जब सचिन तेंदुलकर लाए Desert storm, धूल भरी आंधी के बीच 'भगवान' लाए रनों का तूफान
आज ही के दिन साल 1998 में सचिन तेंदुलकर शारजाह में Desert storm लाए थे। आंधी तूफान के बीच ऑस्ट्रेलियाई टीम को जमकर परेशान किया था
नई दिल्ली, जेएनएन। साल 1998, तारीख 22 अप्रैल, जगह शारजाह (दुबई)। टूर्नामेंट कोका-कोला कप (ट्राइ सीरीज)। इसी ट्राइ सीरीज के सेमी फाइनल कहे जाने वाले मुकाबले में आज से ठीक 21 साल पहले भारत और ऑस्ट्रेलिया का आमना-सामना हुआ। इस मुकाबले में साढ़े पांच फीट के सचिन तेंदुलकर की ऐसी आंधी आई, जिससे ऑस्ट्रेलियाई टीम की नाक में दम हो गया। कंगारू टीम को पहले धूल भरी आंधी ने परेशान किया और फिर सचिन तेंदुलकर के डेजर्ट स्टॉर्म ने दुनिया के सबसे मजबूत टीम को परेशान करके रख दिया।
भारत, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के बीच खेले गए कोका-कोला कप का छठा मुकाबला भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेला गया। भारतीय टीम के नजरिए से ये मुकाबला इसलिए अहम था क्योंकि इसे जीतकर टीम इस त्रिकोणीय शृंखला के फाइनल में पहुंच जाती। हालांकि, सचिन तेंदुलकर के डेजर्ट स्टॉर्म के बावजूद टीम इंडिया ये मुकाबला 26 रन से हार गई। लेकिन, नेट रन रेट के हिसाब से फिर भी भारतीय टीम फाइनल में पहुंची और ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से हराकर इस कप पर कब्जा जमाया। ऐसी ही तमाम पारियों और रिकॉर्ड को देखते हुए क्रिकेट प्रेमियों ने उन्हें क्रिकेट के भगवान की उपाधि दी है।
बात आज से 21 साल पहले की
आज मैच 22 अप्रैल के उस मैच की, जिसमें सचिन तेंदुलकर ने 131 गेंदों में 9 चौके और 5 छक्के जड़ते हुए 143 रन बनाए। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 50 ओवर में 7 विकेट के नुकसान पर 284 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया की ओर से माइकल बेवन ने नाबाद 101 रन की पारी खेली। इनके अलावा मार्क वॉ ने भी 81 रन बनाए। वहीं, भारतीय टीम की ओर से वेंकटेश प्रसाद को 2 विकेट मिले। वेंकटेश प्रसाद के अलावा हरविंदर सिंह, अनिल कुंबले, हरभजन सिंह और सचिन तेंदुलकर को एक-एक विकेट मिला।
धूल की आंधी और रनों की आंधी
उधर, 285 रन के टारगेट का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को धूल भरी आंधी और तूफान का सामना करना पड़ा। इस दौरान कई बार मैच रूका। लेकिन, एक छोर से सचिन तेंदुलकर अपनी तूफानी पारी को आगे बढ़ाते रहे। सचिन ने इस मैच में 143 रन बनाए और टीम इंडिया 46 ओवर में 5 विकेट खोकर 250 रन की बना सकी। इस मैच में स्कोर को रिवाइज किया गया। इसके लिए भारतीय टीम को 50 ओवर में 277 रन बनाने थे। लेकिन, टीम 250 रन पर ठहर गई। भले ही मैच का नतीजा ऑस्ट्रेलिया के पक्ष में गया हो। लेकिन सचिन तेंदुलकर द्वारा कठिन परिस्थितियों में खेली गई ये पारी अभी तक क्रिकेट के प्रेमियों के जहन में ताजा है।