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विवियन रिचर्ड्स और सहवाग जैसे खतरनाक बल्लेबाज साबित हो सकते हैं रोहित शर्मा

वीरेंद्र सहवाग की तरह रोहित को भी उनका दिन होने पर रोकना नामुमकिन होता है।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Sat, 10 Nov 2018 06:13 PM (IST)Updated: Sat, 10 Nov 2018 06:13 PM (IST)
विवियन रिचर्ड्स और सहवाग जैसे खतरनाक बल्लेबाज साबित हो सकते हैं रोहित शर्मा
विवियन रिचर्ड्स और सहवाग जैसे खतरनाक बल्लेबाज साबित हो सकते हैं रोहित शर्मा

(सुनील गावस्कर का कॉलम)

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वेस्टइंडीज के लिए खराब साबित हुआ भारत दौरा चेन्नई में खत्म हो जाएगा और उम्मीद है कि भारत इसे 3-0 से खत्म करेगा। हालांकि, आइसीसी विश्व टी-20 चैंपियन को भारत ने हर क्षेत्र में मात दी है, लेकिन फिर भी वे चेन्नई के मैच में जीत दर्ज कर सांत्वना हासिल करना चाहेंगे। कभी मजबूत चैंपियन रही टीम के चुनौती पेश नहीं करने की वजह से भारत के लिए गेंद और बल्ले दोनों से चीजें आसान रहीं और इससे कुछ खिलाड़ियों को टीम में अपनी जगह पक्की करने का मौका मिल गया।

वनडे और टी-20 सीरीज में रोहित शर्मा ने शानदार प्रदर्शन किया। वीरेंद्र सहवाग की तरह रोहित को भी उनका दिन होने पर रोकना नामुमकिन होता है। वीरू की तरह ही उन्हें भी बड़े शतक लगाना पसंद है। जब वीरू किसी गेंद को मैदान से बाहर मारने की कोशिश में आउट हो जाते थे, तो मैदान में बातें होना शुरू हो जाती थीं। रोहित भी जब कोई लापरवाह लगने वाला शॉट खेलकर आउट हो जाते हैं, तो ऐसा ही होता है। उनके आउट होने के बाद प्रतिक्रिया की अगर समीक्षा की जाए, तो पाएंगे कि इसके पीछे हमारा खुद का स्वार्थ होता है क्योंकि हम इन्हें लगातार बल्लेबाजी करते हुए विपक्षी गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते देखना चाहते हैं। उन्हें लगातार बल्लेबाजी करते देखने का हमारा ही लालच होता है और इसलिए जब वे आउट हो जाते हैं, तो हम काफी निराश होते हैं। हम घंटों उन्हें लगातार बल्लेबाजी करते देखना पसंद करते हैं।

अगर रोहित सफेद गेंद के अपने प्रदर्शन को लाल गेंद में भी तब्दील कर देते हैं, तो वह विवियन रिच‌र्ड्स और वीरेंद्र सहवाग के बाद दुनिया के सबसे खतरनाक बल्लेबाज होंगे। हां सचिन, लारा, पोंटिंग जैसे महान खिलाड़ी भी रहे, जो अपना दिन होने पर किसी भी गेंदबाजी आक्रमण की बखिया उधेड़ सकते थे और उन्होंने कई मौकों पर ऐसा करके भी दिखाया। मगर इनमें से कोई भी इन दोनों के जितना क्रूर नहीं था।

कुलदीप को आराम देने की वजह से उनके अच्छे दोस्त युजवेंद्रा सिंह चहल को अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा। वह काफी आराम कर चुके हैं और वह विंडीज खिलाडि़यों को आउट करने को बेताब होंगे। भुवनेश्वर को भी कुछ और ओवर गेंदबाजी करने का मौका मिलेगा। हालांकि, यह सिर्फ चार ओवरों का ही कोटा होगा, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई दौरे से पहले हर मौका अहम है। पदार्पण करने वाले क्रुणाल और खलील भी अपनी प्रतिभा दिखाने के एक और मौके को भुनाना चाहेंगे।

चेन्नई के परिणाम को छोड़ भी दिया जाए, तो घरेलू टीम के लिए जीत की स्थिति है, जो उन्हें अच्छी स्थिति में रखेगा। वैसे भी यह साल मेहमान टीम के लिए खराब ही रहा है।

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