जब साउथ अफ्रीका को एक गेंद पर बनाने थे 22 रन, मैदान पर लगी स्क्रीन को देखकर सब हुए दंग
साउथ अफ्रीका की टीम विश्व कप के इतिहास की सबसे बड़ी चोकर्स टीम है जो आज तक किसी भी आइसीसी इवेंट्स के फाइनल में नहीं पहुंच सकी है।
नई दिल्ली, जेएनएन। साउथ अफ्रीका की टीम विश्व कप के इतिहास की सबसे बड़ी चोकर्स टीम है। इस बात का सबूत ये है कि आज तक किसी भी आइसीसी इवेंट्स में साउथ अफ्रीका की टीम फाइनल में नहीं पहुंच सकी है, खिताब जीतना तो दूर की बात है। पुरुष ही नहीं, बल्कि महिला टीम भी कभी भी विश्व कप के फाइनल में नहीं पहुंच सकी है। हालांकि, आज से ठीक 28 साल पहले एक मौका ऐसा आया था जब टीम के पास फाइनल में पहुंचने का मौका था, लेकिन नियमों की वजह से टीम सेमीफाइनल से ही बाहर हो गई थी।
दरअसल, 22 मार्च 1992 को ऑस्ट्रेलिया के सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) पर एक वर्ल्ड कप 1992 का ऐतिहासिक सेमीफाइनल खेला गया था, जो अपने नतीजे के लिए सुर्खियों में रहा। क्रिकेट के इतिहास में ये सबसे खराब पल था, जब नियमों की वजह से साउथ अफ्रीका को वर्ल्ड कप के फाइनल में जाने का मौका नहीं मिला था। नियमों के मुताबिक, साउथ अफ्रीका की टीम को एक गेंद पर 22 रन बनाने थे, जो क्रिकेट की किसी भी किताब के हिसाब से संभव काम नहीं था और यही हुआ कि प्रोटियाज टीम सेमीफाइनल हार गई।
साउथ अफ्रीका के पास था फाइनल में जाने का मौका
साउथ अफ्रीकाई टीम ने 1992 वर्ल्ड कप के दूसरे सेमीफाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी। साउथ अफ्रीकाई टीमने ऐलन डोनाल्ड और मेरिक प्रिंगल के दम पर इंग्लैंड की टीम ने 45 ओवर के इस बारिश से बाधित मैच में 252 रन पर रोक दिया। इंग्लैंड की ओर से ग्रीम हिक ने 83 रन की पारी खेली और टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचा दिया, लेकिन इसके बाज जो हुआ वो काफी हैरान करने वाला था।
45 ओवर के खेल में 253 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी टीम को अच्छी शुरुआत मिली। कोई भी बल्लेबाज बड़ी पारी नहीं खेल सका था, लेकिन टीम जीत की ओर थी। 42.5 ओवर में 231 रन बना चुकी थी। जीत के लिए 13 गेंदों में 22 रन चाहिए थे, लेकिन बारिश ने मैच में खलल डाल दिया। लग रहा था कि अंपायर 45 ओवर का मैच कराएंगे, लेकिन बारिश बंद हुई तो मैदान पर लगे एक विशाल स्क्रीन पर खिलाड़ियों को जो दिखा उसने सभी को हैरत में डाल दिया।
मैदान पर लगे स्क्रीन ने तोड़ा साउथ अफ्रीका खिलाड़ियों का दिल
सिडनी के ऐतिहासिक क्रिकेट ग्राउंड पर लगी एक बड़ी स्क्रीन पर दिखाया गया कि अब साउथ अफ्रीका को जीत के लिए 1 गेंद में 22 रन बनाने हैं, क्योंकि स्लो ओवर रेट की वजह से समय के हिसाब से मैच को खत्म करने में सिर्फ एक गेंद का समय बाकी है। यही वजह रही कि साउथ अफ्रीका की टीम एक गेंद में 1 रन बना पाई और मैच 19 रन से हार गई। हालांकि, फाइनल मैच में इंग्लैंड की टीम को पाकिस्तान ने हराकर पहली बार खिताब जीत लिया था, लेकिन ये सेमीफाइनल विवादों में रहा था।
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