World Cup 2019: विश्व कप का यह प्रारूप सबसे प्रतिस्पर्धी : के. श्रीकांत
World Cup 2019 श्रीकांत ने कहा कि इस प्रारूप के तहत एकतरफा मुकाबले नहीं होते और रोमांच बना रहता है।
के. श्रीकांत का कॉलम
यह समझना मुश्किल है कि आखिर यह तय करने में इतना लंबा वक्त कैसे लगा कि विश्व कप का सबसे बेहतर प्रारूप कौन सा है, जिसने भी 1992 का विश्व कप खेला है वह आसानी से ये बात कह सकता है कि वह टूर्नामेंट बेहद प्रतिस्पर्धी रहा था। यह और बात है कि भारत और मेरे लिए टूर्नामेंट इतना खास नहीं रहा था।
इस प्रारूप के तहत एकतरफा मुकाबले नहीं होते और रोमांच बना रहता है। सेमीफाइनल के दावेदारों का अनुमान लगाना भी आसान नहीं है। अगर मैं बहुत सोच—विचार करूं तो सेमीफाइनल के लिए मेरी पसंदीदा टीम इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया, भारत और वेस्टइंडीज होंगी। अपनी हालिया फॉर्म और घरेलू हालात को देखते हुए इंग्लैंड दावेदारों में है। वहीं आस्ट्रेलियाई टीम को बड़े मंच पर प्रदर्शन करने की कला बखूबी आती है। अगर टीम इंडिया सेमीफाइनल तक नहीं पहुंचती है तो यह आश्चर्य की बात होगी। मेरे स्कूली दिनों से ही मुझे किसी भी टीम ने वेस्टइंडीज से ज्यादा आकर्षित नहीं किया। वेस्टइंडीज की टीम भले ही टेस्ट क्रिकेट में फिर से पांव जमाने की कोशिश कर रही हो, लेकिन वनडे में उन्हें हल्के में अपने जोखिम पर ही लें।
टूर्नामेंट में हालांकि किसी भी टीम को कम करके नहीं आंक सकते। अपना दिन होने पर कोई भी टीम किसी भी टीम को हराने का दम रखती है। हालांकि जीत उसी टीम के हाथ लगेगी, जो निर्णायक मौकों पर दबाव और तनाव से निपटने में सक्षम होगी। मेजबान इंग्लैंड की मौजूदा टीम में कोई एक खूबी चुनना मुश्किल है। टीम हर विभाग में बेहतर दिख रही है। अधिक मैच विजेताओं की मौजूदगी से टूर्नामेंट में इंग्लैंड का पलड़ा भारी है।
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