ ही साथ उनका विश्लेषणात्मक कौशल किसी से छिपा नहीं है, लेकिन बीसीसीआइ उनका उपयोग इस बार आइपीएल में नहीं करेगी, क्योंकि बीसीसीआइ ने कमेंट्री के दौरान दिए गए कुछ विवादास्पद बयानों के कारण अपने कमेंट्री पैनल से निकाल दिया था। हालांकि, दो बार संजय मांजरेकर ने बीसीसीआइ को मेल कर फिर से कमेंट्री पैनल में शामिल किए जाने की गुजारिश की थी।