Move to Jagran APP

Year Ender 2020: जानिए क्या रही इस बार के IPL की पूरी टाइमलाइन

Year Ender 2020 हर साल की तरह साल 2020 की शुरुआत में भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छी रही लेकिन इस साल कैसे कोरोना वायरस महामारी ने भारतीय क्रिकेट पर असर डाला। इसके बारे में साल के आखिर में जान लीजिए।

By Vikash GaurEdited By: Published: Wed, 30 Dec 2020 04:30 PM (IST)Updated: Wed, 30 Dec 2020 05:12 PM (IST)
Year Ender 2020: जानिए क्या रही इस बार के IPL की पूरी टाइमलाइन
IPL 2020 का आयोजन यूएई में हुआ था।

नई दिल्ली, जेएनएन। Year Ender 2020: हर साल की तरह साल 2020 की शुरुआत भी अच्छी रही। फरवरी तक भारतीय क्रिकेट टीम ने कई सीरीज खेलीं। यहां तक कि भारत की घरेलू क्रिकेट भी मार्च के दूसरे सप्ताह तक जारी रही, लेकिन इसके बाद जो हुआ उसकी उम्मीद किसी को नहीं थी। इसी वजह से दुनिया की सबसे महंगी क्रिकेट लीग यानी इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) पर भी असर पड़ा, जिसका आयोजन बड़ी मुश्किलों का सामना करते हुए हुआ।

loksabha election banner

दरअसल, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआइ हर साल मार्च से लेकर जून तक की अवधि में इंडियन प्रीमियर लीग यानी आइपीएल का आयोजन करती है। बीसीसीआइ साल 2020 से पहले लगातार 12 साल आइपीएल का आयोजन किया। एक बार पूरा टूर्नामेंट लोकसभा चुनावों की वजह से साउथ अफ्रीका में हुआ और एक बार आधा आइपीएल संयुक्त अरब अमीरात में खेला गया था। हालांकि, बीसीसीआइ हर कीमत पर आइपीएल भारत में ही कराना चाहती थी।

ऑक्शन हुआ, लेकिन आइपीएल?

आइपीएल 2020 के लिए दिसंबर 2019 में ऑक्शन हुआ, जिसमें दर्जनों खिलाड़ियों को आइपीएल की 8 फ्रेंचाइजियों ने खरीदा। यहां तक कि जनवरी 2020 के आसपास आइपीएल की तारीखों का ऐलान भी हो गया था और फिर कुछ दिनों बाद आइपीएल के 13वें सीजन के शेड्यूल बीसीसीआइ ने जारी कर दिया था। बीसीसीआइ हर कीमत पर इस टूर्नामेंट को आयोजित कराना चाहती है, क्योंकि इससे बोर्ड को काफी फायदा होता है। साथ ही साथ खिलाड़ी भी कमाई करते हैं।

बीसीसीआइ ने 29 मार्च से आइपीएल 2020 का आयोजन कराने का ऐलान किया था। फ्रेंचाइजियों के खिलाड़ी एकत्रित हो रहे थे। मार्च के पहले सप्ताह तक सब कुछ पटरी पर था, लेकिन इस समय तक दुनिया के कई देश एक महामारी की चपेट में आते जा रहे थे। इस महामारी का नाम था कोरोना वायरस (कोविड 19), जिसने आम जनजीवन को ठप कर दिया था। भारत में भी अब तक कई केस सामने आ चुके थे। बावजूद इसके बीसीसीआइ टूर्नामेंट कराने पर अड़ी हुई थी।

वनडे सीरीज हो गई थी स्थगित

आइपीएल 2020 से ठीक पहले भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज खेली जानी थी, जिसका पहला मुकाबला धर्मशाला में होना था, लेकिन वहां बारिश ने खेल बिगाड़ दिया था। ऐसे में अगले दो मुकाबलों के लिए बीसीसीआइ ने पहले इस बात का ऐलान किया कि बंद दरवाजों के पीछे मुकाबले खेले जाएंगे, लेकिन अगले ही दिन इस सीरीज को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करना पड़ा, जो अभी तक नहीं हुई है।

मार्च के दूसरे सप्ताह में ही आइपीएल 2020 के स्थगन का फैसला बीसीसीआइ को लेना पड़ा। हालांकि, पहले बीसीसीआइ ने 15 अप्रैल तक के लिए आइपीएल के 13वें सीजन को स्थगित किया था, लेकिन देश में लॉकडाउन लग गया था और फिर बीसीसीआइ को इसे अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया। दिन गुजरते जा रहे थे। सप्ताह निकल रहे थे। महीने गुजर चुके थे। धीरे-धीरे लॉकडाउन पर पाबंदियां कम होने लगी तो फिर से आइपीएल के आयोजन की आस जगी थी।

कई देशों से मिले ऑफर

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड को आइपीएल के आयोजन के लिए कई देशों से ऑफर मिले, क्योंकि भारत में जिस-जिस शहर में आइपीएल के मुकाबले खेले जाते हैं। वहां-वहां इस महामारी का असर काफी ज्यादा था। ऐसे में संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई, श्रीलंका और न्यूजीलैंड क्रिकेट बोर्ड ने आइपीएल की मेजबानी करने की पेशकश की थी, क्योंकि इन छोटे देशों में कोरोना वायरस के मामले बहुत कम थे। बीसीसीआइ भारत में आइपीएल कराना चाहती थी।

बीसीसीआइ ने लंबे समय तक भारत सरकार से मंजूरी मांगी, लेकिन हालातों को देखते हुए भारत में आइपीएल को मंजूरी नहीं मिली। ऐसे में बीसीसीआइ ने यूएई की रुख किया, जहां साल 2014 के लोकसभा चुनावों में आइपीएल के करीब 35 फीसदी मैच खेले गए थे। बीसीसीआइ ने यूएई क्रिकेट बोर्ड से बात की और अपने प्लान के मुताबिक आइपीएल के आयोजन को हरी झंडी मिल गई। 19 सितंबर से आइपीएल का आयोजन तय हो गया था।

खिलाड़ी निकले कोरोना पॉजिटिव

भारत सरकार और यूएई सरकार ने आइपीएल के आयोजन को हरी झंडी दे दी। इसके बाद खिलाड़ियों को यूएई ले जाया गया, जहां सभी को 6-6 दिन क्वारंटाइन में रहना था। यहां सभी टीमों के खिलाड़ियों के 3-3 कोरोना वायरस टेस्ट होने थे। दो-दो टेस्ट होने तक सभी की रिपोर्ट नेगेटिव थी, लेकिन तीसरे टेस्ट के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स के दो खिलाड़ी कोरोना वायरस से संक्रमित निकले थे। यहां तक कि सपोर्ट स्टाफ के भी कुछ सदस्य कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे।

माना जा रहा था कि बीसीसीआइ को आइपीएल के आयोजन में मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा, क्योंकि बोर्ड किसी की जान को मुश्किल में नहीं डाल सकता। हालांकि, कुछ दिन के बाद सब पटरी पर लौट रहा था। एक खिलाड़ी कोरोना पॉजिटिव से नेगेटिव आ गया, लेकिन बीसीसीआइ की मेडिकल टीम का एक अधिकारी कोरोना संक्रमित निकला तो सभी के होश उड़ गए। हालांकि, कुछ ही दिनों के बाद सभी की रिपोर्ट नेगेटिव आनी शुरू हो गई।

और हो गया आइपीएल शुरू

और फिर वो दिन भी आ गया जब आइपीएल के 13वें सीजन का पहला मुकाबला खेला गया। मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपर किंग्स के बीच आइपीएल 2020 का आगाज मैच खेला गया। दुबई, शारजाह और अबू धाबी में मुकाबले खेले गए। यहां तक कि वुमेन आइपीएल यानी वुमेंस टी20 चैलेंज के भी मुकाबले यूएई में ही खेले गए। सबसे अच्छी बात ये रही कि आइपीएल 2020 में बनाए गए बायो बबल में कोई भी खिलाड़ी कोरोना संक्रमित नहीं निकला।

अच्छी तरह से आइपीएल 2020 का आयोजन हुआ, जिसमें मुंबई इंडियंस ने जीता। पहली बार दिल्ली की टीम आइपीएल के फाइनल में उतरी। बीसीसीआइ को आइपीएल के आयोजन से करीब 4 हजार करोड़ रुपये का फायदा हुआ। इस बात की जानकारी खुद बीसीसीआइ के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने दी थी। हालांकि, आइपीएल में बहुत कुछ बदला-बदला नजर आया, क्योंकि कोरोना की वजह से दर्शकों को स्टेडियम में आने की अनुमति नहीं थी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.