सौरव गांगुली ने संभाली BCCI की कमान, इन बड़े बदलाव के लिए तैयार रहिए !
BCCI president Sourav Ganguly सौरव गांगुली के कार्यकाल में कौन से वो बड़े कदम है जो उठाए जा सकते हैं उसपर डालते हैं एक नजर।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम की कप्तानी करते हुए टीम को बुलंदी पर पहुंचाने वाले सौरव गांगुली ने बुधवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाली। अध्यक्ष पद पर आसीन होने के बाद अब गांगुली के सामने कई चुनौतियां होंगी। पूर्व कप्तान अपने कार्यकाल में कई बड़े फैसले ले सकते हैं।
सौरव गांगुली 65 साल बाद बीसीसीआई के अध्यक्ष पद पर बैठने वाले क्रिकेटर हैं। क्रिकेट की गहरी समझ रखने वाले गांगुली से कई बड़े फैसले की उम्मीद है। बंगाल क्रिकेट बोर्ड का पद संभालते हुए उन्होंने डे नाइड टेस्ट कराने की वकालत की थी और साथ ही घरेलू खिलाड़ियों को मिलने वाले पैसे को भी बढ़ाने की बात कर चुके हैं। गांगुली के कार्यकाल में कौन से वो बड़े कदम है जो उठाए जा सकते हैं उसपर डालते हैं एक नजर।
डे नाइट टेस्ट पर हो सकता है फैसले
भारतीय क्रिकेट टीम ने अब तक कोई भी डे नाइट टेस्ट मैच नहीं खेला है। गुलाबी गेंद से टीम इंडिया के टेस्ट मैच खेलने पर गांगुली फैसले ले सकते हैं। गांगुली पहले भी कई बार गुलाबी गेंद क्रिकेट से टेस्ट क्रिकेट को लोकप्रिय बनाने की बात कर चुके हैं। ऐसे में भारत गांगुली के बीसीसीआई अध्यक्ष बनने के बाद अपना पहला डे-नाइट टेस्ट मैच खेल सकती है।
आईसीसी टूर्नामेंट पर होगा ध्यान
भारतीय टीम दुनिया के बाकी क्रिकेट खेलने वाले देशों की तुलना में कहीं ज्यादा मुकाबले खेलती है। सौरव का सारा ध्यान आईसीसी के बड़े टूर्नामेंट में टीम इंडिया के जीत हासिल करने पर है। अध्यक्ष पद संभालने से पहले ही उन्होंने साफ कर दिया था कि टीम इंडिया का सारा ध्यान अब 2020 टी20 विश्व कप पर होना चाहिए। ऐसे में संभावना है कि गांगुली आईसीसी के फ्यूचर टूर प्रोग्राम पर बात करेंगे। वह इस बात को तय करना चाहेंगे कि टीम इंडिया लगातार ज्यादा सीरीज ना खेले जिससे खिलाड़ियों को प्रयाप्त आराम मिल सके।
महेंद्र सिंह धौनी के संन्यास पर फैसला
पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने आईसीसी विश्व कप के बाद भारत के लिए कोई मुकाबला नहीं खेला है। वेस्टइंडीज और साउथ अफ्रीका सीरीज से उन्होंने बाहर रहने का फैसला लिया था। गांगुली ने पहले ही साफ कर दिया है कि वह चयनकर्ताओं से मिलकर धौनी को लेकर बात करेंगे।
इसमें धौनी के भविष्य को लेकर फैसला लिया जाएगा। पूर्व कप्तान के संन्यास पर लगातार चर्चा होती रहती है लेकिन गांगुली इस पर चयनकर्ता और धौनी दोनों के साथ मिलकर फैसला लेना चाहेंगा। उनका इरादा यह तय करना होगा कि टी20 विश्व कप खेलने वाली टीम इंडिया में धौनी की भूमिका होगी या नहीं अगर नहीं होगी तो फिर वह टीम के लिए कितने मैच खेलेगे।
घरेलू क्रिकेट को बेहतर करने की कोशिश
बीसीसीआई अध्यक्ष यह पहले भी साफ कर चुके हैं कि भारतीय क्रिकेट की भविष्य घरेलू क्रिकेट को बेहतर करने से ही सुरक्षित होगा। गांगुली का सारा ध्यान इस पर रहेगा कि घरेलू क्रिकेट को और बेहतर कैसे बनाया जा सकता है। इसके लिए वह खिलाड़ियों के लिए बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने की दिशा में कुछ अहम फैसले कर सकते हैं। इसमें खिलाड़ियों को मिलने वाली वित्तीय सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाएगी।