2 जनवरी को कंगारुओं के खिलाफ लिटिल मास्टर ने खेली थी 172 रन की पारी, पर नहीं मिली थी..
दो जनवरी 1986 के दिन गावस्कर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में अपने करियर की बेस्ट पारी खेली थी।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान व पूर्व ओपनर बल्लेबाज सुनील गावस्कर के लिए 2 जनवनरी का दिन बेहद खास है। इस टीम उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई टीम के खिलाफ सिडनी में ऐसी पारी खेली की मेजबान टीम हक्की-बक्की रह गई। गावस्कर की इस पारी के बाद भारतीय टीम ने इस टेस्ट मैच की पहली पारी में विशाल स्कोर खड़ा किया और ऐसा लगा कि टीम इंडिया को जीत मिलेगी पर ऐसा नहीं हुआ और मैच ड्रॉ रहा।
गावस्कर ने बनाए 400 गेंदों पर 172 रन
दो जनवरी 1986 को सिडनी टेस्ट मैच में भारतीय ओपनर बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने कंगारू टीम के खिलाफ मैच की पहली पारी में 400 गेंदों का सामना करते हुए 172 रन की पारी खेली थी। उन्होंने अपनी पारी में कुल 19 चौके लगाए और 513 मिनट तक क्रीज पर टिके रहे। गावस्कर ने पहले विकेट के लिए श्रीकांत के साथ मिलकर 191 रन की साझेदारी की। इसके बाद मोहिंदर अमरनाथ के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 224 रन की बेहतरीन साझेदारी कर दी। इस मैच में भारत ने चार विकेट पर 600 रन बनाकर पहली पारी घोषित कर दी। इस मैच में श्रीकांत ने भी 117 गेंदों पर तेज 116 रन बनाए। श्रीकांत ने अपनी पारी में 19 चौके और एक छक्का लगाया। तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए मोहिंदर अमरनाथ ने 312 गेंदों का सामना करते हुए 138 रन की पारी खेली। अमरनाथ ने अपनी पारी में कुल 10 चौके लगाए। टेस्ट में गावस्कर की ये पारी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सर्वश्रेष्ठ पारी थी।
ड्रॉ रहा था ये मुकाबला
भारतीय टीम की पहली पारी के जबाव में कंगारू टीम ने पहली पारी में कुल 396 रन बनाए और भारत को पहली पारी के आधार पर 204 रन की बढ़त मिली। मेजबान टीम की तरफ से पहली पारी में डेविड बून ने शतकीय पारी खेलते हुए 131 रन बनाए। ज्योफ मार्श ने 92 रन की पारी खेली जबकि एलेन बोर्डर ने 71 रन बनाए। इनके अलावा अन्य कोई बल्लेबाज नहीं चल पाया। भारत की तरफ से पहली पारी में शिवलाल यादव ने पांच जबकि रवि शास्त्री ने चार विकेट लिए थे। भारतीय टीम को 204 रन की बढ़त मिली थी और उन्होंने एक बार फिर से कंगारू टीम को फॉलो ऑन देते बल्लेबाजी करने को कहा। इस बार ऑस्ट्रेलिया की टीम ने छह विकेट खोकर दूसरी पारी में 119 रन बनाए और मैच बचा लिया। यानी भारत का ये मैच जीतने का सपना टूट गया। दूसरी पारी में एक बार फिर से शिवलाल यादव ने तीन और रवि शास्त्री ने दो विकेट लिए। यानी इस मैच में गेंदबाजी में भारतीय स्पिनर्स का बोलबाला रहा। इस मैच में श्रीकांत को मैन ऑफ द मैच चुना गया।