सुनील गावस्कर को प्रभावित करने में सफल रहा वेस्टइंडीज का ये तूफानी गेंदबाज
वेस्टइंडीज को जिस तेज गेंदबाज की लंबे अरसे से तलाश है, थॉमस वह गेंदबाज साबित हो सकते हैं।
(सुनील गावस्कर का कॉलम)
पहला टी-20 मैच भी टेस्ट और वनडे सीरीज जैसा ही रहा। वेस्टइंडीज एक बार फिर से भारत को बैकफुट पर लाने के बावजूद नॉकआउट पंच नहीं जड़ सकी। ओशाने थॉमस ने अपनी गति और उछाल से भारतीय बल्लेबाजों को परेशान कर वेस्टइंडीज की महान तेज गेंदबाजी की यादों को फिर से ताजा कर दिया। विंडीज कप्तान कार्लोस ब्रेथवेट ने भी अपने कद का फायदा उठाया और अपनी लैंथ से उन्होंने भारतीय बल्लेबाजों को बैकफुट पर रखा।
शॉर्ट गेंद पर भारतीय बल्लेबाज भी दुनिया के बाकी बल्लेबाजों की तरह परेशान होते दिखे। इसके पीछे का कारण एक ओवर में एक ही बाउंसर की सीमा और हेलमेट हैं, जिस वजह से खिलाड़ी बैकफुट पर खेलना लगभग भूल सा गए हैं। हालांकि टी-20 मैच में एक गेंदबाज सिर्फ चार ओवर ही कर सकता है और वेस्टइंडीज के पास दूसरा तेज गेंदबाज नहीं था। इस वजह से निचले क्रम के बल्लेबाज आसानी से भारत को जीत दिला गए।
वेस्टइंडीज को जिस तेज गेंदबाज की लंबे अरसे से तलाश है, थॉमस वह गेंदबाज साबित हो सकते हैं। शेनॉन गेब्रियल के पास गति तो है, लेकिन वह शॉर्ट गेंद करने से हिचकते हैं। यहां तक कि उनके पहले स्पैल में भी वह बाउंसर करते नहीं दिखते। मगर थॉमस के साथ ऐसा नहीं है।
वह भारतीय बल्लेबाजों के मुंह के पास से गेंद निकलते देखकर खुश होते हैं। हालांकि यह ध्यान रखना होगा कि ईडन गार्डेस की पिच से उछाल मिल रही थी, लेकिन लखनऊ में ऐसा शायद नहीं होगा। यह एक नया मैदान है और भारतीय भी इससे ज्यादा परिचित नहीं हैं। ऐसे में दोनों ही कप्तान टॉस हारकर खुश होंगे और फील्डिंग करते हुए देखना चाहेंगे कि पिच कैसा व्यवहार करती है।
दिनेश कार्तिक ने भारत को जीत दिलाकर एक बार फिर से अपनी क्लास का परिचय दिया। पर्दापण करने वाले क्रुणाल पांड्या ने भी उनका अच्छा साथ दिया। उन्होंने दिखा दिया कि वह स्थितियों को अच्छे से समझते हैं और ऐसा लग रहा था कि वह एक अनुभवी खिलाड़ी हैं। आइपीएल में मुंबई इंडियंस के लिए वह ऐसा करते रहे हैं और भारत के लिए ऐसा करते हुए वह काफी सहज दिखे।
पर्दापण करने वाले एक और खिलाड़ी खलील ने भी अच्छी गेंदबाजी की। विंडीज की ओर से पदार्पण करने वाले पियरे और एलेन ने भी अच्छा खेल दिखाया। कुल मिलाकर यह मैच पदार्पण करने वालों के लिए अच्छा रहा। सीरीज में बने रहने के लिए विश्व चैंपियन विंडीज को लखनऊ में जीत दर्ज करनी ही होगी और उनके बल्लेबाजों को दिखाना होगा कि वे स्थितियों के अनुसार खेल सकते हैं।