Move to Jagran APP

टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच की हो सकती है छुट्टी, गेंदबाजी कोच का पद पर बने रहना लगभग तय!

टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच का छुट्टी होना तय माना जा रहा है जबकि कुछ स्टाफ अपने अच्छे काम की वजह से अपने पद पर बने रह सकते हैं।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Fri, 26 Jul 2019 05:10 PM (IST)Updated: Fri, 26 Jul 2019 05:10 PM (IST)
टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच की हो सकती है छुट्टी, गेंदबाजी कोच का पद पर बने रहना लगभग तय!
टीम इंडिया के बल्लेबाजी कोच की हो सकती है छुट्टी, गेंदबाजी कोच का पद पर बने रहना लगभग तय!

नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के मौजूदा गेंदबाजी कोच भरत अरुण का अपने पद पर बने रहना लगभग तय लग रहा है। वहीं टीम के फील्डिंग कोच आर श्रीधर को चुनौती जरूर मिलने वाली है क्योंकि इस पोस्ट के लिए जोंटी रोड्स जैसे धुरंधरों ने आवेदन किया है फिर भी माना जा रहा है कि उन्हें मौका दिया जा सकता है। टीम से बाहर जाने का सबसे बड़ा खतरा बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ पर मंडरा रहा है। फिलहाल इन तीनों का कार्यकाल भी मुख्य कोच रवि शास्त्री के साथ वेस्टइंडीज दौरे के लिए बढ़ाया गया है। 

loksabha election banner

टीम इंडिया के मुख्य कोच और सपोर्ट स्टाफ के लिए नए सिरे से आवेदन मंगवाए गए हैं और नए सिरे से इंटरव्यू के जरिए सभी पदों पर नियुक्ति की जाएगी। कपिल देव की अध्यक्षता में सलाहकार समिति मुख्य कोच लेकर फैसले करेगी। जबकि चयनकर्ताओँ को सपोर्ट स्टाफ के लिए इंटरव्यू लेने को कहा गया है। सूत्रों की मानें तो टीम इंडिया के गेंदबाजी कोच भरत अरुण अपने पद पर बने रह सकते हैं क्योंकि उनकी देख-रेख में क्रिकेट के सभी प्रारूपों में भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन अच्छा रहा है। 

बोर्ड के एक सीनियर अधिकारी के मुताबिक अरुण ने पिछले 18-20 महीनों में काफी अच्छा काम किया है। टीम इंडिया की मौजूदा गेंदबाजी आक्रमण टेस्ट क्रिकेट के लिए काफी शानदार है। मो. शमी फॉर्म में हैं जबकि बुमराह कमाल की गेंदबाजी कर रहे हैं। इन सबका श्रेय अरुण को जाता है और चयनकर्ताओं के लिए उनकी जगह किसी और को तवज्जो देना थोड़ा मुश्किल होगा। वहीं संजय बांगड़ के बारे में ऐसा नहीं कहा जा सकता है क्योंकि बहुत लोगों का मानना है कि चार साल तक अपने पद पर बने रहने के बावजूद बांगड़े एक मजबूत मध्यक्रम खड़ी नहीं कर पाए। 

अधिकारी के मुताबिक विराट व रोहित बांगड़ से पहले भी अच्छी बल्लेबाजी कर रहे थे। उनकी सफलता में बांगड़ का कोई योगदान नहीं है। उनका काम मध्यक्रम को मजबूत बनाना था, लेकिन वो इसमें पूरी तरह से नाकाम रहे। तीनों विशेषज्ञ कोचों में से अरुण का पद पर बने रहना तय है और श्रीधर भी चयनकर्ताओं की पसंद होंगे। उन्हें हालांकि रोड्स से कड़ी चुनौती मिलेगी। अधिकारी ने कहा कि रोड्स बड़ा नाम है और उनकी दावेदारी को अनदेखा नहीं किया जा सकता। हमें हालांकि टीम का अब तक फील्डिंग में प्रदर्शन भी देखना होगा।

अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.