37 साल का भारतीय क्रिकेटर संन्यास के बाद लिखेगा अपनी 'आत्मकथा', 5 साल और खेलने की तमन्ना
भारत के 37 साल के क्रिेेकेटर ने कहा कि वो अपनी आत्मकथा खुद से जुड़ी एक-एक बातों को सच्चाई से लिखेंगे।
नई दिल्ली, जेएनएन। इंडियन फास्ट बॉलर एस श्रीसंत हेलो लाइव सेशन में अपने फैंस से बातचीत की। इस चैट के दौरान उन्होंने कहा कि जब वो क्रिकेट से संन्यास ले लेंगे उसके बाद अपनी आत्मकथा लिखेंगे। 37 साल के इस गेंदबाज पर अभी बैन लगा हुआ है जिसकी अवधि इस साल सितंबर महीने के अंत में खत्म हो जाएगी।
इस दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने अपना इंटरनेशनल डेब्यू साल 2005 में किया था और वो काफी आक्रामक गेंदबाज के तौर पर जाने जाते थे। श्रीसंत ने अपने प्रदर्शन से ज्यादा अपने विवादों की वजह से सुर्खियां बटोरी। उनके जीवन में सबसे बड़ा भूचाल साल 2013 में आया था जब वो आइपीएल में स्पॉट फिक्सिंग स्कैंडल में फंसे थे और इसके बाद बीसीसीआइ उन्हें आजीवन बैन कर दिया था।
साल 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने इस बैन को कम कर दिया था और इसे सात साल का कर दिया था। अब वो मैदान पर लंबे अंतराल के बाद वापसी करने के लिए तैयार हैं। वहीं उन्होंने ये भी कहा था कि वो फिर से भविष्य में टीम इंडिया के लिए खेलना चाहते हैं और इसके लिए वो खुद को पूरी तरह से तैयार कर रहे हैं।
हेलो ऐप पर एक लाइव सेशन में श्रीसंत ने अपने पोस्ट रिटायरमेंट प्लान के बारे में फैंस को बताया। उन्होंने कहा कि संन्यास के बाद वो आत्मकथा लिखेंगे जो उनके क्रिकेट करियर के इर्द-गिर्द ही रहेगी। वो अपनी किताब में खुद से जुड़ी सभी बातों को साफ तौर पर जाहिर करेंगे। उन्होंने कहा कि क्रिकेट दूसरे के लिए सिर्फ एक खेल हो सकता है, लेकिन इस संसार में क्रिकेट उनके जीने का कारण है वो मेरे लिए सांस की तरह है। उन्होंने ये भी इच्छा जताई कि वो अभी 5 साल तक और क्रिकेट खेलना चाहते हैं।
श्रीसंत साल 2011 वनडे विश्व कप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे और इस विश्व कप का फाइनल मुकाबला ही उनका भारत के लिए आखिरी मुकाबला साबित हुआ। उसके बाद से वो कभी टीम का हिस्सा नहीं बने और फिर साल 2013 में बैन कर दिए गए। भारत के लिए 27 टेस्ट, 53 वनडे और 10 टी20 इंटरनेशनल मैचों में श्रीसंत ने हिस्सा लिया था।