सौरव गांगुली का करियर समाप्त हो गया, सचिन तेंदुलकर नॉन-स्ट्राइक पर खड़े रहे; ये है फैक्ट
सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली की जोड़ी एक समय पर काफी शानदार थी लेकिन वो बीच में टूट गई थी।
नई दिल्ली, जेएनएन। एक समय ऐसा था जब सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली की जोड़ी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मध्य में ही नहीं, बल्कि टॉप ऑर्डर में भी काफी शानदार थी, लेकिन ये जोड़ी बीच में टूट गई थी। वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर ने बाद में जोड़ी बनाए और कुछ कारणों की वजह से सौरव गांगुली को या तो नीचे बल्लेबाजी करनी पड़ी या फिर वे किसी न किसी वजह से टीम से अंदर बाहर होते रहे, लेकिन आज हम आपको ऐसा फैक्ट बताने जा रहे हैं जो शायद बहुत कम लोग जानते हैं।
भारत में 21 दिन का लॉकडाउन है और शनिवार 28 मार्च को इस लॉकडाउन का चौथा दिन है। ऐसे में आज हम आपके लिए एक ऐसा चौथा फैक्ट लेकर आए हैं, जिसकी जानकारी बहुत की कम लोगों को होगी। दरअसल, सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली ने मिलकर सबसे ज्यादा बार वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में 150 या इससे ज्यादा रन की साझेदारी की, लेकिन क्या कोई जानता है कि सौरव गांगुली ने जब पहला और आखिरी मैच खेला था तो उनके नॉन-स्ट्राइक एंड पर सचिन तेंदुलकर थे।
गांगुली का पहला मैच
जी हां, साल 1989 में अंतरराष्ट्रीय डेब्यू करने वाले सचिन तेंदुलकर के 3 साल के बाद सौरव गांगुली ने अपना अंतरराष्ट्रीय डेब्यू किया। 11 जनवरी 1992 को सौरव गांगुली जब बल्लेबाजी करने उतरे तो उनके सामने वाले छोर पर उनको जोड़ीदार सचिन तेंदुलकर ही थे। उस मैच में जब वे आउट हुए तब भी सचिन तेंदुलकर नॉन स्ट्राइक एंड पर ही थी। अपने पहले वनडे इंटरनेशनल मैच में सौरव गांगुली ने 6 नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 3 रन की पारी खेली थी।
गांगुली का आखिरी मैच
सौरव गांगुली ने अपना आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच साल 2008 में खेला था। 6 नवंबर से शुरू हुए इस टेस्ट मैच में सचिन तेंदुलकर उस समय क्रीज पर थे जब पहली पारी में सौरव गांगुली बल्लेबाजी करने आए। इतना ही नहीं, दूसरी पारी में जब सौरव गांगुली क्रीज पर आए और आउट होकर गए थे तब भी महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर नॉन स्ट्राइक एंड पर थे। सचिन का करियर गांगुली से पहले शुरू हुआ और उनके चार साल के बाद समाप्त हुआ, लेकिन गांगुली का करियर जल्दी खत्म हो गया।