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India vs South Africa सीरीज को इस वजह से कहा जाता है 'गांधी-मंडेला सीरीज'

India vs South Africa Gandhi Mandela Serie भारत और साउथ अफ्रीका के बीच होने वाली हर एक द्विपक्षीय सीरीज को अब गांधी-मंडेला सीरीज के नाम से जाना जाता है।

By Vikash GaurEdited By: Published: Wed, 02 Oct 2019 10:20 AM (IST)Updated: Wed, 02 Oct 2019 10:20 AM (IST)
India vs South Africa सीरीज को इस वजह से कहा जाता है 'गांधी-मंडेला सीरीज'
India vs South Africa सीरीज को इस वजह से कहा जाता है 'गांधी-मंडेला सीरीज'

नई दिल्ली, विकाश गौड़। India vs South Africa Gandhi Mandela Serie: भारत और साउथ अफ्रीका के बीच अब कोई भी द्विपक्षीय सीरीज होती है तो उसे 'गांधी-मंडेला सीरीज' (महात्मा गांधी-नेल्सन मंडेला सीरीज) के नाम से जाना जाता है। 2 अक्टूबर को भारत में गांधी जयंती मनाई जाती है। 2 अक्टूबर 2019 को भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150वीं जयंती पर भारत और साउथ अफ्रीका के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज शुरू हुई जो 'गांधी-मंडेला सीरीज' है।

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महात्मा गांधी के 150वें जन्मदिवस पर आज हम आपको बताते हैं कि आखिर भारत और साउथ अफ्रीका के बीच होने वाली सभी द्विपक्षीय सीरीज क्यों 'गांधी-मंडेला सीरीज' नाम दिया जाता है? दरअसल, इसके पीछे सबसे बड़ा कारण विचारधाराओं का है। साउथ अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला को वहां का महात्मा गांधी कहा जाता था, क्योंकि उनकी और गांधी की विचारधारा लगभग समान थी, ये दोनों ही महान शख्स हमेसा शांति की बात किया करते थे। यही कारण रहा कि आज इनको पूजा जाता है।

कब हुई इसकी शुरुआत?

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) और साउथ अफ्रीका क्रिकेट बोर्ड (CSA) ने मिलकर साल 2015 में इस बात का ऐलान किया था कि दोनों देशों के बीच होने वाली सभी फॉर्मेट की द्विपक्षीय सीरीज 'गांधी-मंडेला सीरीज' होगी। हालांकि, टेस्ट सीरीज को 'गांधी-मंडेला सीरीज' कहा जाता है, लेकिन ये फ्रीडम ट्रॉफी के नाम से भी प्रसिद्ध है। ये ट्रॉफी महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला के समाज में दिए गए योगदान के लिए समर्पित होती है।

'गांधी-मंडेला सीरीज' का ऐलान करते हुए BCCI के तत्कालीन अध्यक्ष जगमोहन डालमिया ने कहा था, "आजादी के लिए संघर्ष हम दोनों देशों के लिए लगभग एक समान रहा है। महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला ने हमारे देशों को अहिंसा के पथ पर चलते हुए आजादी दिलाई। पूरी दुनिया को भी सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया था। हम इस ट्रॉफी को महात्मा और मदीबा (जो लोगों का आपस में मेल कराए) को समर्पित करते हैं।"

BCCI और CSA का बयान

वहीं, उस समय भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के सचिव रहे अनुराग ठाकुर ने कहा था, "टेस्ट सीरीज का नाम 'फ्रीडम ट्रॉफी' रखा गया है। वो फ्रीडम यानी आजादी जिसके लिए महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला ने अपनी जान दी। अपने-अपने देश को आजाद होकर सालों से चली आ रही गुलामी से मुक्त होने का मौका दिया।" इन्हीं महान शख्सियतों के सम्मान में 'गांधी-मंडेला सीरीज' का जन्म हुआ।

'गांधी-मंडेला सीरीज' के ऐलान के बाद क्रिकेट साउथ अफ्रीका (सीएसए) के तत्कालीन अध्यक्ष क्रिस नेनजानी ने भी अपने विचार सभी के सामने रखे थे। नेनजानी ने कहा था, "महात्मा गांधी और नेल्सन मंडेला जैसे महान नामों ने हमारे ऊपर बहुत बड़ी जिम्मेदारी सौंपी कि हम उनके दिखाए रास्ते पर चल सकें। सबसे बड़ी बात ये रही कि वो हमेशा सच के साथ रहे। अपनी जिंदगी कुर्बान करते हुए दोनों ने आजादी के लिए लड़े, फिर चाहे उसके लिए कितना भी समय लगा हो।"

भारत और साउथ अफ्रीका टेस्ट सीरीज का इतिहास

भारत और साउथ अफ्रीका के बीच अब तक 11 सीरीज खेली जा चुकी हैं, जबकि 12वीं सीरीज 2 अक्टूबर से 23 अक्टूबर 2019 के बीच खेली जा रही है। अभी तक खेली गईं 11 टेस्ट सीरीज में से 6 सीरीज साउथ अफ्रीका में हुई हैं, जबकि पांच सीरीज भारत में खेली गई हैं। छठी सीरीज फिलहाल जारी है। इन 11 सीरीजों में से प्रोटियाज टीम ने 6, भारत ने सिर्फ 2 सीरीज जीती हैं। वहीं, 3 सीरीज ड्रॉ रही हैं। साल 2015 में भारत में हुई पिछली सीरीज को भारत ने 3-0 से विराट कोहली की कप्तानी में जीता था।


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