हमारा मनोरंजन करने के लिए शुक्रिया 'स्पाइडरमैन' ए बी डिविलियर्स
मैदान के सभी ओर शॉट खेलने की उनकी योग्यता की वजह से उन्हें ‘एबी 360 डिग्री’ कहा जाता है।
नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। चिन्नास्वामी स्टेडियम में नवंबर की एक सुबह वीआइपी बॉक्स में भारतीय पत्रकारों की मेजबानी करते हुए अब्राहम बेंजामिन डिविलियर्स सीनियर ने कहा था, ‘यह अजीब है, लेकिन बेहद सुखद अनुभव है।’ डिविलियर्स सीनियर अपने बेटे एबी को उनका दूसरा घर माने जाने वाले बेंगलुरु में भारत के खिलाफ टेस्ट मैच खेलते हुए देखने आए थे और स्टैंड में भारत के खिलाफ मैच में ‘एबीडी-एबीडी’ की आवाजें सुनना उनके लिए अजीब अनुभव था।
एक ऐसा शहर जहां उनका बेटा घरेलू टीम के खिलाफ खेल रहा था और जब भी गेंद सीमा रेखा के बाहर जाती तो दर्शकों की भीड़ में उत्साह का संचार हो जाता था लेकिन, यह सब एबी के लिए था। एक ऐसे समय में जब असभ्य खिलाड़ियों का व्यवहार क्रिकेट के सभी देशों के लिए चिंता का विषय है, तब एक व्यक्ति अपने उत्साही क्रिकेट कौशल के जरिये दूसरे देश में प्यार, सम्मान और प्रशंसा हासिल कर रहा था।
मैदान के सभी ओर शॉट खेलने की उनकी योग्यता की वजह से उन्हें ‘एबी 360 डिग्री’ कहा जाता है। उनके लिए बल्ला एक कंपास था और वह किसी भी मैदान को विभाजित कर सकते थे, लेकिन असली खुशी स्पिनरों के खिलाफ उनकी तकनीक थी। विश्व के सबसे बेहतरीन स्पिनरों के खिलाफ उनका फुटवर्क एक सबक की तरह था। खासकर ऐसे देशों के खिलाफ जो उच्च श्रेणी के स्पिनर पैदा करने के लिए जाने जाते हैं। यह उनके स्तर को बताता है।
जहां तक जूनियर स्तर पर उनकी बहुमुखी प्रतिभा की बात की जाए तो वह उन्होंने हॉकी भी खेली और फिलहाल एटीपी रैंकिंग में शीर्ष-10 में शामिल केविन एंडरसन जैसे टेनिस खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा भी की। असल में वह जो करते थे वह स्वाभाविक रूप से करते थे। उन्होंने क्रिकेट चुना और प्रशसंकों ने इसका लुत्फ उठाया। क्रिकेट के मैदान पर उन्होंने अपना आखिरी प्रभाव तब छोड़ा जब उन्होंने अविश्वसनीय कैच लपका। कोहली के मुताबिक, उन्होंने उस कैच को लपकने के लिए हवा में इस तरह से छलांग लगाई जैसे कि कोई स्पाइडरमैन हवा में हो। हमारा मनोरंजन करने के लिए शुक्रिया स्पाइडरमैन।