पृथ्वी की तरह ही डेब्यू टेस्ट में चमके ये खिलाड़ी, अब खेलने के लिए तरस रहे ये फॉर्मेट, Video
हाल ही में 18 साल के पृथ्वी शॉ अपने डेब्यू टेस्ट में शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय बने।
नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। हर क्रिकेट के खिलाड़ी का सपना होता है कि वो अपने देश के लिए खेले और अगर शुरुआत शतक से हो तो इससे अच्छा और क्या हो सकता है। हाल ही में 18 साल के पृथ्वी शॉ अपने डेब्यू टेस्ट में शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय बने।
भारतीय टीम से अब तक 15 ऐसे खिलाड़ी हुए हैं जिन्होंने अपने पहले ही टेस्ट में शतक लगाकर शानदार आग़ाज़ किया। इनमें से ज़्यादातर का नाम आज भी टेस्ट के महान खिलाड़ियों में शुमार है। लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं ऐसे क्रिकेटर्स के बारे में जिनके ज़ोरदार डेब्यू के बावजूद उनका टेस्ट करियर परवान नहीं चढ़ पाया।
प्रवीण आमरे
1992 में प्रवीण आमरे ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डरबन में अपने डेब्यू टेस्ट में 103 रनों की पारी के साथ शानदार शुरुआत की। हालांकि, इस बात से हैरानी होती है कि रमाकांत आचरेकर की कोचिंग और पहले मैच में मिली ऐसी कामयाबी के बावजूद आमरे सिर्फ 11 टेस्ट मैच ही खेल सके। और...साल 1993 में उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ अपना आखिरी टेस्ट खेला। 13 पारियों में आमरे ने 425 रन बनाए, जिसमें तीन हाफ सेन्चुरी और एक सेन्चुरी शामिल है।
सुरेश रैना
साल 2010 में श्रीलंका के खिलाफ कोलंबो में खेले गए अपने डेब्यू टेस्ट में सुरेश रैना ने 120 रन जड़ दिए, लेकिन वनडे और टी20 के तूफानी बल्लेबाज़ सुरेश रैना दूसरा शतक नहीं लगा सके। उनकी कमज़ोरी थी शॉर्ट पिच बॉल और इसी वजह से भारतीय टेस्ट टीम में कभी अपनी जगह पक्की नहीं कर सके। 31 टेस्ट पारियों में रैना के नाम सिर्फ 768 रन ही हैं।
शिखर धवन
साल था 2013...मोहाली में शिखर धवन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 187 रनों की ताबड़तोड़ पारी के साथ टेस्ट क्रिकेट में दस्तक दी। भारतीय टेस्ट टीम में धवन को बतौर ओपनर कई मौके मिले। लेकिन इसके बावजूद वो टीम को अच्छी शुरुआत देने में लगातार नाकाम रहे, खासकर उपमहाद्वीप से बाहर। धवन लगातार एक ही तरह स्लिप या विकेटकीपर द्वारा कैच आउट होते रहे। यहां तक कि हाल ही में हुए इंग्लैंड दौरे पर धवन 8 पारियों में सिर्फ 162 रन ही बना सके, जिसके बाद उन्हें वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया।
रोहित शर्मा
रोहित शर्मा ने साल 2013 में कोलकाता के ईडन गार्डन मैदान पर वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया। हिटमैन रोहित ने अपने करियर के पहले अंतरराष्ट्रीय टेस्ट की शुरुआत 177 रनों की पारी के साथ की। लेकिन वनडे में तीन बार दोहरा शतक लगाने का कमाल करने वाले रोहित का जादू टेस्ट क्रिकेट में नहीं चल सका। 43 टेस्ट पारियों में रोहित करीब 40 की एवरेज से 1479 रन ही बना सके।
पृथ्वी शॉ ने कमज़ोर वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में 134 रन की शानदार पारी के साथ कई रिकॉर्ड्स तोड़ दिए। साथ ही, दुनिया भर के दिग्गज क्रिकेटर्स से खूब तारीफें भी बटोरीं। इसमें कोई शक़ नहीं कि टीम इंडिया को एक नया सितारा मिला है। लेकिन पृथ्वी को सुपर स्टार बनने के लिए ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी चमकना होगा। इसके बाद ही तय होगा कि वो भविष्य के सचिन तेंदुलकर हैं या वन सीरीज़ वंडर।