लगातार 13वें साल में भी नहीं बदली बैंगलोर की किस्मत, खाली हाथ लौटेगी विराट कोहली की टीम
टूर्नामेंट में अच्छी शुरुआत करने के बाद भी टीम का अंत निराशाजनक ही रहा। कोहली एक बार फिर से टीम को खिताब दिलाने में नाकाम रहे और अहम मुकाबले में रन नहीं बना पाए। सनराइजर्स हैदराबाद ने एलिमिनेटर में बैंगलोर को 6 विकेट से हराकर दूसरे क्वालीफायर में जगह बनाई।
नई दिल्ली, जेएनएन। इंडियन प्रीमियर लीग के 13वें सीजन में भी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम के हाथ नाकामी ही लगी। टूर्नामेंट में अच्छी शुरुआत करने के बाद भी टीम का अंत निराशाजनक ही रहा। कप्तान विराट कोहली एक बार फिर से टीम को खिताब दिलाने में नाकाम रहे और अहम मुकाबले में रन बनाने में असफल रहे। सनराइजर्स हैदराबाद ने एलिमिनेटर में बैंगलोर को 6 विकेट से हराकर दूसरे क्वालीफायर में जगह बनाई।
इस सीजन में टीम को लगातार पांच मैच हारने के बाद टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ा। पिछले सीजन में विराट की सेना आखिरी पायदान पर रही थी। आइपीएल के 13वें सीजन की शुरुआत से पहले विराट टीम कॉम्बिनेशनल को लेकर आश्वस्त थे लेकिन नतीजा एक बार फिर से निराशाजनक ही रहा। यह 13वां सीजन था जब टीम ट्रॉफी जीतने की दावेदार बनकर उतरी थी लेकिन खाली हाथ ही वापस लौटी।
13वें सीजन में भी नाकाम रही बैंगलोर
साल 2008 बैंगलोर की टीम सातवें स्थान पर रही थी। 2009 में अनिल कुंबले की कप्तानी में टीम ने फाइनल तक का सफर तय किया था लेकिन उप विजेता बनकर संतोष करना पड़ा। 2010 में टीम सेमीफाइनल में पहुंची थी जबकि 2011 में टीम को अपने दूसरे फाइनल में हार मिली। 2012 और 2013 में बैंगलोर की टीम 5वें नंबर पर ही थी।
2014 में टीम का प्रदर्शन और भी खराब रहा है 7वें स्थान पर रहते ही टूर्नामेंट खत्म किया। 2015 में बैगलोर ने वापसी करते हुए क्वालीफायर 2 में जगह बनाई लेकिन यहां उसे हार मिली और खिताब जीतने सपना फिर से टूट गया। 2016 में कोहली की कप्तानी वाली टीम फाइनल में खेली लेकिन हैदराबाद ने उसको हराकर खिताब अपने नाम किया। 2017 का सीजन बहुत ही ज्यादा खराब रहा और टीम सबसे नीचे 8वें नंबर पर रही। इसके बाद 2018 में 6वें जबकि पिछले साल बैंगलोर की टीम सबसे नीचे 8वें स्थान पर रही।