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राजस्थान के खिलाफ हैदराबाद ने की ये बहुत बड़ी भूल, इस वजह से मिली बुरी तरह हार

IPL 2021 इंडियन प्रीमियर लीग यानी आइपीएल के 14वें सीजन के आधे सीजन से भी पहले सनराइजर्स हैदराबाद ने डेविड वार्नर से कप्तानी छीन ली। यहां तक कि उनको प्लेइंग इलेवन से भी बाहर कर दिया जो टीम की बड़ी गलती रही।

By Vikash GaurEdited By: Published: Sun, 02 May 2021 08:25 PM (IST)Updated: Sun, 02 May 2021 08:25 PM (IST)
डेविड वार्नर को प्लेइंग इलेवन से बाहर कर दिया गया (फोटो ट्विटर)

नई दिल्ली, जेएनएन। IPL 2021: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 14वें सीजन के 6 मैचों में कप्तानी करने के बाद सनराइजर्स हैदराबाद ने डेविड वार्नर को कप्तानी पद से हटा दिया था, क्योंकि टीम एक ही मुकाबला जीतने में सफल रही थी। हैदराबाद ने अपने सातवें लीग मैच से एक दिन पहले केन विलियमसन को टीम का कप्तान बना दिया। हैरानी वाली बात ये रही कि डेविड वार्नर को प्लेइंग इलेवन से ही बाहर कर दिया। इसका नतीजा टीम को पहले ही मैच में भुगतना पड़ गया।

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दरअसल, डेविड वार्नर अच्छी लय में नहीं थे, लेकिन ऐसा भी नहीं है कि वे इस आइपीएल में फॉर्म में नहीं थे। उन्होंने दो अर्धशतक भी लगाए, लेकिन जैसे ही केन विलियमसन टीम के कप्तान बने तो उनको प्लेइंग इलेवन से ही बाहर कर दिया। डेविड वार्नर जैसे खिलाड़ी को टी20 मैच में प्लेइंग इलेवन से बाहर करना ही सबसे बड़ी भूल है, क्योंकि वे अकेले दम पर मैच जिताने का माद्दा रखते हैं। इसके अलावा अगर उनके पास कप्तानी की जिम्मेदारी नहीं होती तो वे और घातक साबित होते।

राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान केन विलियमसन ने टॉस जीतकर गेंदबाजी चुनी, लेकिन जोस बटलर के शतक के आगे हैदराबाद के गेंदबाज बेबस नजर आए। राजस्थान ने 220 रन बनाए। इसके जवाब में हैदराबाद की टीम 8 विकेट खोकर 165 रन ही बना सकी और मुकाबला 55 रन से हार गई। अगर इस बड़े स्कोर का पीछा करते हुए डेविड वार्नर सनराइजर्स हैदराबाद का हिस्सा होते तो फिर नतीजा कुछ और भी हो सकता था, क्योंकि वे तेज रन बनाने के लिए जाने जाते हैं।

हैरान करने वाली बात ये रही कि डेविड वार्नर को प्लेइंग इलेवन से बाहर करने के बाद हैदराबाद की फ्रेंचाइजी ने मोहम्मद नबी को मौका दिया, जो कि वार्नर के स्थान क लिए योग्य खिलाड़ी नहीं थे। ऑलराउंडर के तौर पर वे फेमस जरूर हैं, लेकिन राजस्थान के पास दाएं हाथ के बल्लेबाज थे। ऐसे में एक ऑफ स्पिनर को खिलाने का अच्छा विकल्प नहीं था। उन्होंने एक ओवर गेंदबाजी की और 21 रन लुटाए। वहीं, बतौर बल्लेबाज वे 5 गेंदों में 17 रन बनाने में सफल रहे, लेकिन नाकाफी थे।

अगर डेविड वार्नर को सनराइजर्स हैदराबाद को प्लेइंग इलेवन से बाहर ही रखना था तो उनके पास ओपनर के तौर पर जेसन रॉय जैसा विदेशी खिलाड़ी था, जो उनकी कमी को पूरा कर सकता था, लेकिन फ्रेंजाइजी ने एक खराब दांव खेला, जिसका नतीजा टीम को मुकाबला हार का चुकाना पड़ा। यहां तक कि मैच के बाद कप्तान केन विलियमसन ने भी स्वीकार किया है कि डेविड वार्नर जैसे वर्ल्ड क्लास प्लेयर को बाहर करने का विचार अच्छा नहीं है।


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