मिताली राज ने बना दिया ये बड़ा रिकॉर्ड, सभी को छोड़ा पीछे, कोहली ने भी दी बधाई
मिताली राज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए महिला विश्व कप के मैच में एक ऐसा रिकॉर्ड बनाते हुए सबको पीछे छोड़ दिया।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान ने बुधवार को क्रिकेट जगत में सबसे ऊंचे मुकाम को छू लिया। आइसीसी महिला विश्व कप में भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया से हुए मुकाबले में सबकी निगाहें भारतीय कप्तान मिताली राज पर टिकी हुई थीं। क्योंकि मिताली इस मैच में एक विश्व रिकॉर्ड बनाने की दहलीज पर खड़ी थीं और अब उन्होंने वो बना लिया है। मिताली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अर्धशतक जमाते हुए अपने नाम पर ये खास उपलब्धि दर्ज़ करा ली है।
निकल गईं सबसे आगे
मिताली महिला वनडे क्रिकेट के इतिहास में सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी बन गई हैं। उन्होंने इंग्लैंड की कारलोट एडवर्ड्स का सबसे ज्यादा 5992 वनडे रनों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। इस मैच से पहले मिताली 5959 रनों के साथ दूसरे पायदान पर थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 34वां रन बनाते ही उन्होंने इस बड़ी उपलब्धि को हासिल कर लिया। एडवर्ड्स ने यह रिकॉर्ड 191 वनडे मैच खेलकर बनाया था, जबकि मिताली ने यह रिकॉर्ड केवल 183वें मैच में अपने नाम कर लिया। इस मैच में मिताली ने 4 चौके और 1 छक्के की मदद से 114 गेंदों में 69 रन बनाए। अब मिताली के नाम वनडे क्रिकेट में 6028 रन हो गए हैं। इतने रन बनाने के लिए उन्होंने 5 शतक और 49 अर्धशतक बनाए हैं और उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 114 रन है।
विराट कोहली ने भी दी बधाई
महिला विश्व कप में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ इस बड़ी उपलब्धि को हासिल करने पपर टीम इंडिया के मैंस टीम के कप्तान विराट कोहली ने मिताली राज को बधाई दी। विराट ने ट्विटर पर ये संदेश लिख मिताली को शुभकामनाएं दी।
A great moment for Indian Cricket, @M_Raj03 becomes the highest run scorer in Women's ODI Cricket History today. Champion Stuff! 👌👏— Virat Kohli (@imVkohli) July 12, 2017
क्रिकेटर नहीं बनना चाहती थीं मिताली
एक इंटरव्यू के दौरान मिताली ने खुलासा किया था कि वह क्लासिकल डांसर बनना चाहती थीं। उन्होंने बताया कि तमिल परिवार में जन्म लेने के कारण बचपन में ही क्लासिकल डांस सीखना शुरू कर दिया। 10 साल की उम्र तक मिताली भरतनाट्यम में पारंगत हो गईं थीं। वे इसी में कॅरियर बनाने के बारे में सोचने लगी थीं। लेकिन किस्मत को ऐसा मंजूर नहीं था, क्योंकि वह बचपन से ही आलसी थीं और उनके पिता उन्हें अनुशासन में रहना सिखाना चाहते थे।
17 साल की उम्र में टीम इंडिया में हुआ था चयन
मिताली के पिता चाहते थे कि बेटी अनुशासन में रहे और एक्टिव बने। इसलिए उन्होंने उसे क्रिकेट खेलने को कहा। 10 साल की उम्र में मिताली क्लासिकल डांस छोड़ हाथ में बैट पकड़े मैदान में नजर आने लगी थीं। इसके बाद उनकी स्कूलिंग हैदराबाद में हुई। स्कूल में लड़कों के साथ क्रिकेट की प्रैक्टिस करती।17 साल की उम्र में मिताली का चयन भारतीय टीम में हो गया। बता दें कि जोधपुर में 3 दिसंबर 1982 को मिताली का जन्म हुआ। उनके पिता दुराई राज एयर फोर्स में ऑफिसर थे तो मां लीला राज भी क्रिकेट खेल चुकी थीं।