कोच संजय बांगड़ ने बल्लेबाजों पर निकाला अपना गुस्सा, धौनी और रहाणे को...
बांगड़ बोले, गेंदबाजी इकाई ने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया और उन्हें 189 रन पर रोका लेकिन आज हमारे बल्लेबाजों का दिन नहीं था।
एंटीगा, पीटीआइ। वेस्टइंडीज के खिलाफ चौथे वनडे मैच में 11 रनों से मिली हार से टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ बल्लेबाजों से बहुत नाराज हैं। टीम के मुख्य कोच अनिल कुंबले के इस्तीफे के बाद इस दौरे पर संजय बांगड़ की मुख्य कोच की भूमिका भी निभा रहे हैं।
बांगड़ ने माना कि इस धीमे विकेट पर शॉट खेलना आसान नहीं था, लेकिन इसके बावजूद बल्लेबाजों ने स्तरीय प्रदर्शन नहीं दिखाया। भारत के सामने 190 रनों का लक्ष्य था लेकिन एंटीगा की मुश्किल पिच पर भारतीय टीम 178 रनों पर ऑल आउट हो गई।
भारत हालांकि पांच मैचों की सीरीज में अब भी 2-1 से आगे है। बांगड़ ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'यह पिच लगातार धीमी होती गई और शॉट लगाना वास्तव में आसान नहीं था। हमने अब तक यहां जो विकेट देखे हैं सब ऐसा ही खेल रहे हैं। लेकिन हम वास्तव में अपनी क्षमता के अनुरूप बल्लेबाजी नहीं कर पाए। यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता था। मेरा मानना है कि बल्लेबाजों की वजह से हम यह मैच हारे।'
उन्होंने कहा, 'पिछले मैच में भी हमारा इस तरह की परिस्थितियों से पाला पड़ा था जब हमने पहले 10 ओवरों में दो विकेट गंवा दिए थे लेकिन तब भी हम इस तरह के विकेट पर 260 रन बनाने में सफल रहे थे। हम ऐसे विकेटों पर खेल रहे हैं जिन पर खेलना आसान नहीं है।'
बांगड़ ने कहा, 'जीत का श्रेय वेस्टइंडीज को जाता है। उन्होंने अपनी रणनीति पर अच्छी तरह से अमल किया। यह लक्ष्य हासिल किया जा सकता था।' अंजिक्य रहाणे ने 91 गेंदों पर 60 और महेंद्र सिंह धौनी ने 114 गेंदों पर 54 रन बनाए। बांगड़ ने हालांकि अन्य खिलाड़ियों की तरह धौनी का भी बचाव किया जिनकी धीमी बल्लेबाजी के लिए आलोचना हो रही है।
उन्होंने कहा, 'हमारी रणनीति थी कोई आखिर तक एक छोर संभाले रखे। अंजिक्य ने आउट होने से पहले यह भूमिका निभाई। जब हम अच्छी स्थिति में थे तभी हमने दो विकेट गंवा दिए। बीच के ओवरों में ये विकेट गंवाने से हम वास्तव में बैकफुट पर चले गए। इसके बाद रन रेट लगातार बढ़ता रहा।'
बांगड़ ने कहा, 'केदार नंबर 6 और हार्दिक नंबर 7 पर बल्लेबाजी के लिए आते हैं। आपके लिए यह देखना जरूरी होता है कि वे दबाव कैसे झेलते हैं और उन्हें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि टीम लक्ष्य तक पहुंचे। यह उनके लिए बड़ा अनुभव है। जब हार्दिक और जडेजा आउट हुए तब भी हमें हर गेंद पर एक रन की दरकार थी। ऐसी स्थिति में शॉट का चयन अहम हो जाता है और मुझे लगता है कि तब उन्होंने इसमें गलती की।'
बांगड़ ने कहा, 'आपको परिस्थितियों का आकलन करना होता है। कई बार आपको परिस्थितियों के हिसाब से खेलना होता है। धौनी बल्लेबाजी क्रम में ऊपर आ रहे हैं। हमारे पास छठे, सातवें और आठवें नंबर पर भी अच्छे बल्लेबाज हैं लेकिन जब वे नहीं चल पाते तो फिर धौनी उस आजादी से नहीं खेल पाते जैसा उन्हें खेलना चाहिए था। यह भी मायने रखता है कि दूसरे छोर पर बल्लेबाज कैसी बल्लेबाजी कर रहे हैं और हमारे पास कितने विकेट बचे हुए हैं।'
बांगड़ ने अपने गेंदबाजों की जमकर तारीफ की जिन्होंने वेस्टइंडीज को 200 रन तक नहीं पहुंचने दिया। उन्होंने कहा, 'मोहम्मद शमी ने चैंपियंस ट्रॉफी से पहले अभ्यास मैच में खेलकर दो विकेट लिए थे। यहां तक कि आज भी वह अच्छी लय में दिख रहे थे। उमेश और कुलदीप यादव ने ने बेहतरीन गेंदबाजी की। गेंदबाजी इकाई ने वास्तव में अच्छा प्रदर्शन किया और उन्हें 189 रन पर रोका लेकिन आज हमारे बल्लेबाजों का दिन नहीं था।'
बांगड़ ने युवराज सिंह का भी बचाव किया जो पिछले कुछ समय से बल्ले से कमाल नहीं दिखा पा रहे हैं. उन्होंने कहा, 'युवराज ने नंबर चार बल्लेबाज के रूप में कुछ मैच विजेता पारियां खेली हैं। दुर्भाग्य से मांसपेशियों में खिंचाव के कारण वह आज नहीं खेल पाए लेकिन हमारे पास नंबर चार पर बल्लेबाजी के लिए काफी विकल्प हैं।'