Move to Jagran APP

Ranji Trophy: शुभमन गिल ने मैदान पर नहीं दी 'गाली', जानिए क्या है पूरा मामला

Ranji Trophy Tournament शुभमन गिल ने अंपायर द्वारा आउट दिए जाने के बाद मैदान पर बुरा बर्ताव किया।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Fri, 03 Jan 2020 06:10 PM (IST)Updated: Fri, 03 Jan 2020 06:48 PM (IST)
Ranji Trophy: शुभमन गिल ने मैदान पर नहीं दी 'गाली', जानिए क्या है पूरा मामला
Ranji Trophy: शुभमन गिल ने मैदान पर नहीं दी 'गाली', जानिए क्या है पूरा मामला

नई दिल्ली, जेएनएन। शुभमन गिल भारतीय क्रिकेट का भविष्य हैं लेकिन तीन जनवरी को वो रणजी ट्रॉफी के मुकाबले में विवादों में फंस गए। मोहाली के आइ एस बिंद्रा स्टेडियम में पंजाब और दिल्ली के बीच मुकाबले के दौरान अंपायर द्वारा गलत आउट दिए जाने के बाद उन्होंने अपने व्यवहार के जैंटलमैन गेम क्रिकेट को शर्मसार कर दिया। इस मैच में अंपायर ने उन्हें गलत आउट दे दिया जिसके बाद वो खुद पर काबू नहीं पा सके। 

loksabha election banner

मैच के दौरान शुभमन गिल को दिल्ली के गेंदबाज सुबोध भाटी की गेंद पर विकेटकीपर ने स्टंप आउट दे दिया था। उन्हें लगा कि वो आउट नहीं हैं और उन्होंने क्रीज छोड़ने से मना कर दिया। 20 साल के इस बल्लेबाज ने फील्ड अंपायर से बहस भी की वो भी तक तक जब तक अंपायर्स ने अपना फैसला वापस नहीं ले लिया। जिस वक्त ये वाकया हुआ उस वक्त वो दस रन बनाकर खेल रहे थे। हालांकि इस घटना के बाद वो ज्यादा वक्त तक क्रीज पर नहीं टिक पाए और 23 रन बनाकर आउट हो गए। 

मैदान पर आखिर हुआ क्या था इसके बारे में दिल्ली टीम के मैनेजर विकेट खुराना ने पीटीआई से बातचीत करते हुए बताई। शुभमन जब आउट हुए तब स्ट्रेट अंपायर मोहम्मद रफी ने उन्हें स्टंप आउट करार दिया। इसके बाद शुभमन अंपायर के पास आ गए और उनसे बहस करते हुए कहा कि उन्हें अपना फैसला वापस लेना चाहिए। इसके बाद स्ट्रेट अंपायर यानी मो. रफी ने स्क्वैर लेग अंपायर पश्चिम पाठक से सलाह-मशविरा किया और अपने फैसले को वापस ले लिया। वहीं उन्होंने ये भी कहा कि इस घटना के बाद दिल्ली की टीम का ऐसा कोई इरादा नहीं था कि वो आगे मैच नहीं खेलेंगे। 

दिल्ली के टीम मैनेजर ने कहा कि टीम के कप्तान नीतिश राणा ने सिर्फ अंपायर से पूछा कि उन्होंने अपने पहले लिए गए फैसले को वापस क्यों लिया। हमने वॉक आउट नहीं किया। हालांकि इसके बाद मैच रेफरी रंगानाथन मैदान पर आए और खेल पहले की तरह ही खेला जाने लगा। वहीं डीडीसीए के जेनरल सेक्रेटरी ने कहा कि इस घटना की वजह से मैच सात से आठ मिनट तक रुका रहा। हमारी टीम के खिलाड़ियों को लग रहा था कि गिल आउट थे और उन्होंने अंपायर से सिर्फ यही पूछा कि उन्होंने अपना फैसला वापस क्यों लिया। 

वहीं पंजाब क्रिकेट संघ के अधिकारी जीएस वालिया ने कहा कि गिल ने अंपायर से बहस में किसी तरह के अपशब्दों का इस्तेमाल नहीं किया। वालिया ने कहा, ‘‘उन्होंने अंपायर को कहा कि गेंद उनके बल्ले से नहीं लगी है। हम सभी ने शुभमन को देखा है, वह बहुत ही शांत चित्त वाला खिलाड़ी है। ’’ मैच रैफरी द्वारा किसी भी तरह के जुर्माने संबंधित फैसला चौथे दिन के खेल के खत्म होने के बाद ही घोषित होगा।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.